भांग के पकौड़े बनाने की विधि - Bhaang Ke Pakode Kaise Banaye!
भारतीय प्राचीन चिकित्सा प्रणाली जिसे आयुर्वेदिक चिकित्सा के नाम से भी जाना जाता है. इसमें लगभग हर पेड़ या फल के स्वास्थ लाभ बताए गए है, साथ ही अलग-अलग स्वास्थ स्थितियों के लिए उनका प्रयोग और रोगों का उपचार भी बताया गया है. अगर आज के परिपेक्ष को देखें, तो आयुर्वेद उपचार को लेकर लोगों में विशेषकर रूचि है, जिसके चलते उपचार के इस तरीके की ओर लोगों का रूझान बढ़ रहा है. लगभग हर भारतीय रसोई में प्रयोग की जाने वाली हल्दी, अजवाइन, धनीया, अदरक, नींबू आदि फलों के आयुर्वेद में कई लाभ बताए गए है. उन्हीं में से एक बेहतरीन स्वास्थ लाभ प्रदान करने वाली एक तरह की खाद्य प्रदार्थ, भांग होती है, जो प्राकृतिक होती है. इसके पेड़ और पत्ते आदि होते है, जिन्हें पीसकर कई तरह के खाद्य आदि प्रदार्थोंं में इसे उपयोग किया जाता है. विशेषकर भांग का प्रयोग होली के समय ज्यादा होता है. होली जैसे खुशी के त्यौहार पर कई लोग भांग के पकौड़े आदि जैसे पकवान तैयार करते है.
जबकि भांग के फायदे और नुकसान दोनों ही होते है. भांग के फायदे की बात करें तो इसका उपयोग सिरदर्द में किया जाता है. इसके लिए जरूरी है कि रोगी भांग के पत्तों को सूंघें.अगर बात करें मलेरिया जैसे रोग कि तो इसमें भी भांग बहुत उपयोगी सिद्ध होती है. इसके लिए भांग के एक ग्राम पाउडर में 2 ग्राम गुड़ मिला लें और उसकी 4 गोलियां बना लें. मलेरिया में बुखार आने से पहले इन्हीं में से एक गोली का सेवन करने से काफी राहत मिलती है.
इसके अलावा भांग के फायदे की बात करें तो आँखों की समस्याओं में भी भांग काफी राहत प्रदान करती है. ग्लूकोमा जिसे मोतियाबिंद के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें आँख की नसें कमज़ोर हो जाती है. ग्लूकोमा जैसी स्थिति में भांग काफी लाभ प्रदान करती है. इससे आँखों की नस मजबूत होती है.
इसके अलावा भांग के पत्ते का रस माथे पर लगाने से रूसी की समस्या से छुटकारा मिल जाता है. इसके अलावा भांग की ठंडाई के सेवन से मूत्र की जलन मिट जाती है. इसके अलावा भांग के पाउडर और गुड़ मिलाकर सेवन करने से पेट साफ रहता है. इन सभी के अलावा कान का दर्द जैसी स्थितियों में भी आप भांग के पेस्ट को आग में पिघलाकर कान में डाल सकते है, जिससे कान में कीड़े जैसी समस्या दूर रहती है.
अगर आमतौर पर बात करें तो भांग के पकौड़े और भांग की ठंडाई सिर्फ होली जैसे त्यौहार पर ही ज्यादा प्रचलित होती दिखती है. सही मात्रा में सेवन करने पर इसके कई स्वास्थ लाभ होते है. भांग के पकौड़े की बात करें, तो भारत में होली के त्यौहार के समय भांग का प्रयोग काफी लंबे समय से किया जा रहा है. साथ ही भांग की ठंडाई और भांग के पकौड़े का भी सेवन किया जाता है. लेकिन बहुत से लोगों को यह पता नही होता कि भांग के पकौड़े कैसे बनाए ? तो आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे भांग के पकौड़े बनाने की विधि, जो इस प्रकार -
भांग के पकौड़े बनाने के लिए सबसे पहले आपके पास जरूरी सामग्री होनी चाहिए. जिसमें
- चने की आटा
- हल्दी
- लाल मिर्च पाउडर
- कूकिंग ऑयल
- आलू जिन्हें आपको गोल काटना होगा
- प्याज़ को गोल काटे
- थोड़ा भांग की पत्ती का पेस्ट
- नमक
- आमचुर
भांग के पकौड़े तैयार करने के लिए सबसे पहले -
- सभी चीज़ों को मिलाकर मिश्रण बना लें और इसका पेस्ट तैयार कर लें.
- अब पेस्ट में आलू और प्याज़ के कटे हुए पीस मिक्स कर लें.
- कढ़ाई में तेल को गर्म कर लें और पेस्ट को उसमें डालकर भूरा होनी तक फ्राई करें.
भांग के पकौड़े बनाने की विधि में कुल 40 मिनट तक का समय लगता है.