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Last Updated: Aug 06, 2024
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अपने लिंग के साइज से हैं परेशान, तो ना करें ये 10 काम

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Dr. A PerwaizAyurvedic Doctor • 6 Years Exp.BUMS
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लिंग के आकार को लेकर दुनिया के हर कोने में अपनी अपनी चर्चा होती है। कहीं पर लिंग के लंबे या छोटे होने पर या फिर किस समुदाय का लिंग आकार कैसा होता है इसको लेकर भी चर्चा होती है। लिंग के आकार को ज्यादातर जगहों पर यौन सुख से जोड़कर देखा जाता है। बहुत से युवा और पुरुष अपने लिंग के आकार को लेकर चिंतित रहते हैं। दरअसल लिंग का आकार आपकी उम्र, आदतों और जीवनशैली और विकारों के होने या ना होने पर निर्भर करता है। क भी-कभी, लिंग का संकुचन स्थायी होता है, और कभी-कभी, यह जीवन शैली के कारण होता है। कई बार लिंग के संकुचन को  उपचार से ठीक किया जा सकता है।

लिंग का आकार पुरुषों में भिन्न-भिन्न होता है। ये भिन्नता बहुत कम से बहुत ज्यादा तक हो सकती है। यह बात यहां पर स्पष्ट करनी बहुत जरुरी है कि अध्ययनों से यह बात निकल कर सामने आई है कि ना तो नस्ल और ना ही जातीयता का लिंग के आकार से कोई लेना-देना है। ये सारी बातें सिर्फ कही सुनी और लोगों की चर्चाओं का हिस्सा है।

कई पुरुष सोच सकते हैं कि उनके लिंग औसत आकार से अधिक हैं, तो कुछ इस बात से परेशान रहते हैं कि लिंग का आकार क्या होना चाहिए । एक सधो के मुताबिक

भारतीय औसत लिंग का आकार निम्नलिखित श्रेणियों के अंतर्गत आता है:

एक ढीले लिंग की औसत लंबाई: 9.16 सेंटीमीटर (लगभग 3.6 इंच)

एक ढीली और खिंचे हुए लिंग की औसत लंबाई: 13.24 सेमी (लगभग 5.3 इंच)

एक सीधे खड़े लिंग की औसत लंबाई: 13.12 सेमी (लगभग 5.2 इंच)

एक ढीले लिंग की औसत परिधि: 9.31 सेमी (लगभग 3.7 इंच)

एक सीधे खड़े लिंग की औसत परिधि: 11.66 सेमी (लगभग 4.6 इंच)।

ऐसे में बहुत से कारण हैं जो लिंग के आकार या उसकी लंबाई को छोटा कर सकते हैं। हम आपको 10 ऐसे कारण बता रहे हैं जिनके कारण लिंग का साइज छोटा हो सकता है।

 1.प्रयोग ना करना

अपने लिंग को शेप में और सही साइज में रखने के लिए इसकी एक्सरसाइज करना जरूरी है। इसका मतलब है कि यह सुनिश्चित करना कि आपका इरेक्शन दैनिक आधार पर हो। शुक्र है, ईश्वर ने हमें जैविक रूप से ऐसा बनाया  है कि लिंग का इरेक्शन दिन में एक बार जरुर होता है। सामान्य तौर पर ज्यादातर पुरुषों को रात और सुबह के बीच किसी समय इरेक्शन होता है। जितनी बार आपका इरेक्शन होता है, आपके लिंग की लंबाई कम होने की संभावना उतनी ही कम होगी। ऐसे में यह स्पष्ट है कि आपके लिंग की लंबाई और आकार को बनाए रखने के लिए इसका नियमित उपयोग करना जरुरी है। इसलिए अपने लिंग को भूल मत जाइए, उसका हर दिन ख्याल रखेंगे तो उसका आकार और साइज बना रहेगा।

2. बहुत ज्यााद हस्तमैथुन करना:

नियमित रूप से हस्तमैथुन करना अब वैज्ञानिक रुप से स्वीकार्य है। इतना ही नहीं इसके लिंग के स्वास्थ्य के लिए सही माना जाता है। लेकिन इसका अत्यधिक प्रयोग आपके लिंग के आकार में कमी का कारण बन सकता है। इसका कारण स्पष्ट है कि स्खलन के दौरान, शरीर संभोग के अनुभव का मुकाबला करने के लिए टेस्टोस्टेरोन का निर्वहन करता है। यदि ऐसा बहुत बार होता है, तो शरीर टेस्टोस्टेरोन को बहाल करने में असमर्थ होगा, जिससे आपके लिंग को नुकसान होगा।

3. शराब का अत्यधिक सेवन:

बहुत अधिक शराब का सेवन न केवल आपके लीवर के लिए बल्कि आपके लिंग के स्वास्थ्य के लिए भी बुरा है। शराब की उच्च खुराक पीने से एक आदमी की इरेक्शन प्राप्त करने की क्षमता बाधित होती है। पीने से जुड़े तरल पदार्थों की कमी से रक्त की मात्रा कम हो जाती है।

4.दवाओं का कुप्रभाव

कुछ दवाएं लिंग के सिकुड़ने का कारण बन सकती हैं। इन दवाओं में एडरल शामिल है, जो एटेंशन डेफिसिट या फिर हायपर एक्टिविटी के इलाज के लिए दी जाती है। इसी तरह कुछ एंटीड्रिप्रेसेंट्स और एंटीसाइकोटिक्स जैसी अवसाद और मानसिक स्थिति को ठीक करने वाले दवाएं भी लिंग के आकार पर खराब प्रभाव ड़ालती हैं। बढे हुए प्रोस्टेट के लिए दी जाने वाली कुछ दवाएं भी लिंग के आकार को एक बढ़ी प्रोस्टेट के इलाज के लिए निर्धारित हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि बढ़े हुए प्रोस्टेट के इलाज के लिए फाइनस्टेराइड लेने वाले कुछ पुरुष अध्ययन विषयों ने छोटे लिंग के आकार के लिए उत्तरदाई हैं। इसी तरह बढ़े हुए प्रोस्टेट के इलाज के लिए ड्यूटैस्टराइड लेने वाले 41 प्रतिशत पुरुषों ने यौन रोग के किसी न किसी रूप का अनुभव किया और उनके लिंग के आकार पर इसका प्रभाव पड़ा है।

5.धूम्रपान

यह एक ज्ञात तथ्य है कि सिगरेट पीने से एथेरोस्क्लेरोसिस या धमनियों के अंदर प्लाक बन जाता है। सिगरेट हृदय की धमनियों को बंद कर देती है, जिनमें वे भी शामिल हैं जो इरेक्शन के दौरान लिंग को रक्त से भर देती हैं। सिगरेट के धुएं में जहरीले रसायन रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं जिससे स्तंभन दोष हो सकता है जो लिंग के ऊतकों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। सिगरेट पीने से निकलने वाले रसायन लिंग में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं, लिंग को रक्त से भरने और खिंचाव से रोक सकते हैं। उत्तेजनाओं और मस्तिष्क पर प्रभाव के बावजूद, यदि रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, तो लिंग इरेक्शन प्राप्त नहीं करेगा। एक अध्ययन  के परिणामों में यह निकल कर सामने आया है कि धूम्रपान न करने वाले पुरुषों की तुलना में धूम्रपान करने वालों के लिंग छोटे थे। शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि धूम्रपान रक्त के प्रवाह को रोकता है, लिंग को खिंचाव से रोकता है, जिससे लिंग की लंबाई कम हो सकती है। धूम्रपान स्तंभन दोष से भी जुड़ा है। ईडी एक पुरुष की इरेक्शन को बनाए रखने की क्षमता को प्रभावित करता है, और धूम्रपान इरेक्शन को रोक सकता है।

6. हानिकारक खाने की आदातें

बहुत अधिक अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ जैसे फास्ट-फूड खाने, जंक फूड खाने से अधिक वजन के होने से लिंग के आकार पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इन सारे कारकों ने एक साथ मिलकर लिंग के आकार में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है। मोटापे को रोकने के लिए अपने आप को स्वस्थ भोजन के साथ जीवन यापन करें क्योंकि वजन में वृद्धि और कमर की रेखा आपके लिंग के सिकुड़ने का कारण बन सकती है।

 7. ढेर सारे फल और सब्जियां खाएं

एक स्वस्थ और लंबे लिंग के लिए, आपको एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए। ये तत्व रक्त वाहिकाओं में बनने वाले फ्री रेडिकल्स (आपके शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व) से लड़ने में बहुत मददगार होते हैं। इसके अतिरिक्त, एंटीऑक्सिडेंट रक्त वाहिकाओं को मजबूत करने में भी मदद करते हैं।

8. अपने तनाव के स्तर में कटौती करें

तनाव और चिंता भी आपके लिंग के आकार को कम कर सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नकारात्मक भावनाएं लिंग से रक्त प्रवाहित करती हैं। नतीजतन, अंग के आकार को बढ़ाना बहुत मुश्किल हो जाता है। एक अन्य कारण जो आपके लिंग के छोटे आकार में योगदान कर सकता है वह यौन प्रदर्शन की चिंता हो सकता है।

9. उम्र

आमतौर पर पुरुषों की उम्र के साथ सेक्स को लेकर उनकी संवेदनशीलता कम होती जाती है। इसके फलस्वरुप लिंग लगातार संवेदनशीलता खो देता है, हालांकि यह कहना मुश्किल है कि वास्तव में यह सभी पर लागू होता है या नहीं। सामान्य तौर पर इसे सच माना जा सकता है क्योंकि इससे जुड़े कई शोध में विभिन्न शोधकर्ताओं ने लिंग को उत्तेजित करने और संवेदनशीलता को मापने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल किया है। संवेदनशीलता की बात करें तो सामान्य तौर पर, लिंग की संवेदनशीलता का आकलन एक आदमी द्वारा महसूस की जाने वाली उत्तेजना की कम से कम मात्रा से किया जाता है। इसे 'सेंसरी थ्रेशहोल्ड या फिर संवेदी दहलीज' कहा जाता है। कुछ अध्ययनों के मुताबिक 25 साल की उम्र से संवेदनशीलता कम होने लगती है। संवेदनशीलता में सबसे तेज गिरावट 65 से 75 वर्ष की आयु के बीच देखी जाती है। इस उम्र में इरेक्शन में कठिनाई और स्खलन को प्राप्त करने में कठिनाई बहुत अधिक सामान्य होती है और लिंग के आकार को लेकर शिकायत सबसे ज्यादा होती है।

10.प्रोस्टेट सर्जरी

70 प्रतिशत तक पुरुष में कैंसर वाली प्रोस्टेट ग्रंथि को हटाने के बाद लिंग के हल्के से मध्यम छोटे होने की शिकायत होती है। इस प्रक्रिया को रेडिकल प्रोस्टेटेक्टॉमी कहा जाता है। विशेषज्ञों को यकीन नहीं है कि प्रोस्टेटक्टोमी के बाद लिंग छोटा क्यों हो जाता है। एक संभावित कारण एक आदमी के कमर में असामान्य मांसपेशियों का संकुचन है जो लिंग को उनके शरीर में आगे तक खींचता है। इस सर्जरी के बाद इरेक्शन होने में कठिनाई ऑक्सीजन के इरेक्टाइल टिश्यू को वंचित कर स्पंजी इरेक्टाइल टिश्यू में मांसपेशियों की कोशिकाओं को सिकोड़ने पर मजबूर कर देती है। इरेक्टाइल टिश्यू के आसपास कम खिंचाव वाले निशान ऊतक बनते हैं। यदि प्रोस्टेट सर्जरी के बाद लिंग छोटा होने की समस्या की बात की जाय तो 1/2 से 3/4 इंच के बीच लिंग का छोटा होना सामान्य बात मानी जाती है।  .

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