Bhang Benefits And Side Effects In Hindi - भांग के फायदे और नुकसान
भांग हमारे देश में नशे के लिए काफी चर्चा में रहती है. हमारे यहां रंगों का त्योहार कहे जाने वाले होली में तो भांग का काफी उपयोग किया जाता है. उस समय भांग का उपयोग ठंडाई से लेकर बर्फी पीड़ा आदि में भी किया जाता है. इसका उपयोग हम अभी तक नशे के रूप में करते रहे हैं. लेकिन हम आपको यहां भांग के फायदे और कुछ औषधीय गुणों की भी जानकारी देंगे. दरअसल भांग में कन्नाबिनोइड नाम का एक तत्व पाया जाता है. यह तत्व कफ और पित्त जैसी समस्याओं से मुक्ति दिलाने में मदद करती है. इसके अलावा भांग पाचन शक्ति, नींद ना आने की समस्या, गले की घरघराहट आदि समस्याओं से भी निपटने में हमारी मदद करती है. लेकिन रोज़ भांग खाने के नुकसान भी होते है, यह एक तरह का नशा होता है जिसकी लत लगने की संभावना बनी रहती है. आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे भांग के फायदे और नुकसान के बारे में जो इस प्रकार है -
दमा के लिए भांग के फायदे -
- दमा जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए भी भांग का उपयोग किया जा सकता है.
- इसके लिए आपको भांग की लिखी हुई 125 मिलीग्राम पत्तियों के साथ 2 ग्राम काली मिर्च और 2 ग्राम मिश्री मिलाकर खाने से फायदा होता है.
- आप चाहें तो कमरे में इसे जलाकर धुंए का प्रयोग भी कर सकते हैं.
- इससे भी दम की समस्या में राहत महसूस होती है.
- भांग के पत्तों को घी में भूनकर इसमें काली मिर्च और मिश्री मिलाकर पीस लें और उनका रोजाना सेवन करें.
कैंसर के उपचार में भांग के फायदे
- कैंसर एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है.
- लेकिन इसमें भी भांग की भूमिका इसे खत्म करने में लिखी जाती है.
- भांग, एचआईवी एड्स की दवाओं के निर्माण में भी काफी उपयोगी साबित होता है क्योंकि लैब में भांग के उपयोग से कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने में सफलता पाया गया है.
पेचिश के उपचार में
- पेचिश के मरीजों को 125 मिलीग्राम भांग के चूर्ण को सोफ्ट के छह बूंद रस के साथ दिन में दो बार लेना चाहिए.
- इसके अलावा भांग के 100 मिलीग्राम चूर्ण के साथ 50 मिलीग्राम पोस्ता दाने का चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम लेने से दस्त के साथ-साथ उनकी भी समस्या खत्म होती है.
- यदि आप चाहें तो सीख विभाग के 125 मिलीग्राम चूर्ण शहद के साथ दिन में दो बार सेवन कर सकते हैं. इससे भी राहत मिलती है.
मोतियाबिंद के उपचार में
- मोतियाबिंद की समस्या को दूर करने के लिए भी हम भांग का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- आपको बता दें कि हमारे संदेश ऑफ टेक्नोलॉजी ऑप्टिक नर्व के माध्यम से ही दिमाग़ तक पहुंचते हैं.
- ग्लूकोमा इसी नर्म को नुकसान पहुंचा देता है. जिससे हमें मोती अमन की समस्या होती है.
- एक शोध में यह पाया गया है कि भांग का सेवन मोतियाबिंद के लक्षणों में कमी लाता है.
मस्तिष्क के लिए भांग के फायदे
- ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय के शोध में यह पाया गया है कि भांग को हम मस्तिष्क की समस्याओं से निपटने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
- दरअसल इस शोध के अनुसार भांग स्ट्रोक की समस्या में मस्तिष्क को नुकसान से बचाने का काम करती है.
- भांग का सेवन स्ट्रोक के असर को दिमाग के कुछ हिस्सों में समेट कर इसका प्रभाव कम करता है.
सिर दर्द में भांग के फायदे
- यदि आप भी अक्सर सरदर्द की समस्या से पीड़ित रहते हैं तो भांग आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है.
- 25 ग्राम पिसे हुए भांग को दूध या पानी के साथ सुबह शाम लेने से सिरदर्द में राहत मिलती है और नींद की समस्या भी दूर होती है.
सर्दी-बुखार में में भांग के फायदे
- भांग के पिसे हुए पत्तों में गुड़ मिलाकर इसकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें.
- जब भी सर्दी-बुखार हो तो आप इसमें से 1-2 गोलियां को सुबह शाम खाएं. इससे राहत मिलती है.
गठिया में
- जोड़ों का दर्द जिसे आम तौर पर गठिया के नाम से जानते हैं.
- इसमें भी भांग उपयोगी होता है. इसके लिए आपको भांग के बीज के तेल का मालिश करना होती है.
कान के लिए भांग के फायदे
- सर्वाधिक महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. कई बार हमें कान की परेशानियों से दो चार होना पड़ता है.
- इससे निपटने के लिए भांग के रस की 8 से 10 बूंदे कान में डालें ऐसा करने से कान साफ हो जाते हैं.
- साथ ही इससे कान दर्द से छुटकारा मिलता है.
- भांग के पत्तियों को अच्छी तरह से पीसकर सरसों के तेल में स्थित है.
- इसे छानकर इस तेल को कान में डालने से भी कान के दर्द से छुटकारा मिलता है.
रोज़ भांग खाने के नुकसान
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रोज़ भांग खाने के नुकसान की बात करें तो इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में कमजोरी आती है.
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बच्चों को भांग का सेवन करने से बचना चाहिए भांग का लगातार उपयोग करने से हम इसके आदी हो जाते हैं.
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अगर रोज़ भांग खाने के नुकसान की बात करें तो गर्भवती महिलाओं को इसका प्रयोग बिल्कुल नही करना चाहिए.
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इसके अलावा भांग का अत्यधिक सेवन पुरुष को नपुंसक चरित्रहीन और विचारहीन बना सकता है. इसलिए सावधानी से इसका उपयोग करना चाहिए.