पटना में मोतियाबिंद ऑपरेशन की लागत
पटना में मोतियाबिंद ऑपरेशन के बेस्ट डॉक्टर
पटना में मोतियाबिंद सर्जरी की लागत कितनी है?
मोतियाबिंद एक लेंस अस्पष्टता है जो जन्मजात हो सकता है या समय के साथ विकसित हो सकता है। मोतियाबिंद आपकी आंख के लेंस का एक धुंधलापन है जो या तो आंख में प्रकाश के संचरण को रोकता है या बदल देता है। मोतियाबिंद की समस्या से इजात पाने के लिए सर्जरी एक सफल उपाय साबित हो सकता है। अगर आप पटना में मोतियाबिंद की सर्जरी कराना चाहते हैं तो इस लेख के माध्यम से पाई काफी सहायता मिल सकती है।
दरअसल, पटना में मोतियाबिंद की सर्जरी में लगे वाली औसत लागत लगभग 20,000 रुपये से लेकर 1,30,000 रुपये तक हो सकती है। यह लागत विभिन्न कारकों की वजह से अलग-अलग हो सकती है। इन कारणों को बीमारी की गंभीरता से लेकर अस्पताल का चयन तक शामिल है। अगर आप मोतियाबिंद की सर्जरी करवाना चाहते हैं तो अस्पताल के मेडिकल कॉर्डिनेटर से संपर्क कर इस सर्जरी की सटीक लागत जान सकते हैं।
आप हमारे माध्यम से भी सर्जरी करा सकते हैं। ऐसा करने से आपको सर्जरी की लागत में बहुत हद तक छूट मिल सकती है। हम आपको निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे-
- हम आपको अनुभवी और विशेषज्ञ सर्जन तक पहुंचने में मदद करेंगे।
- तकनीकी सुविधाओं से लेस एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है, वह भी बिलकुल मुफ्त।
- सर्जरी की कुल लागत को इएमआई पर अदा करने की सुविधा उपलब्ध है।
- सर्जरी के बाद निशुल्क परामर्श सुविधा उपलब्ध है।
पटना में विभिन्न प्रकार की मोतियाबिंद ऑपरेशन की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
फेकॉइम्यूलिस्फिकेशन सर्जरी | ₹52,000 | ₹40,000 | ₹64,000 |
फेको इमल्सीफिकेशन मोतियाबिंद सर्जरी | ₹30,000 | ₹25,000 | ₹60,000 |
फेम्टोसेकंड लेजर असिस्टेड मोतियाबिंद सर्जरी | ₹60,000 | ₹50,000 | ₹70,000 |
मैनुअल स्मॉल-इंसीजन मोतियाबिंद सर्जरी (MSICS) | ₹30,000 | ₹20,000 | ₹60,000 |
माइक्रो इंसीजन मोतियाबिंद सर्जरी | ₹65,000 | ₹60,000 | ₹70,000 |
इंट्राकैप्सुलर मोतियाबिंद सर्जरी | ₹60,000 | ₹50,000 | ₹70,000 |
एक्स्ट्राकैप्सुलर मोतियाबिंद सर्जरी | ₹60,000 | ₹50,000 | ₹70,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
पटना में मोतियाबिंद सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत
मोतियाबिंद सर्जरी के पहले डॉक्टर की जांच कराने की सलाह दे सकता है। इन जांचों के माध्यम से वह बीमारी की गंभीरता को जांचता है और फिर उसी गंभीरता के अनुसार बीमारी का इलाज करता है। मोतियाबिंद की सर्जरी के पहले दृश्य तीक्ष्णता परीक्षण, ए-स्कैन, बायोमेट्री टेस्ट, पुतली का फैलाव, स्लिट-लैंप परीक्षा, रेटिनल परीक्षा जैसे टेस्ट कराने पड़ सकते हैं।
मोतियाबिंद के लिए कराए जाने वाले टेस्ट की लागत
- दृश्य तीक्ष्णता परीक्षण: 500 रुपये से लेकर 1,000 रुपये
- ए-स्कैन: 800 रुपये से लेकर 1,200 रुपये
- बायोमेट्री टेस्ट: 700 रुपये से लेकर 1,000 रुपये
- पुतली का फैलाव: 500 रुपये से लेकर 1,000 रुपये
- स्लिट-लैंप परीक्षा: 300 रुपये से लेकर 800 रुपये
- रेटिनल परीक्षा: 500 रुपये से लेकर 1,000 रुपये
मरीज के हिसाब से मोतियाबिंद सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
मरीज के हिसाब से मोतियाबिंद सर्जरी की लागत में अंतर आने के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं, ये कारक निम्नलिखित हैं-
- उम्र: मरीज की उम्र के अनुसार, मोतियाबिंद की सर्जरी की लागत में अंतर देखने को मिल सकता है। दरअसल, इस बीमारी की उम्र के साथ-साथ ज्यादा गंभीर होने की संभावना होती है। ऐसे में जितनी गंभीर यह बीमारी होगी, उसकी सर्जरी में उतना ही ज्यादा लागत आएगी।
- बीमारी की गंभीरता: मरीज की बीमारी की गंभीरता भी उसकी सर्जरी की लागत को प्रभावित करती है। दरअसल, बीमारी की गंभीरता के अनुसार ही सर्जरी के प्रकार का चयन किया जाएगा और इस सर्जरी के प्रकार के अनुसार उसकी लागत निर्धारित होती है। ऐसे में बीमारी की गंभीरता बहुत हद तक सर्जरी की लागत को प्रभावित कर सकता है।
- अन्य बीमारियां: कुछ जांच के माध्यम से डॉक्टर यह तय करते हैं कि मोतियाबिंद के अलावा मरीज को कोई ऐसी बीमारी तो नहीं है जो मोतियाबिंद की सर्जरी की वजह से मरीज को जोखिम में डाल दे। अगर कोई ऐसी बीमारी होती है तो डॉक्टर सर्जरी से पहले उस बीमारी का इलाज करता है, जिससे सर्जरी की लागत में अंतर पैदा होता है।
पटना में मोतियाबिंद की सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं
मोतियाबिंद की सर्जरी की लागत को कई कारक प्रभावित कर सकते हैं, जिसमें सर्जरी के प्रकार से लेकर अस्पताल के चयन तक शामिल है। सर्जरी को प्रभावित करने वाले तय कारक निम्नलिखित हैं।
- मोतियाबिंद की स्थिति: रोगी में मोतियाबिंद की स्थिति उसकी बीमारी की गंभीरता को प्रभावित कर सकती है। दरअसल, बीमारी की स्थिति के अनुसार ही सर्जर के प्रकार का चयन किया जाएगा। और इस सर्जरी के अनुसार, लागत तय होगी।
- प्रयुक्त लेंस की गुणवत्ता: दरअसल, मोतियाबिंद के रोगी को सर्जरी के बाद आखों को कुछ विशेष प्रकार की लेंस की जरूरत होती है। इस लेंस की कीमत भी अलग-अलग है, अतः जिस तरह का लेंस आँखों को लगेगा। सर्जरी की कीमत उसी के अनुसार प्रभावित होगी।
- पोस्ट: सर्जरी जटिलता- कई बार मरीज को सर्जरी के बाद कुछ अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन परेशानियों से निजात पाने के लिए अन्य उपचार की आवश्यकता होती है। जिससे सर्जरी की लागत प्रभावित होती है।
- अस्पताल: सर्जरी की कुल लागत में अस्पताल का खर्च सबसे ज्यादा प्रभाव डालता है। दरअसल, सभी अस्पताल का प्रवेश शुल्क, बिस्तर का चार्ज जैसे शुल्क अलग अलग होते हैं जो सर्जरी की कुल लागत को प्रभावित करते हैं। यह शुल्क रोगी के प्रवेश, निर्वहन, कमरे के किराए, बिस्तर शुल्क, उपभोग्य सामग्रियों, चिकित्सा आपूर्ति, भोजन आदि के रूप में हो सकते हैं।
- सर्जन शुल्क: सर्जन के अनुभव के अनुसार, सर्जन की फीस भी अलग-अलग हो सकती है। सर्जन के पास जितना ज्यादा अनुभव होगा उसकी फीस भी उतनी ही ज्यादा हो सकती है। ऐसे में सर्जन की फीस भी सर्जरी की लागत को प्रभावित कर सकता है।
- डायग्नोस्टिक टेस्ट: सर्जरी के पहले की जाने वाली जांच की लागत भी बहुत हद तक सर्जरी की कुल लागत को प्रभावित कर सकता है। दरअसल, कई बार सर्जन प्रारंभिक जांचों के अलावा कुछ अन्य जांच कराने की सलाह भी देते हैं।
- सर्जरी का प्रकार: मोतियाबिंद की गंभीरता के आधार पर डॉक्टर सर्जरी की तकनीक का चयन करता है और इसी तकनीक के आधार पर लागत तय होती है। दरअसल, पाइल्स की सर्जरी के लिए विभिन्न तकनीकों का प्रयोग किया जाता है और लगभग हर तकनीक की लागत अलग-अलग हो सकती है।
पटना में मोतियाबिंद के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
पटना में तीन प्रकार से मोतियाबिंद की सर्जरी की जाती है और इनकी लागत भी अलग-अलग है। आइये जानते हैं कि ये तीन प्रकार कौन-कौन से हैं और इनकी लागत कितनी है-
- फेकमूलेसिफिकेशन (लेन्स पायसीकरण): फेकमूलेसिफिकेशन एक सर्जिकल प्रक्रिया है जो अल्ट्रासाउंड जांच के माध्यम से मोतियाबिंद रुपी क्लाउडी लेंस को तोड़कर हटाने के लिए उपयोग में लाई जाती है। सबसे पहले, सर्जन कॉर्निया में एक छोटे से चीरे के माध्यम से क्लाउडी लेंस में एक सूक्ष्म जांच डालते हैं। यह जांच मोतियाबिंद को तोड़ने या पायसीकृत करने के लिए अल्ट्रासाउंड तरंगों को प्रसारित करती है ताकि सर्जन इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में निकाल सके।
लेंस कैप्सूल, जो आपके लेंस के पीछे पाया जाता है, बरकरार रहता है ताकि यह नए कृत्रिम लेंस को जगह पर रखे। आमतौर पर, इस आकार का चीरा सेल्फ-सीलिंग होता है, इसलिए इसमें टांके लगाने की आवश्यकता नहीं होती है। इस सर्जरी की लागत अलग-अलग अस्पताल में 20,000 रूपए से लेकर 50000 रुपये तक हो सकती है।
- एक्स्ट्राकैप्सुलर सर्जरी: यह सर्जरी एक कम बार इस्तेमाल की जाती है। दरअसल, इस सर्जरी में एक बड़े चीरे के माध्यम से लेंस को एक टुकड़े के रूप में हटा दिया जाता है। डॉक्टर मोतियाबिंद वाले प्राकृतिक लेंस को निकालने के लिए सर्जिकल उपकरणों का उपयोग करता है। नए, कृत्रिम लेंस का समर्थन करने के लिए बैक लेंस कैप्सूल को छोड़ दिया जाता है।
यह मोतियाबिंद का उपचार तब किया जाता है जब फेकोमल्सीफिकेशन कठोर और परिपक्व मोतियाबिंद को नहीं तोड़ पाता है। बड़े चीरे को बंद करने के लिए टांके लगाने पड़ते हैं।इस सर्जरी की लागत अलग-अलग अस्पताल में 20,000 रूपए से लेकर 50000 रुपये तक हो सकती है।
- लेजर-असिस्टेड मोतियाबिंद सर्जरी: लेज़र-असिस्टेड मोतियाबिंद सर्जरी सर्जन को कैप्सूल में उद्घाटन करने और मोतियाबिंद को नरम करने के लिए लेज़र का उपयोग करने की अनुमति देती है। सतह का नक्शा बनाने के लिए आपकी आंख के ऊपर एक कैमरा या अल्ट्रासाउंड डिवाइस लगाया जाता है। एकत्र की गई जानकारी एक कंप्यूटर को प्रेषित की जाती है जो चीरों के लिए सटीक स्थान, आकार और गहराई को प्रोग्राम करती है।
मैनुअल उपकरणों के बजाय, यह दृष्टिकोण लेजर डिवाइस का उपयोग करता है। इस्तेमाल किए गए उपकरणों और विधियों को छोड़कर, यह पारंपरिक मोतियाबिंद सर्जरी के समान परिणाम प्रदान करेगा। पारंपरिक या लेजर सर्जरी सही है या नहीं, यह कई कारकों पर निर्भर करेगा जिसका मूल्यांकन केवल आपके सर्जन द्वारा किया जा सकता है। इस सर्जरी की लागत अलग-अलग अस्पताल में 20,000 रूपए से लेकर 50000 रुपये तक हो सकती है।
क्या पटना में मोतियाबिंद सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
हां, पटना में मोतियाबिंद की सर्जरी बीमा द्वारा कवर की जाती है। केवल इतना ही नहीं इसके साथ-साथ यह कंपनियां अस्पताल में लगने वाले अन्य खर्च का वहन भी करते हैं। इसलिए अगर आपने हेल्थ इंश्योरेंस करा रखा है तो पाइल्स सर्जरी के खर्च के बारे न सोंचे।
सारांश
पटना में कई ऐसे अस्पताल हैं जहाँ मोतियाबिंद की सर्जरी की जाती है। हालांकि सभी अस्पतालों का खर्च अलग-अलग है। ऐसे में अगर आप पटना में मोतियाबिंद का ऑपरेशन या सर्जरी कराने की सोच रहे हैं तो अस्पताल का हयं करते समय वहां सर्जरी की कुल लागत के बारे में जरूर पूछ ले।
मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए हमें क्यों चुनें?
मरीजों की प्रतिक्रिया
- Cataract Surgery cost in Ahmedabad
- Cataract Surgery cost in Delhi
- Cataract Surgery cost in Gurgaon
- Cataract Surgery cost in Lucknow
- Cataract Surgery cost in Bangalore
- Cataract Surgery cost in Pune
- Cataract Surgery cost in Hyderabad
- Cataract Surgery cost in Mumbai
- Cataract Surgery cost in Chennai
- Cataract Surgery cost in Kolkata