अनार के फायदे और नुकसान - Anar Ke Fayde Aur Nuksaan!
अनार, हमारे स्वास्थ्य के लिए पोषक गुणों के कारण विश्व-भर में लोकप्रिय है. अनार, में फाइबर तो होता ही है लेकिन इसके साथ ही इसमें विटामिन सी, के और बी भी प्रचुर मात्रा में मौजूद रहता है. अनार में कई तरह के पोषक तत्वों जैसे कि पोटेशियम, फोलेट, मैंगनीज, सेलेनियम, लोहा, मैग्नीशियम, फास्फोरस, ज़िंक इत्यादि की भरपूर मौजूदगी होती है. इसके साथ ही यह ओमेगा-6 फैटी एसिड का भी एक महत्वपूर्ण स्रोत है. यह पाचन शक्ति को बेहतर करता है, वीर्य गठन को बढ़ाता है, स्मृति को सक्रिय करता है, हवा, पित्त, कफ की वजह से शरीर में हुए असंतुलन को ठीक कर देता है, हीमोग्लोबिन के गठन को बेहतर बनाता है और एक बहुत अच्छा रक्त शोधक है.
आइए इस लेख के माध्यम से एचएम अनार खाने के विभिन्न फ़ायदों और नुक़सानों को जानें.
1. हृदय-स्वास्थ्य में सुधार लाने में-
अनार, आपके हृदय के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है. यह ब्लड वेसल्स को पोषण देता है जिससे रक्त-प्रवाह में सुधार होता है. इसके अलावा यह ब्लड क्लॉट बनने से भी रोकता है. अगर आप नियमित एक ग्लास आनर के जूस पीते है तो यह ह्रदय स्वास्थ्य के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है.
2. एनीमिया के लिए-
यह फल एनीमिया से पीड़ित रोगियों के लिए बहुत उपयोगी है. यह शरीर में बॉडी में आयरन की आपूर्ति करता है और लाल रक्त कोशिकाओं के साथ हीमोग्लोबिन की मात्रा में बढ़ोतरी कर उसके प्रवाह में भी सुधार लाता है. अनार में विटामिन सी से भी प्रचुर मात्रा में होता है जो आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है. अनार एनीमिया के लिए एक बहुत ही सक्षम डाइटरी सप्लीमेंट है और एनीमिया के लक्षणों से लड़ने में शरीर को पूरा सहयोग देता है.
3. प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने में-
अनार को गर्भावस्था में बहुत उपयोगी माना जाता है. यह उन महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है जो गर्भवती होना चाहती है. यह गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद समझा जाता है. अनार में विटामिन और मिनरल पायी जाती है जो महीअलयों में होने वाले दर्द को कम करता है. यह गर्भपात और प्रीमैच्योर बच्चे के संभावित जोखिम को भी कम करता है.
4. स्वस्थ रक्त-चाप बनाए रखने में-
अनार, एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन सी एवं नाइट्रिक ऑक्साइड का एक अच्छा स्त्रोत होने के कारण उच्च रक्त-चाप के रोगियों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होता है. यह है और का एक अच्छा स्रोत है. इसके पौषिक गुण रक्त प्रवाह को नियमित करने एवं रक्त-धमनियों को पोषित करने के लिए जाने जाते हैं. यह दिल के दौरे के होने की संभावना को भी बहुत हद तक कम कर देता है. अनार का रस सिस्टोलिक रक्तचाप कम करता है.
5. स्मरण-शक्ति को बढ़ाये-
अनार का सेवन करने से स्मरण-शक्ति को तो बढ़ावा मिलता ही है परंतु साथ ही में यह अल्ज़ाइमर (भूलने की बीमारी) जैसे दिमाग से सम्बंधित विकारों को भी हराने की क्षमता रखता है. एक शोध में पाया गया कि अनार दिमाग की क्रियाओं में सुधार लाता है और उम्र-सम्बंधित दिमाग की समस्याओं को भी
ठीक करता है.
6. मधुमेह को नियंत्रित करने में-
मधुमेह के मरीजों के लिए भी अनार बहुत ही फायदेमंद फल है. यह इंसुलिन के प्रति शरीर की संवेदनशीलता को कम करता है और मधुमेह से होने वाली समस्याओं से भी बचाव करता है. अनार के रस में अद्वितीय एंटीऑक्सीडेंट पॉलीफेनॉल्स (टैनिन और एंथोस्यानिंन्स) होते हैं जो टाइप 2 मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.
7.त्वचा पर चमक लाने के लिए-
अनार का रस त्वचा के लिए बहुत लाभकारी होता है. यह आपके त्वचा में नमी देता है जिससे त्वचा में निखार आता है. रोजाना अनार के जूस पीने से त्वचा पर झुर्रियों को आने से रोकता है. इस फल में विटामिन सी एवं एंटी-ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होती है जो एजिंग इफेक्ट को कम करता है. तो अपने डाइट में अनार को जरूर शामिल करें.
8. जोड़ों के दर्द के लिए-
अनार को गठिया के रोगियों के लिए गुणकारी माना जाता है. यह आपके जोड़ो के दर्द और हड्डी के दर्द से राहत मिलती है. इसके अलावा यह सूजन को भी कम करता है.
9. कैंसर का उपचार करने-
अनार कैंसर का कारण बनने वाले शरीर से जहरीले पदार्थो को बाहर निकालता है. इस फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट टॉक्सिक पदार्थ को बाहर निकलने में सहायक होता है. अनार का फल ब्रेस्ट कैंसर के लिए भी मददगार होती है. कैंसर जैसी घातक बिमारियों से बचने के लिए रोजाना अनार का जूस पीना चाहिए.
10. मौखिक स्वास्थ्य को सुधारने में
अनार में एंटी-प्लाक एलिमेंट्स होते हैं जो समग्र मौखिक स्वास्थ्य में सुधार ला उसे तरोताज़ा कर देते हैं. अनार में मौजूद तत्व दंत पट्टिका (प्लाक) के खिलाफ संरक्षण प्रदान करने में सक्षम होते हैं. पट्टिका गठन को कम करके, यह दंत क्षय, पायरिया, मसूड़े की सूजन और कृत्रिम दांतों स्टोमेटिटिस जैसी दंत समस्याओं के जोखिम को कम कर देते हैं.
अनार के नुकसान
- अनार में मौजूद एंज़ाइम लिवर में मौजूद कुछ एंज़ाइमों के कामकाज में बाधा कर सकते हैं.
- लिवर विकारों के मरीज अनार या इसके रस लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें.
- यदि आप डाइटिंग कर रहे है तो इसका सेवन करने से परहेज करें.
- यह फल कैलोरी काउंट में वृद्धि करता है. जिसके कारण वजन में वृद्धि होती है. इस फल के अत्यधिक सेवन से कई डिसऑर्डर का कारण बन सकती है. इसमें मतली, उल्टी, पेट दर्द और दस्त शामिल हैं. लेकिन यह लक्षण क्षणिक होते हैं.
- अनार की अत्यधिक सेवन जठरांत्र पथ में जलन भी पैदा कर सकती है.