बीन्स के स्वास्थ्य लाभ - Beans Ke Swasthya Laabh!
सभी हरी सब्जियां सेहत के लिए बेहद उपयोगी होती हैं. बीन्स की गिनती भी हरी सब्जियों के रूप में ही किया जाता है. हरी और रेशेदार सब्जियां कई पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं. इनके सेवन से हमारे स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. बीन्स का प्रयोग रूमेटिक, आर्थराइटिस तथा मूत्र मली में समस्या की दवा बनाने के लिए भी किया जाता है. इसमें पाया जाने वाला एन्टीआक्सीडेंट की भरपूर मात्रा शरीर में कोशिकाओं की मरम्मत के लिए अच्छा माना जाता है. आइए बीन्स के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य लाभ को विस्तारपूर्वक समझें.
1. कैंसर के उपचार में-
बीन्स के सेवन से आप कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें फ्लेवोनॉइड्स के साथ-साथ केंपफ्रेरॉल और क्यूरेस्टिन भी मौजूद होता है जो कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने का काम करती है. शोधों के अनुसार यदि महिलायें सप्ताह में तीन से चार बार बीन्स का सेवन करें तो इससे उन्हें स्तन कैंसर की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है.
2. गर्भवती महिलाओं के लिए-
महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान ग्रीन बीन्स का सेवन करने से गर्भस्थ शिशु के हृदय के विकास सही ढंग से होता है. शोधों से पता चलता है कि यह शिशुओं को अस्थमा से बचाने में भी सहायक है. इसलिए इसे गर्भवती महिलाएं बीन्स को अपने दैनिक आहार में शामिल करें.
3. दिल के लिए-
ह्रदय के स्वास्थ्य के लिए भी कई जरुरी पोषक तत्व इसमें मिल जाते हैं. हरी बीन्स के सेवन से शरीर आहार फाइबर मिलता है जो कोलेस्ट्राल को कम करने में सहायक है. इसके अलावा ये रक्तचाप और सूजन को भी कम करता है जो हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है.
4. सेहत के लिए-
दरअसल बीन्स में मौजूद विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है. ये आयरन का अवशोषण करके शरीर में कोलेजन बनाता है जो कि शरीर के उपास्थि के लिए महत्वपूर्ण है. यदि आप अपने दैनिक आहार में इसे शामिल करें तो इससे आपकी सेहत बरकरार रहती है.
5. मोटापा दूर करने में-
बीन्स मोटापा को दूर करने का प्राकृतिक उपचार माना जाता है. यदि आप अपना वजन घटाने के तमाम प्रयासों से हार मान चुके हैं, तो बीन्स का सहारा ले सकते हैं. बीन्स की सहयता से बने उत्पादों का सेवन करके आप अपना मोटापा कम कर सकते हैं.
6. पीरियड्स के दौरान-
मासिक धर्म के दौरान भी ये महिलाओं के लिए उपयोगी साबित होता है. इसमें फैट्स और कोलेस्ट्रॉल कम होने और फाइबर व प्रोटीन भरपूर होने की वजह से ये पीरियड्स के दौरान भी महिलाओं के लिए काफी अच्छी भूमिका निभाता है.
7. घाव भरने में उपयोगी-
हरे बिन्स में विटामिन्स की प्रचुरता होने के कारण इसे घाव भरने में भी उपयोगी समझा जाता है. इसमें विटामिन के होने के कारण यह कटे स्थान पर खून जमने की गति बढाकर घाव से रक्तस्राव को रोकने में सहायक है. इसके अलावा ये विटामिन्स के कैल्शियम के अवशोषण में भी सहायक है, जिससे आप ऑस्टियोपोरोसिस से बच सकते हैं.
8. शुगर के उपचार में-
बीन्स का 'ग्लाइसेमिक इन्डेक्स' कम होता है. इसका अर्थ है कि जिस तरह से अन्य भोज्य पदार्थों से रक्त में शक्कर का स्तर बढ़ जाता है, बीन्स खाने के बाद ऐसा नहीं होता. बीन्स में मौजूद फाइबर रक्त में शक्कर का स्तर बनाए रखने में मदद करते हैं.
9. एंटी एजिंग के रूप में-
बीन्स में मौजूद विटामिन ए आपको जवां बनाए रखने में मदद करता है. इसके अलावा इसमें काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो बढ़ती उम्र की परेशानियों से बचाता है. हर रोज बीन्स के सेवन से आप खुद में ज्लद ही बदलाव महसूस करेंगे.
10. फाइबर का स्रोत-
हरी-हरी बिन्स में भरपूर मात्रा में फाइबर पाए जाने के कारण इसे फाइबर के स्त्रोत के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए ये पाचन की समस्या से ग्रसित लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसके अलावा ये बावासीर और गैस की समस्या में भी काम आता है.