पिज़्ज़ा के नुकसान - Pizza Ke Nuksan!
आजकल के दौड़ में फास्ट फूड का चलन काफी बढ़ गया है. इन फास्ट फूड में पिज्जा भी एक है. पर पिज्जा को लोग जितना ही चाव से खाते हैं उतना ही यह सेहत के लिए नुकसानदायक भी होता है. पिज्जा खाने में तो लोगों को बहुत ही भाता है पर धीरे-धीरे यह हमारे स्वास्थ्य व शरीर को खराब ही करते जाता है. आज के जीवनशैली में कितने लोग ऑफिस अपने काम पर जाते हैं तो लंच टाइम में वे अपने भोजन के रूप में पिज्जा को ही लेते हैं. पर उन्हें नहीं पता होता है कि तत्काल जिह्वा को स्वाद देने वाला व पेट को भरने वाला पिज्जा अंदर से उनके शरीर व स्वास्थ्य को ठीक करने के जगह पर खराब ही करता है. आइये आगे पिज्जा के नुकसान के संदर्भ में चर्चा करते हैं.
पिज्जा के नुकसान-
आमतौर पर पिज्जा में मैदा, पनीर और सौस का प्रयोग ज्यादा किया जाता है, पर यह तीनों हमारे शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक होता है. मैदा हमारे पेट के लिए हानिकारक होता है. पिज्जा हमारे पेट की चर्बी बढ़ा देता है, जो कि हमारे शरीर व स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है. चर्बी बढ़ने से शरीर में अनावश्यक मोटापा बढ़ती है. इसके अलावा पिज्जा में एडिटिव्स और प्रिज्वेंटिव्स पाया जाता है जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं होता है, यह हमारे स्वास्थ्य को खराब ही करता है. पिज्जा में सैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है. कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से आट्रीज़ बंद हो जाती है और रक्त का प्रवाह सही ढंग से नहीं हो पाता है और इस कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा पिज्जा खाने से शरीर में नमक की मात्रा काफी बढ़ जाती है. शरीर में नमक की ज्यादा मात्रा दिल के लिए हानिकारक होता है. इसलिए पिज्जा खाने से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. इससे हाई ब्लड प्रेशर की भी संभावना बढ़ जाती है.
पिज्जा खाने से हमें एक ही बार में बहुत ही अधिक मात्रा में कैलोरी मिल जाती है. एक ही बार में इतनी अधिक मात्रा में कैलोरी मिलना भी हमारे स्वास्थ्य के लिए सही नहीं रहता है. इससे शरीर का वजन नियंत्रित नहीं रहता है. इसके अलावा पिज्जा बनाने में ‘थैलेट’ नामक रसायन का प्रयोग किया जाता है, जो हमारे स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा प्रभाव डालता है. इस रसायन से प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचता है और इस कारण नपुंसकता भी हो सकती है. गर्भवती महिलाओं के लिए पिज्जा का सेवन काफी नुकसानदायक होता है. इससे गर्भस्थ शिशु के टेस्टीस या फिर ओवरी और मलद्वार की दूरी कम हो जाती है, जिस कारण प्रसव के समय दिक्कत होती है. एक शोध में यह भी दावा किया गया है कि फास्ट फूड का सेवन हमारे दिमाग पर भी बुरा प्रभाव डालता है और यह दिमाग को नुकसान पहुंचाता है.
खाना ही हो तो थोड़ा बदलाव करें-
इस प्रकार बहुत ही चाव से खाने वाला पिज्जा के नुकसान भी कम नहीं हैं. अतः पिज्जा खाने का मतलब शरीर में बीमारियों को न्योता देकर अपने स्वास्थ्य को खराब करना ही है. इस प्रकार पिज्जा का सेवन हानिकारक ही है और इसका सेवन नहीं करना ही बेहतर है. पर यदि फिर भी पिज्जा खाना ही है तो इसे नियमित रूप से सेवन तो एकदम ही नहीं करना चाहिए. ऑफिस के लंच टाइम में पिज्जा खाने के स्थान पर अन्य कोई वैसा चीज खाएँ जो स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुंचाता हो व पौष्टिक हो. पर यदि पिज्जा खाना ही चाहते हैं तो महीने में मात्र एक या दो बार ही खाएँ तथा इसे बनाने में मैदा के स्थान पर गेहूं के आटा का प्रयोग करें व इसमें स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ का प्रयोग न करें व इसके स्थान पर पौष्टिक चीज का प्रयोग करें. यदि उच्च रक्तचाप, दिल या हृदय से संबंधित कोई बीमारी या वैसी कोई बीमारी हो जो पिज्जा खाने से बढ़ सकती है तब तो इसे एकदम ही नहीं खाना चाहिए.