थायराइड में परहेज - Thyroid Mein Parhej!
हमारे शरीर में थायराइड एक ग्रंथि है जो कि गले के अगले हिस्से में स्थित होती है. इसमें उत्पन होने वाले दोषों का पता न चल पाने के कारण थायराइड ग्रंथि को साइलेंट किलर भी कहा जाता है. जाहिर है किसी भी बिमारी का समय पर इलाज न हो पाने से स्थिति खतरनाक हो जाती है. कभी-कभी तो मौत भी हो सकती है. आपको बता दें कि आकार में बेहद छोटी सी लगाने वाली ये ग्रंथि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. थायराइड ग्रंथि के ठीक से काम न करने से हार्मोन का स्त्राव प्रभावित होता है. लेकिन यहाँ ये जानना भी बेहद महत्वपूर्ण है कि थायराइड ग्रंथि का कम या ज्यादा काम करना भी परेशानी का कारण बनता है. जीवनशैली और खान-पान में आने वाली अनियमितता ही थाइराइड की समस्या उत्पन्न करती है. इसका मतलब है कि यदि आप अपने जीवनशैली और खान-पान को लेकर सजग हो जाएँ तो इसकी संभावना काफी हद तक कम हो सकती है. इस लेख के माध्यम से थायराइड के दौरान परहेज किए जाने वाले खाद्य पदार्थों के बारे आपको जानकारी मिलेगी.
इन खाद्य-पदार्थों के इस्तेमाल से बचें-
1. फैटी पदार्थ- थायराइड के मरीजों को जंक और फास्ट फूड से भी दूर ही रहना चाहिए. क्योंकि फास्ट फ़ूड थायराइड ग्रंथि को प्रभावित करते हैं. जब थायराइड का स्तर कम हो तो फैटी पदार्थ का सेवन कम करें. खराब फैट, संतृप्त फैटी एसिड में परिवर्तित हो जाता है जो बॉडी की थायराइड हारमोंस के अवशोषण करने की क्षमता को कम कर देता है. आप चिप्स बटर, पास्ता, ब्रेड, बर्गर, प्रोसस्सेस फ़ूड, पेस्ट्री, जैम आदि डेरी पदार्थो को नहीं खाना चाहिए.
2. शराब और कैफीन- शराब शरीर में थायराइड ग्रंथि और शरीर में थायराइड के स्तर दोनों को प्रभावित करता है.इसके अलावा, यह शरीर के अशोषण की किर्या को भी कम करता है. कैफीन के इस्तेमाल से थायराइड की दवाइयों का प्रभाव कम हो जाता है.
3.पत्तीदार सब्जियां- जब आप थायराइड से पीड़ित हैं तो पत्तीदार सब्जियां का सेवन कम करें. पत्तीदार सब्जियां जैसे ब्रोकली, पत्ता गोभी, पालक, शकरकंद इत्यादि में फाइबर की मात्रा बहुत होती है, इसलिए यह थायराइड हर्मोने के स्राव को प्रभावित करते है.
4. एलर्जी युक्त खाद्य पदार्थ- यदि आप किसी खाद्य सामग्री के कारण एलर्जी से पीड़ित है तो उन खाद्य पदर्थो से परहेज करें. यह हाइपरथायरायडिज्म के लक्षणों को बढ़ा सकता है. इसके अलावा यह त्वचा पर चकत्ते पेट दर्द, दस्त आदि का कारण भी बन सकता है.
थायराइड के दौरान ये खा सकते हैं-
1. आयोडीन युक्त खाना-
थायराइड पीड़ितों को खाने-पीने के में आयोडीनयुक्त खाद्यपदार्थों को शामिल करना चाहिए. यानी ऐसे खाद्य पदार्थ जिसमें आयोडीन की पचुर मात्रा में पाया जाता हो. इसका कारण ये है कि आयोडीन की मात्रा ही थायराइड की क्रियाशीलता को प्रभावित करती है. आयोडीन के लिए हम समुद्री जीवों या समुद्र से प्राप्त खाद्य पदार्थों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. मछलियों, समुद्री शैवाल और समुद्री सब्जियों में प्रचुर मात्रा में आयोडीन पाया जाता है.
2. कॉपर और आयरन-
इसके अलावा कॉपर और आयरन से युक्त आहार लेना भी थायराइड में काफी लाभदायक होता है. इससे थायराइड ग्रंथि की क्रियाशीलता में वृद्धि होती है. इसके स्त्रोत के लिए आपको काजू, बादाम और सूरजमुखी का बीज लेना चाहिए. इसमें कॉपर की प्रचुरता होती है.
3. आयरन की भूमिका-
आयरन के लिए हरी और पत्तेदार सब्जियों से बेहतर विकल्प तो हो ही नहीं सकता है. विशेष रूप से पालक में आयरन की भरपूर मात्रा पायी जाती है.
4. पनीर और हरी मिर्च-
थायराइड के मरीजों को पनीर और हरी मिर्च के साथ-साथ टमाटर का भी सेवन करना चाहिए. क्योंकि ये भी थायराइड गंथि के लिए बेहद फायदेमंद है.
5. विटामिन और मिनरल्स-
आपको अपने डाइट चार्ट में विटामिन और मिनरल्स युक्त आहार को प्राथमिकता देनी चाहिए. इससे थायराइड ग्रंथि की क्रियाशीलता में इजाफा होता है.
6. आइस क्रीम और दही-
थायराइड में कम वसायुक्त आइसक्रीम और दही का भी सेवन भी थायराइड के मरीजों के लिए काफी लाभदायक है.
7. गाय का दूध-
इसके अलावा कुछ घरेलु उपाय भी अत्यंत लाभदायक है जैसे कि गाय का दूध भी इसके मरीजों को पीना चाहिए.
8. नारियल का तेल-
नारियल के तेल से भी आप थायराइड ग्रंथि की सक्रियता बढ़ा सकते हैं. इसके उपयोग में आसान बात ये है कि इसका प्रयोग आप खाना बनाने के दौरान भी कर सकते हैं.