Get the App
For Doctors
Login/Sign-up
Last Updated: Oct 23, 2019
BookMark
Report
Vakrasana for Diabetes
Dr. Amarjit Singh JassiAyurvedic Doctor • 9 Years Exp.Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery (BAMS)
वक्रासन योग क्या है?
वक्रासन बैठ कर किये जाने वाले आसनों में एक महत्वपूर्ण आसन है। वक्रासन ‘वक्र’ शब्द से निकला है जिसका मतलब होता टेढ़ा। इस आसन में रीढ़ टेढ़ी या मुड़ी हुई होती है, इसीलिए इसका यह नाम वक्रासन रखा गया है। यह आसन रीढ़ की सक्रियता को बढ़ाता है, मधुमेह से आपको बचाता है, डिप्रेशन में बहुत अहम भूमिका निभाता है, इत्यादि।vakrasana for diabetes
वक्रासन योग कैसे करें?
अब बात आती है कि इस आसन it को सही तरीके से कैसे किया जाए। यहाँ पर इसके करने के सरल तरीके बताया जा रहा है जिसको अच्छी तरह समझ कर आप इसको आसानी से अपने घर पर कर सकते हैं।
- आप अपने पांवों को फैलाकर जमीन पर बैठें।
- ध्यान रहे दोनों पैरों के बीच दुरी न हो।
- बाएं पांव को घुटने से मोड़ें और इसको उठा कर दाएं घुटने के बगल में रखें।
- रीढ़ सीधी रखें तथा सांस छोड़ते हुए कमर को बाईं ओर मोड़ें।
- अब हाथ के कोहनी से बाएं पैर के घुटने को दबाब के साथ अपनी ओर खीचें।
- आप पैर को इस तरह से अपनी ओर खींचते हैं कि पेट में दबाब आए। अपने हिसाब से योगासन को मेन्टेन करें।
- सांस छोड़ते हुए प्रारंभिक अवस्था में आएं।
- यही क्रिया दूसरी ओर से दोहराएं।
- यह एक चक्र हुआ।
- इस तरह से आप 3 से 5 चक्र करें।
- वक्रासन में सांस की प्रक्रिया
- सांस छोड़ते हुए आप किसी एक तरफ मोड़ते हैं।
- धीरे धीरे सांस लें और धीरे धीरे सांस छोड़े।
- लंबा सांस लेते हुए आरंभिक अवस्था में आएं।
- वक्रासन के लाभ
- वक्रासन की सावधानियां
- पेट दर्द में वक्रासन नहीं करनी चाहिए।
- घुटने का दर्द होने पर इस आसन के करने से बचना चाहिए।
- ज़्यदा कमर दर्द में इसे न करें।
- कोहनी में दर्द होने पर इसको करने से इसको बचना चाहिए।
- गर्दन दर्द होने पर भी इसको करने से बचें।