प्रेगनेंसी के लिए 14 बेहतरीन सेक्स पोजीशन
गर्भधारण करने के लिए सबसे जरुरी है कि आपका संभोग सही तरह से हो। गर्भ धारण करने के लिए सबसे पहले ये जरुरी हैकि संभोग के दौरान सेक्स की पोजीशन क्या रही। अगर पोजीशन सही रहो तो प्रगेनेंसी की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। दरअसल तीन लाख स्पर्म में से एक से ही प्रेगनेंसी संभव है। ऐसे में ये जरुरी है कि स्पर्म का सही तरह से महिला के अंडकोष तक पहुंचे। इसके लिए कुछ ऐसी पोजीशन है जिसे सबसे बेहतरीन माना गया है।
मिशनरी पोजीशन
गर्भाधारण के लिए ये पोजीशन सबसे अच्छी मानी जाती है। इसमें पुरुष टॉप पर होता है। यह पोजीशन इसलिए सबसे बेहतर मानी जाती है क्योंकि इससे सबसे ज्यादा गहराई तक लिंग पहुंच सकता है। ऐसा होने से शुक्राणु के सर्विक्स के सबसे नजदीक पहुंचने की संभावना सबसे ज्यादा बढ़ जाती है।
कूल्हों को उठाएं
महिला पार्टनर के कूल्हों को उठाकर सेक्स करने से गर्भधारण करने की संभावना बढ़ जाती है। कूल्हों को उठाने के लिए कमर के नीचे तकिया लगाई जा सकती है। ऐसा करने से गर्भाशय ग्रीवा यानी सर्विक्स सबसे ज्यादा एक्सपोज होती है। इससे ज्यादा गहराई और ज्यादा वीर्य योनि में प्रवेश कराया जा सकता है।
डॉगी-स्टाइल
इस पोजीशन में पुरुष परंपरागत पोजीशन की जगह महिला की योनि में पीछे से प्रवेश करता है। ऐसा करने से वीर्य गर्भाशय के सबसे करीब इकट्ठा हो जाता है। ऐसे में गर्भ धारण करने की संभावना बढ जाती है।
साइड बाई साइड या कैंची पोजीशन
इस सेक्स पोजीशन में दोनों पार्टनर एक दूसरे के आमने-सामने होते हैं और उनके पैर कैंची की तरह फैले होते हैं। ऐसी पोजीशन मे लिगं की पहुंच ज्यादा गहरी हो जाती है। डाक्टरों का मानना है कि ये पोजीशन गर्भधारण के लिए तो अच्छी है साथ ही ये किसी भी दंपत्ति को भावानात्मक रूप से भी जोड़ती है। बच्चे की इच्छा रखने वाले दंपत्ति के लिए ये पोजीशन काफी रोमांटिक मानी जाती है। जब महिला रोमांटिक, खुश और भावनात्मक रूप से उत्तेजित होती है तो हैप्पी हार्मोन जैसे आक्सीटोसिन शरीर में रिलीज होते हैं जो गर्भधारण में सहायक माना जाता है।
स्पूनिंग
आजकल अकसर कहा जाता हैकि महिलाएं सेक्स का आनंद कम लेतेी हैं। विशेषज्ञ इसका एक बड़ा कारण मानते हैं कि सेक्स के दौरान पुरुष फोरप्ले की कला को भूल गए हैं। लेकिन, सेक्स से पहले यानी फोरप्ले के दौरान अगर स्पूनिंग की जाय तो गर्भवती होने की संभावना को तेजी से बढ़ाई जा सकती है। इससे सेक्स का पूरा आनंद ना लेने की समस्या का समाधान भी किया जा सकता है क्योंकि स्पूनिंग से पुरुषों में बेहतर उत्तेजना को बढ़ावा मिलता है। इस उत्तेजना की वजह से ज्यादा गुणवत्ता वाले शुक्राणुओं उत्पादित होने की संभावना बढ़ जाती है। स्पूनिंग एक तरह की आलिंगन यानी कडलिंग पोजीशन है। इसमें एक पार्टनर घुटनों के मोड़ कर लेट जाता है, जबकि दूसरा पार्टनर अपनी पीठ को पार्टनर से चिपकाकर लेटता है।
वुमेन आन टॉप
हमारी जिंदगियों में ग्रैविटी का बहुत महत्व है। जीवन ही ग्रैविटी का मोहताज है। लेकिन कभी-कभी गुरुत्वाकर्षण की अवहेलना अद्भुत काम कर सकती है। जब गर्भधारण की की बात हो तो ये नियम बहुत अच्छी तरह लागू होता है। वुमन आन टॉप पोजीशन ऐसी ही एक सेक्स पोजीशन है जिसे वुमेन आन ड्राइविंग सीट भी कहा जाता है। इस पोजीशन में पुरुष नीचे और महिला पुरुष के ऊपर होती है। यह पोजीशन प्रेगनेंसी के लिए महिला सबसे अच्छी होती है क्योंकि यह लिंग के अधिकतम प्रवेश की गारंटी देती है। इस पोजीशन में पुरुष अपनी पीठ के बल लेट जाता है या बैठ जाता है और महिला उसे आगे या पीछे की ओर मुंह करके उसके ऊपर बैठती है। ऐसा करने में पुरुष अपना सीधा लिंग महिला की योनि में डालता है और अमूमन महिला ही इस पोजीशन में मूवमेंट करती है।
रिवर्स काउगर्ल
यह पोजीशन वुमन आन टाप की तरह ही होती है। इस पोजिशन को स्पिन आन भी कहा जाता हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह पोजीशन आमतौर पर महिलाओं की सबसे पसंदीदा पोजीशन है। इस जो महिला अपने लेटे या बैठे हुए साथी के लिंग पर ऐसे बैठती है कि वो अपने साथी का चेहरा देख सके। इस पोजीशन में सामान्यतः पुरुष सिर्फ लेटकर महिला को सहारा देने के अलावा कुछ नहीं करता, महिला ही इस पोजीशन में घर्षण का सारा काम करती है। इसके लिए वो अपने पैरों का उपयोग करती है। यह बहुत ही ज्यादा रोमांटिक पोजीशन है जिसमें दोनो पार्टनर्स को चरम सुख मिलता है। ऐसा करना गर्भधारण के लिए भी सबसे उपयोगी है क्योंकि इस पोजीशन में आप यह भी सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप लिंग के स्खलन के समय वो योनि में सबसे अच्छी स्थिति और गहराई में हो। इसे एक सुंदर जंगली सवारी भी कहा जा सकता है।
पेग स्टाइल
गर्भ धारण करने के लिए पेग पोजीशन को सबसे बेहतरीन पोजीशनों में से एक माना जाता है। इस पोजीशन में पुरुष नीचे लेटता है और महिला पुरुष के ऊपर लेट जाती है। इसके बाद संभोग होने से महिलाओं के गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है।
लेग्स ऑन शोल्डर पोजीशन
अभी हमने आपको बताया कि कैसे ग्रैविटी यानी गुरुत्वाकर्षण की अवहेलना करने से प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ती है। यह भी उतना ही सच है कि जब गर्भवती होने की बात आती है, तो गुरुत्वाकर्षण एक शानदार भूमिका भी निभा सकता है। लेग्स आन शोल्डर पोजीशन में महिला लेट जाती है और एक या दोनों पैर अपने साथी के कंधों पर रख लेती हैं। ऐसी स्थिति में पुरुष का लिंग जब महिला की योनि में जाता है तो गुरुत्वाकर्षण भी इसमें शानदार भूमिका निभाकर इसे और गहराई तक पहुंचा देता है। ऐसी स्थिति में स्खलन के बाद, शुक्राणु के लिए गर्भाशय ग्रीवा तक तैरना और उसे पार करना आसान हो जाता है।
व्हील बैरो पोजीशन
यह एक एथलेटिक सेक्स पोजीशन है। इसमें आपको और आपसे साथी को बहुत शक्ति भी चाहिए। व्हील बैरो पोजीशन में महिला अपने हाथ पैर पर एक घोडे़ की मुद्रा में आ जाती है। महिला का साथी पैरों को ऊपर उठाकर पीछे से अपने लिंग को योनि में प्रवेश करता है। ये पोजीशन आपको गर्भाशय में प्रवेश और वीर्य की पहुंच के लिए उत्कृष्ट गहराई देती है।.
मैजिक माउन्टेन पोजीशन
यह सेक्स पोजीशन डॉग स्टाइल से मिलती जुलती है। इस पोजीशन में महिला झुककर खड़ी होती है। पुरुष उसके पीछे से खड़ा होकर संभोग करता है। सहारे के लिए महिला तकिए का भी सहारा ले सकती है। इस अवस्था में गर्भधारण की संभावना बहुत हद तक बढ़ जाती है।
ग्लोइंग ट्राएंगल पोजीशन
संभोग की इस मुद्रा में लिंग की पहुचं बढ़ती है और गहराई तक लिंग प्रवेश कर सकता है। यह मुद्रा वैसे तो मिशनरी मुद्रा की तरह ही होती है लेकिन इस मुद्रा में पुरुष महिला के ऊपर हाथ और घुटनों के बल होता है। पुरुष के पैरों के बीच से महिला के पैर बाहर निकलते हैं और महिला किसी तकिया को अपनी कमर के नीचे रखती है। तकिया अगर स्पंजी हो तो संभोग में उसके इलास्टिक प्रवृति से लिंग ज्यादा गहरे तक प्रवेश कर सकता है। यदि तकिया सामान्य तो तब भी योनि ज्यादा से ज्यादा खुली होने की वजह से लिंग गहराई से प्रवेश करता है। इस तरह की पोजीशन से लिंग की पहुंच गहराई तक हो जाती है और शुक्राणु डिम्ब तक सुरक्षित पहुँच जाते हैं।
रतिक्षण या ऑर्गैज्म
वैसे तो ऑर्गैज्म या रतिक्षण का सेक्स पोजीशन से कुछ लेना देने नहीं है पर कई अध्ययनों को मुताबिक रतिक्षण का भी गर्भावस्था प्राप्त करने में बहुत बड़ा योगदान है। इन अध्ययनों के मुताबिक महिला रतिक्षण से संकुचन होता है जो शुक्राणु को गर्भाशय की ओर धकेल देता है।
आलिंगन या कडलिंग
सेक्स के बाद कडलिंग यानी आलिंगन भी बहुत जरुरी अंग होता है। ऐसा भी कहा जा जाता है कि यदि सेक्स संबंध खत्म होते ही पुरुष महिला को छोड़कर चला जाता है तो भावनात्मक रूप से दुखी होती है। वहीं आलिंगन करने या कडलिंग जिसमें कुछ देर साथ लेटे रहने से महिलाएं अपने को साथी से भावानात्मक रूप से ज्यादा जुड़ती हैं। ऐसा करने से उन्हें खुशी मिलती है और इसकी वजह से उनके शरीर में डोपामीन और ऑक्सीटोसिन हार्मोन निकलता है गर्भधारण को ज्यादा गति देता है और इसमें लाभदायक सिद्ध होता है।
ये जानना बहुत जरुरी है कि पोजीशन कोई भी हो पर सेक्स के दौरान दंपत्ति का तनावमुक्त होना बहुत जरुरी है। जब महिला तनाव में होती है तो उसकी योनि सख्त हो जाती है और सेक्स का ना तो आनंद मिलता है ना ही उसका प्रभाव और परिणाम प्रेगनेंसी हो पाता है। एक शोध के मुताबिक यदि सेक्स के समय महिला तनाव में होती है तब उसके शरीर में कई तरह के एंजाइम और हार्मन पैदा होते हैं। इनकी वजह से किसी भी महिला के गर्भधारण करने की संभावना 12 प्रतिशत तक घट जाती है।
तनाव मुक्त रहने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज, योग और ध्यान करना चाहिए। इसके साथ ही यह बहुत जरुरी है कि पुरुष और महिला दोनों ही सेक्स के समय मन और शरीर दोनों से स्वस्थ हों और इस बात के लिए तैयार हों।