Healthy Lifestyle Tips In Hindi - स्वस्थ जीवन के टिप्स
जीवन में स्वस्थ रहने के लिए कुछ चीजें आपको बदलनी होंगी. जैसे कि अपने खानपान और जीवन शैली पर विशेष ध्यान देना होगा. आपको एक संतुलन बनाकर चलाना पड़ेगा. जिससे आप जीवन के भागदौड़ का शिकार न हो सकें. समय-समय पर चिकित्सक का भी परामर्श लेते रहें. लेकिन निम्लिखित 5 तरीके भी आपके जीवन को स्वस्थ बनाएंगे.
1. तांबे के बर्तन में रखकर पानी पीयें
तांबे के बैक्टीरिया-नाशक गुणों में मेडिकल साईंस बड़ी गहरी रुचि ले रहा है. यह पानी खास तौर पर आपके लीवर के लिए और आम तौर पर आपकी सेहत और शक्ति-स्फूर्ति के लिए उत्तम होता है. आजकल पानी को विभिन्न घरों तक पहुँचाने या फिर घर में ही पानी के वितरण के लिए इसे कई जगह पंप करते हुये लोहे अथवा प्लास्टिक के पाइपों से होकर गुज़ारना पड़ता है. आपको बता दें कि इस पूरी प्रक्रिया में पानी कई जगह रगड़ाता-टकराता है जिससे उसमें काफी दोष आ जाता है. ऐसे में आपको तांबे के बर्तन में रखा पानी लाभदायक साबित होता है.
2. शरीर को पर्याप्त आराम दें
आमतौर पर आपके दिनचर्या के हिसाब से ही आप सोने जाते होंगे लेकिन इसमें मुख्य सवाल ये है कि क्या आप पर्याप्त नींद ले पा रहे हैं? यदि नहीं तब आपको इस विषय में पुनर्विचार की आवश्यकता है. अक्सर कहा जाता है कि दिन में आठ घंटे की नींद लेनी ही चाहिए. आपके शरीर को जिस चीज की जरूरत है, वह नींद नहीं है, वह आराम है. अगर आप पूरे दिन अपने शरीर को आराम दें, अगर आपका काम, आपकी एक्सरसाइज सब कुछ आपके लिए एक आराम की तरह हैं तो अपने आप ही आपकी नींद के घंटे कम हो जाएंगे. लोग हर चीज तनाव में करना चाहते हैं, लोग पार्क में टहलते वक्त भी तनाव में होते हैं.
3. दो हफ्ते में एक बार उपवास करें
अगर आप बिना कुछ खाए रह ही नहीं सकते या आपका कामकाज ऐसा है, जिसके चलते भूखा रहना आपके वश में नहीं और भूखे रहने के लिए जिस साधना की जरूरत होती है, वह भी आपके पास नहीं है, तो आप फलाहार ले सकते हैं. कुल मिलाकर बात इतनी है कि बस अपने सिस्टम के प्रति जागरूक हो जाएं. एक बात और, अगर आप बार-बार चाय और कॉफ़ी पीने के आदी हैं और उपवास रखने की कोशिश करते हैं तो आपको बहुत ज्यादा दिक्कत होगी. इस समस्या का तो एक ही हल है. अगर आप उपवास रखना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने खानपान की आदतों को सुधारें. पहले सही तरह का खाना खाने की आदत डालें, तब उपवास की सोचें. अगर खाने की अपनी इच्छा को आप जबर्दस्ती रोकने की कोशिश करेंगे तो यह आपके शरीर को हानि पहुंचाएगा. यहां एक बात और बहुत महत्वपूर्ण है कि किसी भी हाल में जबर्दस्ती न की जाए.
4. पीठ को सीधा रखकर बैठें
शरीर के ज्यादातर महत्वपूर्ण भीतरी अंग छाती और पेट के हिस्से में होते हैं. इन अंगों को सबसे ज्यादा आराम तभी मिल सकता है, जब आप अपनी रीढ़ को सीधा रखकर बैठने की आदत डालें. शरीर को सीधा रखने का मतलब यह कतई नहीं है कि हमें आराम पसंद नहीं है, बल्कि इसकी सीधी सी वजह यह है कि हम आराम को बिल्कुल अलग ढंग से समझते और महसूस करते हैं. आप अपनी रीढ़ को सीधा रखते हुए भी अपनी मांसपेशियों को आराम में रहने की आदत डाल सकते हैं. लेकिन इसके विपरीत, जब आपकी मांसपेशियां झुकीं हों, तो आप अपने अंगों को आराम में नहीं रख सकते. आराम देने का कोई और तरीका नहीं है. इसलिए यह जरूरी है कि हम अपने शरीर को इस तरह तैयार करें कि रीढ़ को सीधा रखते हुए हमारे शरीर का ढांचा और स्नायुतंत्र आराम की स्थिति में बने रहें.
5. प्रकृति के साथ जुड़कर जीवन जिएं
आप जिस चीज़ को शरीर कहते हैं वो बस इस धरती का एक टुकडा है. ये शरीर भी धरती की सतह पर चला जाएगा, यह बस धरती का एक टुकड़ा है. तो यह अपने सर्वोत्तम रूप में तब रहेगा, जब आप धरती से थोडा संपर्क बनाकर रखें. फिलहाल आप हर वक़्त सूट और बूट पहन कर पचासवें फ्लोर पर चलते रहते हैं, और कभी भी धरती के संपर्क में नहीं आते. ऐसे में आपका शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार होना स्वाभाविक है.