बच्चे के दांत निकलने पर घरेलू उपाय
बच्चे के दांत निकलना हर माता पिता के लिए एक कठिन समय होता है। बत्तों के दांत 3 महीने की उम्र से लेकर 12 महीने तक निकलना शुरू हो सकते हैं, और 3 साल की उम्र तक निकलते रहते हैं। इस दौरान अत्यधिक लार निकलना, संवेदनशील लाल मसूड़े, भूख कम लगना, मुंह या गर्दन के आसपास चकत्ते, और भूख में कमी आम लक्षण हैं।ये ऐसा समय होता है जब बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है।
हर चीज़ को मुंह में डालकर चबाने की कोशिश करता है। उसके मसूढ़े फूल जाते हैं । कई बच्चों को दस्त शुरु हो जाते हैं। ऐसे में ये कहा जा सकता है कि ये समय सिर्फ बच्चे के लिए ही नहीं मां बाप के लिए भी काफी मुश्किल भरा हो सकता है।
पर अगर आप अपने बच्चे के दांत निकलते समय कुछ एहतियात बरतें तो उनका दांत निकलने की प्रक्रिया आसान हो सकती है और उनकी मुस्कान बनी रह सकती है। तो आइए जानते हैं कि क्या तरीके अपनाकर आप अपने बच्चे के दांत निकलने का समय सुखद बना सकती हैं।
ठंडा कम्प्रेस इस्तेमाल करें
बच्चे के मसूढ़ों में दर्द को कम करने के लिए ठंडा कम्प्रेस इस्तेमाल करना एख असरदार कदम है।टीदिंग के लिए आप कुछ चीज़ों को फ्रीज कर बच्चे को चबाने लिए दे सकते हैं । ठंडी चीज़ें चबाने से मसूढ़ों क्षेत्र को सुन्न करने में मदद मिलेगी और दबाव पड़ने से सूजन कम होगी।इसके लिए आप साफ रुमाल,फल, सब्ज़ियां खिलौने इत्यादि फ्रिज में रखकर जमा दें।फिर इन्हें बच्चे को चबाने के लिए दें।
टीदिंग खिलौने आज़माएं
बच्चा मसूढ़ों की टीस और सूजन से परेशान होकर उसे कम करने के लिए कुठ ना कुछ चबाने की कोशिश करता है। इसके लिए खासतौर से सिलिकॉन से बने सुऱक्षित टीदिंग खिलौने बाज़ार में उपलब्ध हैं जो आपके काम आ सकते हैं।इसके अलावा लकड़ी के टीदर भी बच्चों के दांत निकलने के समय उपयोग में ले जा सकते हैं।
कोशिश करें कि खिलौने ऐसे ब्रांड के खरीदें जो प्राकृतिक जल-आधारित सीलेंट या खाद्य ग्रेड रंगों का उपयोग करता हो। और इस बात से अवगत रहें कि उपयोग करने से पहले कुछ टीदर्स को तेल या वैक्स करने की आवश्यकता होती है।
सूजन को बढ़ावा देने वाले आहार कम दें
दांत निकलने पर शुरुआती दिनों में होने वाली मसूढ़ों की सूजन दर्द पैदा करने वाली नसों को उत्तेजित कर सकती है, इसलिए सूजन कम करने वाले खाद्य पदार्थ बच्चे को दें।इनमें ताजे फल और सब्जियां, मक्खन और अंडे शामिल हैं।
स्तनपान जारी रखें
दांत निकलते वक्त शिशु की इन्यूनिटी ठीक से काम करती रहे इसका ध्यान रखें इसके लिए बच्चे को ब्रेस्ट मिल्क देती रहें क्योंकि उसे आपके स्तन के दूध से एंटीबॉडी मिलती हैं।
बच्चे को विटामिन डी दें
आजकल बच्चों में अकसर विटामिन डी की कमी होती है क्योंकि वे बाहर धूप में बहुत कम समय बिताते हैं। विटामिन डी इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शिशु में विटामिन डी के सामान्य स्तर पर बनाए रखने के लिए तरल विटामिन डी की बूंदें दे सकते हैं।
बच्चे को प्रोबायोटिक्स दें
चूंकि अधिकांश इम्यून सिस्टम आंतों के कार्य को प्रभावित करता है इसलिए उनकी आंतों को बेहतर अवस्था में रखने के लिए प्रोबायोटिक्स देना महत्वपूर्ण है।
एक मेश फीडर में जमे हुए फलों का पल्प
केले, सेब और गाजर को फ्रोजन मैश कर के फीडर में भरा जाता है। फिर दर्द से राहत और स्वादिष्ट उपचार दोनों के लिए इस फीडर को फ्रीज़ कर के बच्चे को दें।
छिली हुई अदरक
अदरक एक प्राकृतिक एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो मसूड़ों में नसों को शांत करके शुरुआती दर्द को दूर करने में मदद करता है। सबसे अधिक प्रभाव के लिए, छिलके वाली अदरक का एक टुकड़ा अपने बच्चे के मसूड़ों पर 2-3 मिनट के लिए रगड़ें।
पिसी हुई लौंग
लौंग में ऐसे तेल होते हैं जिनमें वार्मिंग, सुन्न करने वाले गुण होते हैं। पिसी हुई लौंग को पानी, नारियल तेल या बिना नमक के मक्खन के साथ मिलाएं और फ्रिज में ठंडा करके एक पेस्ट बनाएं जिसे मसूड़ों पर रगड़ा जा सके। लौंग का एसेंशियल ऑयल भी ऐसे समय में बहुत अच्छा काम करता है!
टूथब्रश चबाना
टूथब्रश को चबाने से दांतों के अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है क्योंकि इससे बच्चे को अपने मुंह में ब्रश रखने की आदत हो जाती है और साथ ही साथ उनके मसूड़ों की अच्छी मालिश भी हो जाती है। इसके अलावा उंगली पर पहनने वाला रबर गम मसाजर भी अच्छा काम कर सकता है।
वेनिला एक्सट्रैक्ट
वेनिला में सुखदायक एजेंट होता है जो बच्चे के चिड़चिड़ेपन को कम कर सकता है। इसके अलावा इसके इस्तेमाल से एक आरामदायक अनुभूति पैदा होती है। इसको रुई पर लगाकर अपने बच्चे के मसूड़ों पर लगाने से राम मिलेगा।
घर पर बनी हुई पॉप्सिकल्स
प्राकृतिक, जैविक फलों के रस से अपने स्वयं के पॉप्सिकल्स बनाकर फ्रीज़ करें। इन्हें देने से आपके बच्चे को कुछ राहत मिल सकती है।साथ ही यह बच्चे के मसूढ़ों को आराम पहुचाने का एक मज़ेदार, स्वादिष्ट और सुरक्षित तरीका है।
टीदिंग दस्ताने
ये अनोखे दस्ताने आपका बच्चा पहन सकता है। ये टीदिंग रिंग के समान ही होते हैं । इन्हें चबाकर बच्चे अपने मसूढ़ों की खुजली और सूजन को कम कर सकते हैं।
बोतल फ्रीज करें
बच्चे के दूध की बोतल में पानी भरकर उसे फ्रीज़ करें ।इससे पानी निप्पल में जम जाएगा। फिर अपने बच्चे को इस ठंडे निप्पल को चबाने दें।
ठंडा चम्मच
एक धातु के चम्मच को कुछ घंटों के लिए फ्रिज में ठंडा करें, फिर अपने बच्चे को इसका आनंद लेने दें। इसके अलावा आप लकड़ी का चम्मच भी फ्रीज़ कर सकती हैं।यह बच्चों को बहुत पसंद आता है।
बच्चे के चेहरे की मालिश
दिन में कई बार, अपने बच्चे के चेहरे, जबड़े और मसूड़ों को गोलाकार तरीके से मसाज दें। कभी-कभी बच्चे इसे पसंद नहीं करते पर कुछ बच्चों को ये काफी राहत दे सकता है।
घर पर ही टीदिंग क्रीम बनाएं
नारियल तेल और फ़ूड-ग्रेड कोकोआ बटर को एक साथ पिघलाएं और उसमें थोड़ा सा लौंग का तेल मिलाएं। इस मिश्रण को फ्रिज में ठंडा होने दें और इसे शिशु के मसूढ़ों पर मलें।इससे उनके दर्द और सूजन में कमी आएगी।