लिवर खराब होने के लक्षण - Liver Kharab Hone Ke Lakshan!
लीवर हमारे शरीर के सार्वाधिक महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. एक तरह से आप ये कह सकते हैं कि लीवर के सेहत पर ही हमारा सेहत टिका हुआ है. यदि आपके लीवर में कोई खराबी आई है तो इसे खतरे की घंटी समझें. लोगों के बीच ये भी भ्रम रहता है कि जो शराब पिता है सिर्फ उसकी ही लीवर ख़राब होती है. ऐसा नहीं है, ये के गलत धारणा है. हलांकि लीवर के खराब होने के लक्षणों के बारे में लोगों के पास जानकारी का अभाव है. इसलिए हम आपको सबसे पहले लीवर के खराब होने के लक्षणों बताएँगे. इस लेख के माध्यम से हम लीवर खराब होने के लक्षणों और उसके कुछ संभावित उपायों पर एक नजर डालेंगे.
1. मुंह से बदबू आना-
मुंह से गन्दी बदबू आने कई कारण हैं, लीवर का ख़राब होना भी उन्हीं कारणों में से एक है. लीवर के खराब होने पर मुंह से गन्दी बदबू इसलिए आती है क्योंकि मुंह में अमोनिया ज्याद रिसता है.
2. त्वचा का ख़राब होना-
यदि आपकी त्वचा का रंग उड गया है और उस पर सफेद रंग के धब्बे पड़ने लगे हैं तो समझिये कि लीवर ख़राब है. लीवर खराब होने का एक और संकेत है कि स्किन क्षतिग्रस्त होने लगेगी और उस पर थकान दिखाई पडने लगेगी.
3. पाचन तंत्र में खराबी-
पाचन तंत्र के खराब होने का भी ये कारण हो सकता है कि आपके लीवर में कोई समस्या आ गई है. इस दौरान आपके लीवर पर वसा जमा हुआ हो सकता है. या फिर वह बड़ा हो गया है, तो फिर आपको पानी भी नहीं हजम होगा.
4. गहरे रंग का मल-
यदि आपकी पेशाब या मल हर रोज़ गहरे रंग का आने लगे तो लीवर गड़बड़ है. यदि ऐसा केवल एक बार होता है तो यह केवल पानी की कमी की वजह से हो सकता है.
5. आँखों में पीलापन-
यदि आपके आंखों का सफेद भाग पीला नजर आने लगे और नाखून पीले दिखने लगे तो आपको जौन्डिस हो सकता है. इसका यह मतलब होता है कि आपका लीवर संक्रमित है.
6. मुंह के स्वाद में कड़वापन आना-
लीवर एक एंजाइम पैदा करता है जिसका नाम होता है बाइल जो कि स्वाद में बहुत खराब लगता है. यदि आपके मुंह में कडुआहर लगे तो इसका मतलब है कि आपके मुंह तब बाइल पहुंच रहा है.
7. पेट की सूजन-
जब लीवर बड़ा हो जाता है तो पेट में सूजन आ जाती है, जिसको हम अक्सर मोटापा समझने की भूल कर बैठते हैं.
लीवर में आई खराबी को दूर करने के कुछ घरेलु उपाय भी हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी परेशानी कम कर सकते हैं. आइए लीवर की देखभाल के लिए आवश्यक खद्यपदार्थों पर एक नजर डालें.
1. नारियल पानी
लीवर के हर रोग में हरे नारियल का पानी बेहद कारगर है. दिन में 2 या 3 हरे नारियल का पानी पीना चाहिए. इसका रिजल्ट किसी भी एलॉपथी दवा से कई गुणा अधिक तेज़ है.
2. हल्दी
इसमें एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते है और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करती है. हल्दी की रोगनिरोधन क्षमता हैपेटाइटिस बी व सी का कारण बनने वाले वायरस को बढ़ने से रोकती है. हल्दी को अपने खाने में शामिल करें या रात को सोने से पहले एक
गिलास दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर पिएं.
3. सेब का सिरका
लीवर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. भोजन से पहले सेब के सिरके को पीने से शरीर की चर्बी घटती है. सेब के सिरके को आप कई तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं.
4. आंवला
विटामिन सी के सबसे संपन्न स्रोतों में से एक है और इसका सेवन लीवर की कार्यशीलता को बनाये रखने में मदद करता है. आंवला में लीवर को सुरक्षित रखने वाले सभी तत्व मौजूद हैं. लीवर के स्वास्थ्य के लिए आपको दिन में 4-5 कच्चे आंवले खाने चाहिए.
5. मुलेठी
लीवर की बीमारियों के इलाज के लिए मुलेठी का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक औषधियों में किया जाता है. इसके इस्तेमाल के लिए मुलेठी की जड़ का पाउडर बनाकर इसे उबलते पानी में डालें. फिर ठंड़ा होने पर छान लें.
6. अलसी के बीज
फीटकोंस्टीटूएंट्स की उपस्थिति के कारण, अलसी के बीज हार्मोंन को ब्लड में घूमने से रोकता है और लीवर के तनाव को कम करता है. अलसी के बीज को पीसकर इस्तेमाल करने से लिवर के रोगों को दूर रखने में मदद करता है.
7. एवोकैडो और अखरोट
एवोकैडो और अखरोट में मौजूद ग्लुटथायन, लिवर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर इसकी सफाई करता है.
8. पपीता
लीवर की बीमारियों के लिए सबसे सुरक्षित प्राकृतिक उपचार में से एक है, विशेष रूप से लीवर सिरोसिस के लिए. हर रोज दो चम्मच पपीता के रस में आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पिएं.
9. सिंहपर्णी
जड़ की चाय लीवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले उपचारों में से एक है. अधिक लाभ पाने के लिए इस चाय को दिन में दो बार पिएं. आप चाहें तो जड़ को पानी में उबाल कर, पानी को छान कर पी सकते हैं.