शहद खाने के तरीके - Shahad Khane Ke Tarike!
कई स्वास्थ्य गुणों से भरे हुये होने के कारण शहद का उपयोग कई रोगों में किया जाता है. आयुर्वेदिक इलाज में शहद एक मुख्य घटक है. शहद कई तरह के रोगों को नष्ट करने व शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होती है. शहद में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी, विटामिन सी, प्रोटीन, लौह, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम इत्यादि होते हैं. जिस कारण से ये हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी रहता है. आइये शहद खाने के तरीके के बारे में चर्चा करते हैं.
शहद खाने के तरीके
शहद का उपयोग कई रोगों में किया जाता है. इसे खाने के कई तरीके हैं. इसका इस्तेमाल अलग-अलग रोगों में भिन्न-भिन्न तरीके से किया जाता है. शहद को किसी खाद्य पदार्थ के साथ मिलाकर या सादे पानी के साथ या रोग के अनुसार अन्य तरह से भी सेवन किया जा सकता है. इस संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी निम्नलिखित हैं:
1. स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक पेय के रूप में या अन्य खाद्य पदार्थ के साथ प्रयोग: - चूँकि शहद कई पौष्टिक गुणों से युक्त होता है साथ ही इसका स्वाद भी काफी अच्छा होता है. बच्चे-बड़े सभी को इसका स्वाद पसंद होता है. इसलिए शहद का प्रयोग कई स्वादिष्ट व स्वास्थ्यवर्धक पेय में या विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में भी किया जाता है. जहाँ स्वादिष्ट होने के कारण लोग इसे बिना किसी दिक्कत के सेवन कर सकते हैं वहीं यह शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है. चाय में चीनी के स्थान पर शहद डालकर प्रयोग किया जा सकता है. सलाद, टोस्ट या पेनकेक्स के साथ शहद का उपयोग किया जा सकता है. इसके अलावा गुनगुने पानी में या सादे पानी में भी शहद मिलाकर पिया जा सकता है.
2. शारीरिक व्याधि व रोगों में उपचार हेतु प्रयोग: - बच्चों के खाँसी में अदरक के रस में शहद मिलाकर पिलाने से खाँसी में आराम मिलता है. सुखी खाँसी में शहद और नींबू का रस मिलाकर पीना चाहिए. कब्ज की शिकायत होने पर टमाटर या संतरे के रस में एक चम्मच शहद का रस पिलाकर पीना चाहिए. यदि वजन बढ़ाना हो तो रात में दूध में शहद मिलाकर पीना चाहिए. और यदि वजन कम करना हो तो गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर सुबह खाली पेट चाहिए. गुनगुने पानी व शहद का प्रयोग से तत्काल शक्ति मिलती है. गुनगुने पानी में शहद मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करने से शरीर के उत्तकों को पोषण मिलता है और नर्वस सिस्टम की कमजोरी दूर होता है.
3. जुकाम होने पर शहद, तुलसी के पत्ता के रस और अदरक के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर चाटने से राहत मिलती है. यदि नींद सही ढंग से नहीं आती हो तो रात को दो चम्मच शहद खाकर सोने से लाभ होता है. शहद को अनार के रस में मिलाकर पीने से दिमागी कमजोरी, सुस्ती, निराशा, थकावट आदि दूर होती है. मीठी सौंफ में एक-दो चममच शहद मिलाकर सेवन करने से दिल मजबूत होता है व यह हृदय को सुचारु रूप से कार्य करने में मदद करता है. एक अनार के ताजे रस में एक बड़ा चम्मच शहद मिलाकर प्रतिदिन खाना चाहिए. इससे दिल स्वस्थ रहता है. दिल को स्वस्थ रखने के लिए खजूर और शहद का सेवन भी किया जा सकता है. इसके लिए खजूर में सुई चुभाकर कई छिद्र करके इसे शहद में डूबा देना चाहिए. फिर इसमें से 2-4 खजूर का सेवन दिन में 2 बार करना चाहिए. गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीने से खून में लाल रक्त कण बढ़ते हैं, जिससे हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है.
3. यदि सर्दी-जुकाम से पीड़ित हों व सुबह नाक बंद रहता हो तो इस समस्या में काली मिर्च के साथ शहद का प्रयोग किया जा सकता है. इसके लिए रात में काली मिर्च के 10-12 दाने को दरदरा पीस कर 2 चम्मच शहद में मिलाकर छोड़ दें व फिर सुबह इस मिश्रण को चबाकर खा लेना चाहिए. ठंडे पानी में शहद मिलाकर रोज पीने से त्वचा का रंग साफ होता है व उसमें निखार आता है.
शहद खाने में रखें ये सावधानियाँ
1. शहद हमारे शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं. इसे यों ही या अन्य चीज के साथ मिलाकर खाया जाता है. पर शहद खाने में कुछ सावधानियाँ भी बरतनी चाहिए. गलत तरीका से शहद को खाने से यह नुकसान पहुंचा सकता है. शहद को गर्म करके नहीं खाना चाहिए, इससे सेहत खराब हो सकती है. तेल या मक्खन में मिलाकर शहद नहीं खानी चाहिए. मटन या मछली के साथ शहद नहीं खानी चाहिए, ये बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है. शहद में
चीनी मिलाकर भी नहीं खानी चाहिए.
2. इसके अलावा एक वर्ष से कम उम्र के बच्चे को शहद नहीं देना चाहिए. इससे उसके मांसपेशियाँ कमजोर हो सकती है और उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है. शहद की तासीर गर्म होती है इसलिए शहद की अधिक मात्रा का सेवन से पेट की परेशानी हो सकती है.