इंदौर में पाइल्स सर्जरी की लागत
इंदौर में पाइल्स सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
इंदौर में बवासीर (पाइल्स) के इलाज की लागत कितनी है?
बवासीर या पाइल्स गुदा व मलाशय में होने वाली बीमारी है, जिसमें इन अंगों की नसों में सूजन व तनाव आ जाता है। वैसे तो बवासीर के कई मामलों में इसे फाइबर युक्त भोजन के सेवन से ही ठीक कर लिया जाता है, लेकिन कुछ मामलों में इसका ऑपरेशन भी करवाना पड़ सकता है। आज अपने इस लेख के माध्यम से हम आपको इंदौर में बवासीर के इलाज में लगने वाली लागत की जानकारी देंगे।
दरअसल, इंदौर के कई अस्पतालों में बवासीर का इलाज करा सकते हैं। इसके इलाज की औसतन लागत 36,000 रुपये से शुरू होती है और 40,000 रुपये तक जाती है। हालांकि, यह लागत विभिन्न वजहों से अलग अलग हो सकती है। वैसे आप इस लागत की सटीक जानकारी इंदौर के चयनित अस्पताल में कार्यरत मेडिकल कॉर्डिनेटर से प्राप्त कर सकते हैं।
आप हमारे माध्यम से भी सर्जरी करा सकते हैं। दरअसल, हम आपको ऎसी सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। ये सुविधाएं निम्नलिखित हैं-
- सर्जरी के बाद किसी भी तरह का बीमारी सम्बन्धी परामर्श लेने पर भी कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
- हम आपको अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बिल्कुल मुफ्त में तकनीकी सुविधाओं से लेस एम्बुलेंस उपलब्ध कराते हैं।
- हमारे चिकित्सीय समन्यवक 24 घंटे सहायता के लिए तैयार रहते हैं।
- हम आपको अनुभवी और विशेषज्ञ सर्जन तक पहुंचने में मदद करेंगे।
- सर्जरी की कुल लागत को बिना किसी अतिरिक्त भार के आसान किश्तों में अदा करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
इंदौर में विभिन्न प्रकार की पाइल्स सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
स्क्लेरोथेरपी | ₹35,000 | ₹25,000 | ₹80,000 |
पाइल्स लेजर सर्जरी | ₹55,000 | ₹45,000 | ₹65,000 |
रबर बैंड लिगेशन | ₹33,000 | ₹25,000 | ₹75,000 |
हेमोरॉयड स्टेप्लिंग | ₹55,000 | ₹40,000 | ₹65,000 |
हेमोराइडल आर्टरी लिगेशन | ₹100,000 | ₹71,600 | ₹115,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बवासीर के इलाज के लिए की जाने वाली जांचों की लागत
बवासीर की स्थिति को जानने के लिए डॉक्टर कई प्रकार की जांचें करवाने की सलाह दे सकता है। चूंकि, डॉक्टर आपके बाहरी बवासीर को तो देख सकता है लेकिन भीतरी बवासीर को देखने के लिए उसे जांचों की आवश्यकता होती है। इन जांचों में डिजिटल जांच भी शामिल है, जिसमें डॉक्टर मलाशय में एक दस्ताने वाली चिकनाई वाली उंगली डालता है। माध्यम से डॉक्टर आसामन्य वृद्धि का पता लगाता है।
पाइल्स की बिमारी होने पर दृश्य निरीक्षण जांच भी की जा सकती है। डॉक्टर बृहदान्त्र और मलाशय के निचले हिस्से की जांच एनोस्कोप, प्रोक्टोस्कोप या सिग्मायोडोस्कोप से कर सकता है। इसके अलावा डॉक्टर डॉक्टर कोलोनोस्कोपी का उपयोग करके पूरे कोलन की जांच भी कर सकता है। चूंकि इन जांचों के बड़े उपकरण की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए इन जांचों में ज्यादा खर्च भी नहीं आता है।
मरीज के हिसाब से बवासीर के इलाज की लागत में अंतर क्यों होता है?
ऐसे कई कारक हैं, जो मरीज के हिसाब से बवासीर के इलाज की लागत को प्रभावित कर सकते हैं। ये कारक निम्नलिखित हैं-
- उम्र: बवासीर के इलाज की लागत में उम्र का अहम रोल होता है। दरअसल, जितनी कम उम्र में बवासीर का इलाज करवाएंगे, उसकी लागत उतनी आएगी। जबकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ बवासीर की लागत में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।
- बवासीर की गंभीरता: बवासीर की गंभीरता भी इलाज की लागत को प्रभावित करता है। दरअसल, जांच के दौरान डॉक्टर बवासीर की गंभीरता जांचता है और उसी गंभीरता के अनुसार बवासीर का इलाज करता है। इसी क्रम में सर्जरी की जरूरत होने पर यह लागत और बढ़ जाती है।
- अन्य बीमारियां: जांचों से डॉक्टर यह भी पता करता है कि कहीं रोगी को बवासीर के अलावा कोई अन्य बीमारियां तो नहीं। ऐसे में अगर कोई दूसरी बीमारी होती है, तो लागत में बढ़ोत्तरी होना सामान्य बात है।
इंदौर में बवासीर के इलाज की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
इंदौर में बवासीर के इलाज की लागत में भिन्नता लाने के लिए कई प्रकार के कारक जिम्मेदार हैं, जो निम्नलिखित हैं-
- अस्पताल का चयन: सभी अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के अनुसार शुल्क होता है, मतलब जिस अस्पताल में ज्यादा सुविधाएं होंगी, वहां मरीज से ज्यादा शुल्क लिया जाएगा। यही वजह है कि सरकारी अस्पतालों की अपेक्षा निजी अस्पताल में ज्यादा शुल्क लिया जाता है। यह शुल्क बिस्तर के शुल्क, प्रवेश शुल्क, उपभोग्य सामग्रियों, चिकित्सा आपूर्ति, आदि रूप में लिया जा सकता है। यही वजह है कि अस्पताल का चयन बवासीर के इलाज को प्रभावित कर सकता है।
- सर्जरी की तकनीक: बवासीर के इलाज के दौरान अगर सर्जरी की आवश्यकता हुई तो लागत ज्यादा आना लाजमी है, लेकिन लागत पर यह भी निर्भर करता है कि सर्जरी के लिए डॉक्टर कौन सी तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। बवासीर की सर्जरी के लिए कई तरह की तकनीकों का प्रयोग किया जाता है और सभी तकनीकों की लागत अलग-अलग हो सकती है।
- सर्जन का चयन: बवासीर के इलाज के लिए आपके द्वारा चयनित डॉक्टर की फीस भी इलाज की कुल लागत को प्रभावित कर सकता है। दरअसल, अधिकतर देखा गया है कि कम अनुभवी सर्जन की अपेक्षा ज्यादा अनुभवी सर्जन की फीस ज्यादा होती है। ऐसे में यह कारक भी बवासीर के इलाज की लागत को प्रभावित कर सकता है।
- अस्पताल में बिताया समय: बवासीर के इलाज की लागत इस बात पर भी निर्भर करती है, कि इलाज के लिए आपको कितने दिन अस्पताल में बिताने पड़ रहे हैं। आप जितने ज्यादा दिन अस्पताल में बिताते हैं, आपकी लागत में उतना ही इजाफा होता जाता है।
- दवाओं और इंजेक्शन का खर्च: बवासीर के इलाज के दौरान डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाओं और इंजेक्शन का खर्च भी बवासीर की कुल लागत को प्रभावित कर सकते हैं।
इंदौर में बवासीर सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
डॉक्टर बीमारी की गंभीरता को देखते हुए सर्जरी की सलाह दे सकता है। बवासीर की सर्जरी कई प्रकार से की जाती है और उनकी लागत भी अलग अलग होती है। आइये जानते हैं कि इंदौर में बवासीर सर्जरी के लिए कौन कौन सी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है और कौन सी तकनीक में कितनी लागत आती है-
- रबर बैंड लिगेशन: यह रक्तस्राव या आंतरिक बवासीर के आगे बढ़ने के इलाज के लिए एक प्रक्रिया है। इसमें बवासीर के आधार के चारों ओर एक रबर बैंड लगाना शामिल है। यह इसकी रक्त आपूर्ति को प्रतिबंधित करेगा, जो अंत में बवासीर गिरने का कारण बनता है। इस प्रकार के इलाज की लागत 20,000 रुपये से 25000 रुपये तक हो सकती है।
- कोएगुलेशन: कोएगुलेशन रक्तस्रावी आंतरिक बवासीर का इलाज कर सकता है जो बाहर नहीं निकल रहा है। बवासीर पर निशान ऊतक बनाने के लिए एक डॉक्टर एक विद्युत प्रवाह या अवरक्त प्रकाश का उपयोग करेगा। यह ऊतक रक्त की आपूर्ति को फिर से बवासीर तक सीमित कर देगा, जिससे यह गिर जाएगा। इस प्रकार के इलाज की कीमत 25000 रुपये तक हो सकती है।
- स्क्लेरोथेरेपी: इस प्रक्रिया में एक डॉक्टर एक रासायनिक समाधान को आंतरिक बवासीर में इंजेक्ट करता है। यह रासायनिक समाधान क्षेत्र के चारों ओर तंत्रिका अंत सुन्न बनाकर दर्द को दूर करने में मदद करता है। इससे स्कार टिश्यू भी बनते हैं और बवासीर गिर जाती है। इस प्रकार के इलाज की कीमत लागत 25,000 रुपये से 30,000 रुपये तक हो सकती है।
- हेमोराहाइडेक्टोमी: इस प्रक्रिया का उद्देश्य बवासीर को दूर करना है। एक सर्जन एक अस्पताल में प्रक्रिया करता है जहां रोगी को स्पाइनल ब्लॉक या स्थानीय एनेस्थेटिक प्राप्त होता है। सर्जन गुदा को खोलेगा और धीरे से बवासीर को काट देगा। वे सर्जिकल कैंची या लेजर जैसे विभिन्न शल्य चिकित्सा उपकरणों का उपयोग करके कटौती कर सकते हैं। इन उपकरणों के बीच असुविधा में कोई अंतर नहीं है।
- बवासीर को हटाने के बाद, सर्जन घावों को सील कर देगा, घावों को खुला छोड़ देगा या दोनों तरीकों के संयोजन का उपयोग करेगा। घाव को खुला छोड़ने का कारण आम तौर पर या तो घाव को उसके स्थान के कारण बंद करना मुश्किल होता है या अन्य स्वास्थ्य स्थितियां मौजूद होती हैं। इस प्रकार के इलाज की कीमत लागत 25,000 रुपये से 30,000 रुपये तक हो सकती है।
- स्टेपलिंग: यह प्रक्रिया आंतरिक बवासीर का इलाज करने में मदद करती है जो बड़े हो गए हैं, या बाहर निकल गए हैं। यह बाहरी बवासीर का उपचार नहीं कर सकता है। एक सर्जन इस प्रक्रिया को एनेस्थेटिक का उपयोग करके करेगा। इसके दौरान, सर्जन गुदा नहर के भीतर बवासीर को सामान्य स्थिति में लाने के लिए एक विशेष उपकरण का उपयोग करेगा।
यह बवासीर को रक्त की आपूर्ति को प्रतिबंधित करता है और उन्हें धीरे-धीरे आकार में कम करने का कारण बनता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि बवासीर की स्टेपलिंग पारंपरिक बवासीर की तुलना में कम दर्दनाक हो सकती है और इसमें रिकवरी का समय कम हो सकता है। हालांकि, स्थिति के फिर से होने की अधिक संभावना है। इस प्रकार के इलाज की कीमत लागत 20,000 रुपये से 30,000 रुपये तक हो सकती है।
क्या इंदौर में बवासीर के इलाज के लिए बीमा कवर मिलता है?
हाँ, पाइल्स का उपचार मेडिक्लेम और स्वास्थ्य बीमा दोनों के अंतर्गत आता है। हालांकि, उपचार थोड़े समय के लिए मेडिक्लेम के तहत कवर किया जाएगा। प्रतीक्षा अवधि के साथ आने वाली बीमारियों की श्रेणी के तहत, मेडिक्लेम के कवरेज में नैदानिक परीक्षण, रक्त परीक्षण, दवाएं, एम्बुलेंस लागत, डॉक्टर के परामर्श शुल्क और आईसीयू शुल्क शामिल हैं।
सारांश
इंदौर में हॉस्पिटल्स हैं जहां आप बवासीर का इलाज करवा सकते हैं। हालांकि सभी अस्पतालों का शुल्क अलग-अलग हो सकता है। इसलिए जिस अस्पताल में आप बवासीर का इलाज करवाना चाहते हैं, वहां बवासीर इलाज का कुल शुल्क पता कर लें, साथ ही यह भी पता करें कि आपके उपचार के लिए किस विधि का उपयोग किया जाएगा।