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Last Updated: Jul 19, 2023
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डार्क पिगमेंटेशन से हैं परेशान जानिए इसके कारण और कैसे करें निदान

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Dr. Puneet Goyal0MBBSDermatologist
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हाइपरपिग्मेंटेशन का अर्थ है त्वचा पर पड़ने वाले ऐसे गहरे रंग के धब्बे जो आपका त्वचा के रंग से मेल नहीं खाते। यह तब होता है जब त्वचा में अतिरिक्त मेलेनिन का उत्पादन होने लगता है।मेलेनिन वो तत्व है जो त्वचा को उसका रंग देने के लिए ज़िम्मेदार होता है। यह हर प्रकार की त्वचा के लोगों को प्रभावित कर सकता है। आजकल हाइपरपिग्मेंटेशन बहुत आम समस्या है। ये कई कारणों से हो सकता है जैसे त्वचा पर जलन, खरोंच, मुंहासे, चकत्ते या अन्य किसी चोट के कारण । इन सभी मामलों में त्वचा में अधिक मेलेनिन का उत्पादन हो सकता है और त्वचा पर काले धब्बे पड़ सकते हैं। यह  छोटे छोटे पैच में होता है। इसका असर शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकता है।

हाइपरपिग्मेंटेशन कई प्रकार का होता है। आमतौर पर इससे प्रभावित लोगों में मेलास्मा, सनस्पॉट और पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन देखने को मिलता है।

हाइपर पिगमेंटेशन के कारण:- 

1. मेलास्मा

मेलास्मा आमतौर पर अन्य प्रकार के हाइपरपिग्मेंटेशन की तुलना में एक बड़े क्षेत्र को कवर करता है  और यह आमतौर पर चेहरे पर दिखाई देता है। मेलास्मा अक्सर पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक प्रभावित करता है। माना जाता है कि हार्मोन में बदलाव इसे ट्रिगर कर सकता है। उदाहरण के लिए, गर्भावस्था के दौरान या गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करते समय इसके होने की आशंका अधिक होती है। यह पेट पर भी हो सकता है। गर्भावस्था के बाद ये अपने आप ठीक भी हो जाता है।

2. सनस्पॉट

सनस्पॉट भी आमतौर पर होने वाला हाइपरपिगमेंटेशन है। इसे लीवर स्पॉट या सोलर लेंटिगिन भी कहा जाता है। ये ज्यादा देर तक सूरज के सम्पर्क में आने से हो सकता है। सनस्पॉट अधिकतर हाथों और चेहरे पर धब्बे के रूप में दिखाई देते हैं।

3. सूजन के कारण

लोगों की त्वचा में सूजन होने के बाद त्वचा के क्षेत्र काले पड़ सकते हैं। इसमें मुँहासे, एक्जिमा, ल्यूपस, या त्वचा की चोट शामिल हो सकती है। गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपरपिग्मेंटेशन विकसित होने की संभावना अधिक होती है। इस प्रकार का पिगमेंटेशन उन लोगों में अधिक होता है जिनके चेहरे पर मुँहासे होते हैं।

4.दवाओं के कारण

कुछ दवाएं ऐसी होती हैं जो सूर्य के प्रकाश के प्रति आपकी संवेदनशीलता को बढ़ाती हैं।ऐसी दवाओं के सेवन से भी हाइपरपिगमेंटेशन की आशंका बढ़ जाती है। कीमोथेरेपी और एंटीमलेरियल की दवाओं के कारण ये अधिक देखने को मिलता है।

5,. बीमारी के कारण

हाइपरपिग्मेंटेशन कई अधिक गंभीर बीमारियों में भी हो सकता है जैसे एडिसन रोग और हेमोक्रोमैटोसिस ।एडिसन रोग एडरिनल ग्रंथियों को प्रभावित करता है। यह शरीर के कुछ क्षेत्रों में हाइपरपिग्मेंटेशन का कारण बन सकता है। इनमें त्वचा की परतें, होंठ, कोहनी और घुटने , हाथों और पैरों की अंगुलियां शामिल हैं।

हेमोक्रोमैटोसिस एक ऐसा रोग है जिसके कारण शरीर में बहुत अधिक आयरन हो जाता है। यह हाइपरपिग्मेंटेशन का कारण बन सकता है, जिससे त्वचा का रंग गहरा या टैन्ड हो जाता है। हाइपरपिग्मेंटेशन तब हो सकता है जब आयरन का स्तर सामान्य से पांच गुना अधिक हो।

6.धूम्रपान के कारण

धूम्रपान से भी त्वचा में मेलेनिन का उत्पादन बढ़ता है। इसके कारण विशेष रूप से चेहरे पर काले धब्बे हो सकते हैं।

7.डायबिटीज़ के कारण

मधुमेह से पीड़ित लोगों में भी त्वचा पर हाइपरपिगमेंटेशन देखने को मिलता है।ये शरीर में इंसुलिन रेज़िज़टेंस के कारण होता है।इन रोगियों में आमतौर पर चेहरे औऱ हाथ पैरों पर काले धब्बे देखे जा सकते हैं।

कैसे पाएं काले धब्बों से छुटकारा

आइए अब जान लेते हैं कि घर बैठे आप हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या से छुटकारा कैसे पा सकते हैं।

1.सेब का सिरका

एप्पल साइडर विनेगर चेहरे के काले धब्बों को हटाने का अचूक नुस्खा है ।इसमें एसिटिक एसिड होता है, जो पिगमेंटेशन को हल्का कर सकता है। इसे उपयोग करने का तरीका भी जान लीजिए।सबसे पहले एक बरतन में बराबर भाग एप्पल साइडर विनेगर और पानी मिलाएं। फिर इसे अपने काले धब्बों पर लगाएं और दो से तीन मिनट के लिए छोड़ दें। फिर इसे गुनगुने पानी से धो लें। प्रतिदिन दो बार दोहराने से आप अपने इच्छित परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

2. एलोवेरा

एलोवेरा में एलोइन नाम का तत्व होता है, जो एक प्राकृतिक डिपिगमेंटिंग यौगिक है । ये त्वचा के रंग को हल्का करता है और एक गैर-विषैले हाइपरपिग्मेंटेशन उपचार के रूप में प्रभावी ढंग से काम करता है। इसका उपयोग करने के लिए हर रात सोने से पहले शुद्ध एलोवेरा जेल को उन सभी जगहों पर लगाएं जहां काले धब्बे नज़र आ रहे हों। अगली सुबह गर्म पानी से इसे धो लें। इसे रोजाना लगाते रहें जब तक कि आपकी त्वचा का रंग बेहतर न हो जाए।

3. प्याज का रस

प्याज़ का रस भी पिगमेंटेशन हटाने में कारगर होता है। खासकर लाल प्याज का अर्क त्वचा के दाग धब्बों को हल्का करने के काम में लाया जाता है। ये कई सौंदर्य उत्पादों में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके इस्तेमाल से आपकी त्वचा निखर सकती है।

4. ग्रीन टी

जानकार मानतें हैं कि त्वचा पर लगाने पर ग्रीन टी के अर्क का जबरदस्त प्रभाव हो सकता है। आप घर में मौजूद ग्रीन टी बैग्स को भिगोकर काले धब्बों पर लगा सकते हैं।इससे डार्क पिगमेंटेशन को कम किया जा सकता है।इसे इस्तेमाल करने के लिए एक ग्रीन टी बैग को उबले हुए पानी में तीन से पांच मिनट के लिए रख दें। फिर टी बैग को पानी से निकालें और ठंडा होने दें।फिर इसी टी बैग को अपने काले धब्बों पर मलें।जब तक त्वचा के धब्बे ठीक ना हो जाएं तब तक दिन में दो बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।

5. काली चाय का पानी

जानकार मानते हैं कि कालि चाय का पानी दाग धब्बों पर लगाने से उन्हें हल्का किया जा सकता है। घर पर इस हाइपरपिग्मेंटेशन उपचार को आजमाने के लिए एक कप उबलते पानी में एक चम्मच चाय की पत्तियां मिलाएं। इसे दो घंटे के लिए छोड़ दें। फिर ये पानी छान लें। अब एक रुई को चाय के पानी में भिगोकर हाइपरपिग्मेंटेशन वाले क्षेत्रों पर दिन में दो बार लगाएं। इसे चार सप्ताह तक  हर दिन दोहराएं। इससे आपको जल्दी ही लाभ नज़र आने लगेगा।

6. दूध

दूध, छाछ और यहां तक कि खट्टा दूध भी त्वचा की मलिनकिरण को प्रभावी ढंग से हल्का करने का काम कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन सभी उत्पादों में लैक्टिक एसिड होता है। पिगमेंटेशन के इलाज के लिए इनमें से किसी का उपयोग किया जा सकता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए एक कॉटन बॉल को दूध में भिगो दें।  इसे दिन में दो बार त्वचा के काले धब्बों पर मलें। ऐसा बेहतर परिणाम मिलने तक रोजाना करना है।

7.टमाटर का पेस्ट

टमाटर त्वचा के लिए वरदान की तरह है। इसमें मौजूद लाइकोपीन से त्वचा को पिगमेंटेशन के अल्पकालिक और दीर्घकालिक पहलुओं से बचाता है। इसका पेस्ट बनाकर रोज़ाना त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाने से लाभ मिल सकता है।

8. लाल मसूर दाल

मसूर दाल भी त्वचा के दाग धब्बे हटाने के लिए जानी जाती है।इस से बना फेस मास्क हाइपरपिग्मेंटेशन के उपचार के रूप में लोकप्रिय हैं। लाल मसूर की दाल एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है जिसे त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है।आप घर पर ही मसूर दाल का मास्क बना सकते हैं।इसके लिए आपको करीब  50 ग्राम लाल मसूर की दाल लेनी है।इसे को एक कटोरी पानी में रात भर भिगो दें। फिर इसका एक बारीक पेस्ट बनाने के लिए ब्लेंडर या फ़ूड प्रोसेसर का उपयोग करें। पेस्ट को समान रूप से अपने चेहरे पर लगाएं और 20 मिनट के लिए छोड़ दें। अब इसे ठंडे पानी से धो लें और अपनी त्वचा को तौलिये से थपथपा कर सुखा लें। इसके नियमित इस्तेमाल से आपकी त्वचा साफ और धब्बों रहित नज़र आने लगेगी।

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