शुक्राणु गाढ़ा के उपाय - Sperm concentric measures!
कुछ पुरुषों में हमेशा से शुक्राणुओं को गाढ़ा करने की आवश्यकता महसूस होती रही है. लेकिन आज के बदले हुए जीवन शैली में ये और ज्यादा आवश्यक हो गया है. दरअसल पुरुष नपुसंकता के लिए सबसे आम कारणों में से एक है क्योंकि जो शुक्राणु अंडे से निषेचन करने वाला हो. हो सकता है कि उस शुक्राणु का उत्पादन ही न हो. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार शुक्राणुओं की सामान्य संख्या कम से कम 20 मिलियन प्रति मिली लीटर वीर्य होती है. कम से कम 15 मिलियन शुक्राणु प्रति लीटर को कम शुक्राणु की संख्या में माना जाता है जिसे ओलिगोस्पर्मिया भी कहते हैं. तो आइए जानें कि शुक्राणुओं को कैसे गाढ़ा किया जा सकता है.
1. लहसुन
लहसुन को साधू संत लोग तो इसलिए ही नहीं खाते क्योंकि ये एक प्राकृतिक कामोद्दीपक की तरह कार्य करता है. लहसुन, शुक्राणु उत्पादन को बढ़ावा देने में मददगार है. इसमें एल्लीसिन नामक यौगिक मौजूद होता है जो शुक्राणुओं को बढ़ाता है और रक्त परिसंचरण में सुधार भी करता है. इसके अलावा, लहसुन में मौजूद सेलेनियम शुक्राणु गतिशीलता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं.
2. ट्रिबूलस टेर्रेस्ट्रिस
ट्रिबूलस टेर्रेस्ट्रिस जिसे गोकशुरा भी कहा जाता है एक आयुर्वेदिक उपाय है जो शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने और शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार के लिए जाना जाता है. यह हॉर्मोन का स्तर बढ़ाने में मदद करता है. तीन महीनों के लिए एक से तीन ट्रिबूलस टेर्रेस्ट्रिस के 500 मिलीग्राम कैप्सूल्स का सेवन करें. इनका सेवन करने से पहले या किसी भी सप्लीमेंट्स को लेने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
3. व्यायाम
व्यायाम स्वस्थ शुक्राणु उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं. शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि करने के लिए पूरे दिन में एक घंटे तक व्यायाम रोज़ाना ज़रूर करें. बाहर से जुडी शारीरिक गतिविधियां (साइकिलिंग छोड़कर) और साथ ही भार प्रशिक्षण भी इस समस्या के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. हालांकि ज़्यादा व्यायाम भी न करें इससे आपके शुक्राणुओं की संख्या गिर सकती है.
4. दमियना
दमियना शुक्राणुओं की घटती संख्या के लिए एक अन्य उपयोगी जड़ी बूटी है. एक चौथाई चम्मच सूखी दमियना की पत्तियों को एक कप गर्म पानी में डालकर 5-10 मिनट तक उबालकर छानने के बाद उसमें कुछ मात्रा में शहद को मिलाक्र दिन में तीन बार कुछ महीने के लिए पियें. लेकिन चिकित्सकीय परामर्श आवश्यक है.
5. सॉ पालमेत्तो
सॉ पालमेत्तो का इस्तेमाल आमतौर पर प्रोस्टेट स्वास्थ्य के लिए किया जाता है. यह एक जड़ी बूटी है जो शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद करती है. अपने डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही कुछ महीनो के लिए पूरे दिन में दो बार 160 मिलीग्राम सॉ पालमेत्तो का जूस पियें.
6. हॉर्नी गोट वीड
हॉर्नी गोट वीड, चाइनीज दवाईयों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह शुक्राणु उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है. हॉर्नी गोट वीड सप्लीमेंट्स को सुरक्षात्मक तरीको के लिए इसका परिक्षण अच्छे से अभी तक नहीं किया गया है. ध्यान रहे चिकित्सक से परामर्श करने के बाद ही हॉर्नी गोट वीड का सेवन करें.
7. ग्रीन टी
ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट की अधिक मात्रा फर्टिलिटी को बढ़ाती है क्योंकि ये शुक्राणु कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाने वाले मुक्त कणों को बेअसर कर देते हैं. ग्रीन टी में मौजूद एपीगैलोकैटेचिन गेलेट शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार करता है जिससे गतिशीलता बढ़ती है और इस प्रकार गर्भ निषेचन के लिए इसकी क्षमता में सुधार होता है.
8. माका जड़
काला किस्म का माका जड़ शुक्राणु उत्पादन और उसकी गतिशीलता को बेहतर बनाने में मदद करता है. यह एक लोकप्रिय प्रजनन जड़ीबूटी है जो हार्मोन संतुलन में मदद करती है. इसके लिए कुछ महीने तक रोज़ाना एक से तीन चम्मच माका जड़ का सेवन पूरे दिन में दो बार ज़रूर करें. आप इसे एक ग्लास पानी में, प्रोटीन शेक या फिर इसे चुटकीभर लेकर अपने खाने में मिला सकते हैं.
9. अश्वगंधा
अश्वगंधा की जड़ का जूस शुक्राणुओं को बढ़ाने में मदद करता है और वीर्य की मात्रा या शुक्राणु गतिशीलता को भी बढ़ाता है. इसके अलावा, यह जड़ी बूटी स्वस्थ टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को भी बढ़ावा देती है. एक ग्लास दूध में आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलाएं जिसे इंडियन जिंसेंग भी कहा जाता है. कुछ महीनों के लिए इस मिश्रण को पूरे दिन में दो बार ज़रूर पियें. इसके अलावा आप अश्वगंधा जड़ का जूस भी पी सकते हैं. लेकिन चिकित्सकीय परामर्श लेना न भूलें.
10. पैनेक्स जिंसेंग
पैनेक्स जिंसेंग को कोरियन जिंसेंग भी कहा जाता है. इसका इस्तेमाल आमतौर पर तनाव से दूर रहने के लिए चाइनीज दवाइयों में किया जाता है. टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के लिए और शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता की वृद्धि करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.