पथरी में क्या नहीं खाना चाहिए - Pathri Mein Kya Nahin Khana Chahiye in Hindi
पथरी की बीमारी से कई लोग परेशान हैं. आप इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि सिर्फ पथरी का ट्रीटमेंट करने के लिए भी कई अस्पताल खोले गए हैं. इन अस्पतालों मेनमरीजों की संख्या भी अच्छी ख़ासी होती है. इसलिए जाहीर है कि पथरी एक बेहद गंभीर बीमारी है और इसका उपचार करने आवश्यक है. इस संबंध में खान-पान पर ध्यान दिये बिना इसे खत्म नहीं किया जा सकता है. अधिक से अधिक पेय या तरल पदार्थ पीना पथरी को ठीक करने में बहुत ज्यादा मदद करता है. खासकरके पथरी के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीना पथरी की समस्या में और भी लाभदायक साबित होता है. पथरी की समस्या में डॉक्टर रोजाना 6 से 8 ग्लास पानी पीने की सलाह देते हैं.
इसके अलावा आपको अपने डॉक्टर से यह भी पूछना चाहिए की आपको 1 दिन में कितना पानी पीना चाहिए. एक अध्ययन के अनुसार आप डैश डाइट प्लान अपनाकर पथरी के खतरे को कम कर सकते हैं. अधिक वजन होने से आपको पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है. पथरी की समस्या में अपने डॉक्टर से आपको पता लगाना चाहिए कि पथरी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए क्योंकि भोजन पथरी को कम करने में अहम रोल निभाता है. इसके अलावा पथरी के परहेज के बारे में भी अपनी जानकारी को बढ़ाइए. आइए इस लेख के माध्यम से हम आपको पथरी के दौरान नहीं खाए जाने वाले खाद्यपदार्थों को बताएं.
क्या अलग-अलग प्रकार के पथरी के लिए आहार अलग होना चाहिए?
यदि आप किडनी स्टोन की समस्या से पीड़ित है, तो आपको डॉक्टर से पता करना चाहिए की किडनी स्टोन किस प्रकार के है.जब आपको यह पता हो जाएगा तो इसका इलाज करना आसान हो जाता है. स्टोन के टाइप का पता लगने से आपको अपने आहार में सोडियम, एनिमल प्रोटीन और ऑक्सालेट की कितनी मात्रा सेवन करना है, इसके बारे में जानकारी मिल जाएगी. किडनी स्टोन के चार प्रकार होते हैं
- कैल्शियम ऑक्सिलेट स्टोन्स
- कैल्शियम फॉस्फेट स्टोन्स
- यूरिक एसिड स्टोन्स
- सिस्टीन स्टोन्स
इन चार प्रकार के किडनी स्टोन के लिए आपको अलग-अलग डाइट प्लान का पालन करना होगा. इसलिए अपने डाइट प्लान के बारे में अपने किडनी एक्सपर्ट से सलाह लेना जरुरी होता है.
कैल्शियम ऑक्सिलेट स्टोन्स में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं - Pathri Mein Kya Nahin Khana Chahiye in Hindi
- अधिक मात्रा में ऑक्सिलेट न खाएं-
जिन लोगों को पथरी की परेशानी है उन्हें अपने खाद्य पदार्थों में वैसे चीजों को शामिल नहीं करना चाहिए जो आपके पेशाब में ऑक्सिलेट की मात्रा को बढ़ाते हैं. ऐसे पदार्थों से दूर रहने के लिए आपको सबसे पहले उन खाद्य पदार्थों को जानना होगा जो जो ऑक्सिलेट की मात्रा को बढ़ाते हैं. यहाँ हम आपको बताना चाहेंगे कि सूखे मेवे, मूंगफली, पालक, स्ट्राबेरी और वीट ब्रेन आपके पेशाब में ऑक्सिलेट की मात्रा बढ़ाते हैं. - बहुत अधिक सोडियम न खाएं-
जब आप अधिक नमक या सोडियम का सेवन करते हैं, तो आपको किडनी स्टोन होने का खतरा बढ़ जाता है. सोडियम डिब्बा बंद आहार, फास्ट फूड में बहुत अधिक मात्रा में होती है. इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों को न खाएं. इसके अलावा सोडियम मसालों और मीट में भी मौजूद होता है. - एनिमल प्रोटीन न खाएं-
एनिमल प्रोटीन अधिक मात्रा में खाने से आपको किडनी स्टोन का जोखिम अधिक रहता है. इसलिए डॉक्टर स्टोन से पीड़ित मरीजों को एनिमल प्रोटीन न खाने की सलाह देते हैं. इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित एनिमल प्रोटीन को बहुत कम मात्रा या सेवन न करें- रेड मीट, चिकन, सुअर का मांस
- अंडा
- मछली और घोंघा
- दूध, पनीर और अन्य डेरी प्रोडक्ट -
इसलिए आपको ऊपर बाताए गए एनिमल प्रोटीन को धीरे-धीरे रोजाना कम करना होगा. लेकिन आपको यह पता होना चाहिए की पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन खाना बहुत जरूरी होता है. इसलिए एनिमल प्रोटीन की जगह पर आप बीन्स, सूखे मटर और दाल, मसूर की दाल आदि खाएं. यह पौधे से आधारित खाद्य पदार्थ हैं जिनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और ऑक्सलेट की कम. इसके अलावा आपको अपने डॉक्टर से पूछना चाहिए कि एक दिन में कितना प्रोटीन खाना चाहिए. - अधिक कैल्शियम वाले आहार खाएं
कैल्शियम सुनने में ऐसा लगता है कि कैल्शियम स्टोन को बढ़ाता होगा, जबकि ऐसा नहीं है. सही मात्रा में कैल्शियम लेने से, यह पाचन मार्ग में ऐसे पदार्थों को रोकता है, जिनकी वजह से पथरी होती है. आप अपने डॉक्टर से पूछें कि कैल्शियम की कितनी मात्रा आपको खाना चाहिए. इसके अलावा ऐसे खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए, जिनमें ऑक्सिलेट की मात्रा कम हो. प्लांट बेस्ड या पौधे आधारित खाद्य पदार्थ जैसे अनाज, ब्रेड, सब्जियां और बीन्स खाएं. इसके अलावा अपने डॉक्टर से पूछें कि कैल्शियम का सबसे अच्छा स्त्रोत क्या है.