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Last Updated: Feb 16, 2023
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कैसे बढ़ाएं बॉडी में ऑक्सीजन का लेवल और बनाए रखें

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Himani BelwalAyurvedic Doctor • 10 Years Exp.Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery (BAMS)
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शरीर में रक्त सभी कोशिकाओं को ऑक्सीजन पहुंचाता है। जब आप सांस लेते हैं और अपने फेफड़ों में ताजी ऑक्सीजन खींचते हैं, तो लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन के साथ बंध जाती हैं और इसे रक्तप्रवाह में ले जाती हैं। कोरोना महामारी के बाद अब ज्यादातर लोग यह जान गए हैं कि अपने रक्त में ऑक्सीजन लेवल को स्वाभाविक रूप से बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही आप अपने रक्त में ऑक्सीजन स्तर को बनाए रखने के लिए भी अपने डॉक्टर के साथ विभिन्न तरीकों पर चर्चा कर सकते हैं।

शरीर में ऑक्सीजन लेवल का बने रहना इसलिए जरुरी है क्योंकि सेलुलर स्तर पर, ऑक्सीजन उन कोशिकाओं को बदलने में मदद करता है जो खराब हो जाती हैं। इसके अलावा ऑक्सीजन शरीर को ऊर्जा देती है, प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करती हैं इसके अलावा भी यह शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों में भी मदद करती है।

रक्त ऑक्सीजन स्तर कैसे मापा जाता है?

सामान्य तौर पर पल्स ऑक्सीमीटर से रक्त ऑक्सीजन को मापा जाता है, जिसे ऑक्सीजन सैच्युरेशन भी कहा जाता है। यह एक छोटा उपकरण होता है जिसे उंगली (या आपके शरीर के किसी अन्य भाग) पर क्लिप किया जाता है। आक्सीमीटर उस अनुपात को नापता है जो ऑक्सीजन ले जाने वाली लाल रक्त कोशिकाओं और ऐसी लाल रक्त कोशिकाओं जिनमें ऑक्सीजन नहीं होती है। इस अनुपात को निर्धारित कर यह अपनी रीडिंग देता है।

क्या होता है सामान्य ऑक्सीजन लेवल

आक्सीमीटर से रक्त ऑक्सीजन के स्तर की जाँच या निगरानी गैर-इनवेसिव है, यानी इसमें किसी तरह का कोई काटना या सुई नहीं लगती है। साथ ही इससे चोट नहीं लगती है। रक्त ऑक्सीजन स्तर आपको यह जानने में मदद करता है कि आपके फेफड़े, हृदय और सर्कुलेटरी सिस्टम कितनी अच्छी तरह काम कर रहे हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक सामान्य रक्त ऑक्सीजन स्तर 95% और 100% के बीच होता है। इसका मतलब है कि लगभग सभी लाल रक्त कोशिकाएं आपकी कोशिकाओं और ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जा रही हैं।

अधिक ऊंचाई पर रहने वाले लोगों या कुछ प्रकार की पुरानी बीमारी - जैसे अस्थमा, एम्फीसीमा (वातस्फीति), या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पलमोनरी डिजीज  (सीओपीडी) वाले लोगों के लिए - कम रीडिंग होना सामान्य है।

यदि ऑक्सीजन लेवर 90% और 92% के बीच आ रहा हो तो इसे निम्न ऑक्सीजन स्तर यानी हाइपोक्सिमिया भी कहा जाता है।इसका मतलब है कि शरीर को बाहर से सप्लीमेंट ऑक्सीजन की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा यह फेफडों के सही ढंग से काम ना करने के संकेत भी हैं। अगर रीडिंग  90% से नीचे की हो तो इसका मतलब है कि आपको मेडिकल सहायता की जरुरत है।

कैसे बढ़ाएं शरीर में ऑक्सीजन लेवल

आपके शरीर में रक्त ऑक्सीजन स्तर को बढ़ाने में मदद के लिए आप कई चीजें कर सकते हैं। इसके हम दो तरीकों में बा्ंट सकते हैं।

  • पहला, तत्काल अल्पावधि में
  • दूसरा, दीर्घ अवधि के लिए
  • अल्पअवधि या इमरजेंसी मे कैसे बढाएं ऑक्सीजन

लेटने के बजाय खड़ें हों

ऑक्सीजन कम लगने पर लेटने के बजाय सीधे खड़े हों या बैठ जाएं। लेटना आपके फेफड़ों पर दबाव डाल सकता है और सांस लेने में मुश्किल कर सकता है।

खांसना

अगर जुकाम या फ्लू है, तो सांस लेने में कठिनाई  हो सकती है और आपका ऑक्सीजन सैच्युरेशन कम हो सकता है। ऐसे में आप खांसकर अपने वायुमार्ग के साफ कर सकते हैं।

खुली हवा में जाएं

ताजी हवा आपके फेफड़ों के लिए अच्छी होती है और आमतौर पर इसमें ऑक्सीजन का स्तर अधिक होता है। हालांकि, अगर यह बहुत गर्म या ठंडा है तो इससे आपकी सांस लेने में बाधा आ सकती है।

खूब पानी पीजिए

उचित रूप से हाइड्रेटेड फेफड़े आपके रक्त प्रवाह में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

गहरी सांस लें

धीमी, गहरी सांसें लें इससे आपके फेफड़ों में जाने वाली हवा की मात्रा बढ़ जाती है। कभी ही तेज, तेज सांस ना लें क्योंकि इससे फेफडे पर दबाव पड़ता है

सेल्फ प्रोनिंग

अगर ऑक्सीजन लेवल कम है तो सीने पर तकिया लगाकर सेल्फ प्रोनिंग की जा सकती है। इसमें आपको तकिया सीने के नीचे रखकर पेट के बल लेटना है। इसके बाद गहरी गहरी सांस करीब 5-10 मिनट तक लेनी है। इससे ऑक्सीजन लेवल तुरंत बढ जाता है।

दीर्घअवधि मे कैसे बढाएं ऑक्सीजन

ब्रीदिंग एक्सरसाइज

साँस लेने के व्यायाम का अभ्यास करें। जानबूझकर सांस लेने की तकनीक पर काम करने से आपके फेफड़ों की क्षमता बढ़ सकती है और आपके रक्त तक अधिक ऑक्सीजन पहुंचने लगती है।  सांस लेने के सरल व्यायाम जैसे कि पर्स्ड-लिप ब्रीदिंग और डीप बेली ब्रीदिंग आपके वायुमार्ग को खोल सकते हैं और आपके रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

योग

योग का श्वास से बहुत अच्छा संबंध है। योग का आधार ही सांस पर केंद्रित है। ऐसे में अगर आप कपालभाति, अनुलोम-विलोम या प्राणायाम करते हैं तो फेफडों को ताकत मिलती है और इसके साथ ही रक्त में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है।

सक्रिय जीवनशैली

शारीरिक गतिविधि आपकी सांस लेने की रफ्तार को तेज करती है, जिससे आप अधिक ऑक्सीजन लेने में सक्षम होते हैं। जिस तरह आपके शरीर का वर्कआउट करने से आपकी फिटनेस में सुधार होता है, उसी तरह आपके फेफड़ों का व्यायाम करना भी उनके लिए अच्छा होता है।

सिगरेट छोडें

यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो छोड़ दें। यह बहुत ही कम समय में आपके फेफड़ों के स्वास्थ्य को तेजी से लाभ पहुंचाता है, और रक्त में ऑक्सीजन स्तर को भी आश्चर्यजनक सुधार देता है। धूम्रपान छोड़ने के केवल दो से तीन सप्ताह बाद, आपके सर्कुलेशन में काफी सुधार होने की संभावना है। एक से नौ महीने के बाद आपकी सांस की तकलीफ कम हो जाती है। ये दोनों पहलू आपके शरीर की अधिक ऑक्सीजन लेने की क्षमता में योगदान करते हैं।

पौधों से करें दोस्ती

घर पर पौधे लगाएं। पौधे कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। ऐसा करके वे घर के अंदर की हवा की गुणवत्ता को बढ़ा देते हैं।

आयरन जरुरी

आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। लाल रक्त कोशिकाओं को ऑक्सीजन से बांधने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है, इसलिए जब आप अपने आहार में अधिक आयरन प्राप्त करते हैं तो वे बेहतर कार्य कर सकते हैं।

एंटीऑक्सिडेंट

कुछ खाद्य पदार्थ जो एंटीऑक्सिडेंट के भंडार हैं, उनमें लहसुन, खजूर, केला और गाजर शामिल हैं, इन सभी खाद्य पदार्थों का पीएच मान 8 है जो स्वाभाविक रूप से ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ स्वस्थ कोशिकाओं को मुक्त कणों से बचाने के लिए जाने जाते हैं जिससे शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है।

नींबू

नींबू शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के लिए सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक है।  इसके अतिरिक्त, वे सर्दी, खांसी, नाराज़गी और अतिसंवेदनशीलता जैसी बीमारियों का इलाज करते हैं। नींबू लिवर को डिटॉक्सीफाई भी करता है और कचरे को खत्म करने में मदद करता है। ऑक्सीजन के स्तर और शरीर के पूरे स्वास्थ्य को सुधारने  के लिए बस एक गिलास गर्म नींबू पानी खाली पेट लें। गुनगुने नींबू पानी से सुबह की शुरुआत और शानदार और तरोताजा हो जाएगी।

हल्दी

हल्दी को भारत के ऐसे मसाले के रूप में जाना जाता है जो भोजन को पोषक तत्वों, औषधीय और चिकित्सीय गुणों से भर देता है। यह शरीर के पूरे स्वास्थ्य को ठीक करने के गुण रखता है । यह नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ा सकता है, जो रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने और महत्वपूर्ण अंगों में रक्त प्रवाह में सुधार करने के लिए जिम्मेदार है। जिससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है। ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने और संक्रमण को दूर रखने के लिए सुबह एक कप हल्दी वाली चाय भी पी जा सकती है।

इसी तरह दीर्घकालिक अवधि में अंगूर, मेवे और एवाकाडो से भी शरीर में ऑक्सीजन लेवल को बढाया जा सकता है। हालांकि इसके रोजाना सेवन की जरुरत होती है और इससे लाभ मिलने में थोड़ा समय लग सकता है।  

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