आक के उपयोग - Aak Ke Upyog!
आक के पौधे को आमतौर पर पूजा के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन आप जान कर हैरान हो जाएंगे की इस पौधे में बहुत सारे औषधिय गुण है जो आपके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद है. इस पौधे के फूल पत्तियां, जड़ और इससे निकलने वाले दूध जैसे सभी उत्पाद का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पाने के लिए इस्तेमाल की जाती है. यह एक बारहमासी झड़ी है जिसे अंग्रेजी में मादर के नाम से जाना जाता है. इसके अतिरिक्त, यह मंदार, आक, अर्क और अकौआ के नाम से भी जानते हैं. भारत के कुछ हिस्सों में इसे अकऊआ के नाम से भी जानते है. यह पैदा कही भी किसी जलवायु में ऐसे ही उग जाता है, जिसके वजह से कई लोग इसे व्यर्थ समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन आज हम आपको बताएंगे की आक के पौधे को किन-किन समस्याओं के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.
आक पौधे की दो प्रजातियां होती है. इसके एक प्रजाति के फूलों का रंग नीला होता है जो विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पाने के लिए इस्तेमाल की जाती है. इसके दूसरे प्रजाति का रंग सफेद होता है और यह बहुत दुर्लभ पाया जाता है. इसके फूल गुच्छों के रूप में फूलते हैं परत होती है. इसमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जिनके कारण इसे कई तरह के औषधिय दवा में इस्तेमाल की जाती है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों में प्रोसेरजेनिन, कैलोप्रोपिन, कैलेक्टिल, एमरिन ए और बी, साइनिडिन और रमोगोग्लुकोसाइड इत्यादि शामिल हैं
आक के फायदे निम्नलिखित है:
1. बवासीर के लिए- जो लोग बवासीर की समस्या से परेशान है उनके लिए बहुत फायदेमंद है. इसके लिए आपको आक के पत्तियों को इस्तेमाल करना होता है. आप इनकी पत्तियों को तोड़ कर सूखा दें, इन सूखी पत्तियों को जलाएं और इसके धुआं लेने से बवासीर से राहत प्रदान होती है. बवासीर रोगियों को एक बार इसे जरुर आजमाना चाहिए.
2. सूजन के लिए- आक के पत्तियों को सूजन से राहत के लिए प्राचीन समय से ही उपयोग किया जा रहा है. आप इसकी पुरानी पत्तियों पर किसी भी प्रकार का दर्द निवारक तेल लगा कर गर्म कर लें और प्रभावित हिस्से पर लगाएं.
3. जोड़ो के दर्द के लिए- यह जोड़ो के दर्द के लिए दर्द निवारक की तरह काम करता है. इसके लिए आप आक के पुरानी पत्तियों को तोड़ कर पीस लें और पेस्ट तैयार कर लें. इसमें नमक भी मिला सकते हैं. आप इसे सुबह से शाम तक दिन में दो बार पेस्ट को लगाएं.
4. अस्थमा- इसके फूल को सूखा क्र रोजाना इसके चूर्ण खाने से फेफड़ों के रोग और अस्थमा से राहत मिलती है.
5. डायबिटीज के लिए- आक के पत्तियों को रोजाना पैर के निचे रख कर जुराब डाल लें. रात को सोने से पहले इस पत्तियों को निकाल लें. यह इस तरह शुगर कंट्रोल करने में मदद करेगा.
6. कुष्ठ रोग- इसके पत्तियों को पीस कर सरसो के तेल के साथ मिक्स कर लें. इसे फिर प्रभावित जगह पर लगाएं. इसे नियमित रूप से लगाने के बाद आपको बेहतर परिणाम देखने को मिलेगा.