इन 14 तरीकों को अपनाएंगे तो पास नहीं आएगी बीमारी और अपंगता
आज की जिंदगी में हर व्यक्ति मल्टीटास्कर है ऐसे में कौन बीमार होना चाहता है। बीमारी सेहत के साथ ही समय, संसाधन दोनों के लिए हानिकारक है। लेकिन ये भी सच है कि आज हम भागमभाग की लाइफ में ऐसी छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान नहीं देते जो बाद में बड़ी समस्या बन सकती है। अपंगता का रूप ले सकती है। आपका ध्यान 15 ऐसी चीजों पर फिर से दिलाते हैं जिससे आप अपंगता और बीमारी दोनों को बाय-बाय कर सकते हैं।
1: भोजन से बेहतर कुछ नहीं
भोजन की शक्ति को पहचानें। भोजन का विकल्प कुछ नहीं है। आप ऐसे अपने भोजन की प्लान करें कि अतिरिक्त कैलोरी पर लोड किए बिना आपको दिन भर के लिए पर्याप्त ईंधन मिलता रहे। फलों, सब्जियों, नट्स, साबुत अनाज, समुद्री भोजन और वसा रहित या कम वसा वाले डेयरी उत्पादों से शुरू करें। ट्रांसफैट और खाली कैलोरी से बचें जैसे कि हैवी सुगर वाले पेय जो आपको कोई पोषक तत्व नहीं देते हैं। हर सुबह स्वस्थ नाश्ता खाएं। नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन है और सुबह में एक स्वस्थ नाश्ता खाने से आपको दिन के बाकी हिस्सों में स्नैकिंग से बचने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही मिठाई पर अपनी जुबान की लालच को कम करें। यह सच्चाई है कि आपको चॉकलेट, मिठाई पसंद हो सकती है। इसके खाते समय कैलोरी को ध्यान में रखते हुए कम मात्रा में खाएं।
2: नियमित व्यायाम
फिटनेस को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं। आप का अपना लक्ष्य हर हफ्ते 150 मिनट का मध्यम व्यायाम होना चाहिए। आप इसे सत्रों में विभाजित कर सकते हैं यदि प्रत्येक सत्र 30 मिनट तक चलता है। याद रखें कुछ ना करने से अच्छा है छोटी शुरुआत करें। जब आपके पास चलने या ड्राइविंग के बीच कोई विकल्प हो, तो पैदल चलना चुनें। ऐसी गतिविधियाँ खोजें जिन्हें करने में आपको मज़ा आता है। सबसे जरुरी है कि आप शुरु करें। धीरे-धीरे शुरू करें। लेकिन शरु करने के बाद रुकें नहीं। धीरे-धीरे अपने वर्कआउट को लंबा और कठिन बनाएं।
स्ट्रेचिंग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। हम अपना अधिकांश समय ऑफिस में और कंप्यूटर के सामने बिताते हैं, इसलिए हमारी मांसपेशियां सख्त और सिकुड़ी हुई हो जाती हैं। मसल्स की ये स्टिफनेस चोटों और गंभीर दर्द के जोखिम को बढ़ा सकती है। इन चोटों से बचने के लिए हर सुबह नियमित रूप से स्ट्रेचिंग का अभ्यास करें।.
3: धुएं से फ्रिक नहीं उड़ती
कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने साल के हैं जब आप धूम्रपान छोड़ देते हैं, आप लगभग तुरंत स्वस्थ जीवन की संभावनाओं में सुधार करते हैं। उदारहरण के लिए
· सिगरेट पीने के 20 मिनट के भीतर धूम्रपान करने वाले की हृदय गति कम हो जाती है।
· रक्त में कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर सामान्य होने में 12 घंटे लगते हैं।
· धूम्रपान छोड़ने के 2 सप्ताह से 3 महीने के भीतर,दिल का दौरा पड़ने का जोखिम कम होने लगता है, और फेफड़े की कार्यक्षमता में सुधार होने लगता है।
· एक साल तक धूम्रपान न करने से हृदय रोग का खतरा आधा हो जाता है।
अपनी धूम्रपान छोडने के लिए उन कारणों की एक सूची बनाएं जिन्हें आप छोड़ना चाहते हैं। इसे छोड़ने की तारीख निर्धारित करें। आप जिन तरीकों का सामना करेंगे, उनकी मैपिंग करके खुद को चुनौतियों के लिए तैयार करें। दोस्तों और परिवार को अपनी नौकरी छोड़ने की योजना के बारे में बताएं। सिगरेट की तलब बढ़ाने वाली चीजों से खुद को दूर रखें ऐसी चीजें अपने आसपास भी ना रखें।
4: अच्छी आदतें अपनाएं, रोग भगाएं
भोजन से पहले हाथ न धोना बीमार पड़ने का सबसे बड़ा कारण हो सकता है। पूरे दिन हम जाने-अनजाने में एक बार में कई चीजों को छूते हैं। इससे कीटाणु हमारे हाथों से हमारे मुंह तक आसानी से पहुंच सकते हैं। इसलिए नियमित रूप से हाथ धोने की आदत डालें।
नाक खोदने की आदत सबसे खराब स्वास्थ्य आदतों में से एक है। इससे सर्दी और फ्लू जैसे विभिन्न संक्रमण हो सकते हैं और फैल सकते हैं क्योंकि बलगम के माध्यम से आपके शरीर में कोल्ड वायरस का संचार होता है। कई चीजों को छूने और फिर उसी उंगली को अपनी नाक में डालने से आप डाक्टर को दावत दे रहे हैं। इसलिए अपनी नाक से चिपचिपा पदार्थ निकालने की इस अजीब आदत को बंद करें।
लंबे नाखून संक्रमण और कीटाणुओं के लिए एक बेहतरीन रेस्टहाउस होते हैं। जब आप कई चीजों को छूते हैं, तो आपके नाखूनों में कीटाणु फंसने की बहुत अधिक संभावना होती है। इसलिए लंबे नाखूनों क काटकर रखे। वैसे भी लंबे नाखून आपके दैनिक कार्यों को करना मुश्किल भी बना देते हैं।
5: नहाना है रामबाण
सुनिश्चित करें कि आप अपने आप को एक अच्छे रिफ्रेशिंग शॉवर जेल या साबुन से अच्छी तरह साफ करें। आपके शरीर से गंदगी और दुर्गंध को दूर करने के लिए एक अच्छा शॉवर जरूरी है। नहाने से आपके शरीर की गंदगी तो दूर होती ही है साथ ही आप तरोताजा महसूर करते हैं। नहाने को अपने साथ बिताया क्वालिटी टाइमन बनाइए।अपने शरीर के प्रत्येक भाग को अच्छी तरह से साफ करें उसकी देखभाल करें।
6: नींद बिना सब सून
अपनी नींद के साथ समझौत बिलकुल न करेंष अपने सोने के घंटों को लेकर किया गया कंप्रोमाइज आपको लंबे समय तक परेशान कर सकता है। इससे आपकी शारीरिक मानसिक दोनों तरह की तकलीफें हो सकती हैं। कभी-कभी सिर्फ पूरी नींद ना लेना अपंगता की तरफ हमें ढ़केल सकता है। नींद विकारों को रोकने के लिए 8 घंटे की अच्छी नींद बहुत महत्वपूर्ण है। नींद को लेकर हमेशा एक उचित नींद का पैटर्न बनाए रखें। एक आरामदायक बिस्तर चुनें और देर रात को कभी भी भारी भोजन न करें।.
7: चिंता है चिता समान
हमारी कहावतों में कहा गया है कि चिता और चिंता में सिर्फ एक बिंदी का फर्क होता है। आप अपने मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य और अपंगता सभी से निजात पा सकते हैं बस शर्त छोटी सी है कि आप चिंता छोड़ दें। चिंता ना करके आप अपने ऊपर सबसे बड़ा एहसान कर रहे हैं। तनाव विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं जैसे अवसाद, अनिद्रा और हृदय रोग का कारण है। जब भी तनाव हो, सांस लेने के व्यायाम का अभ्यास करें और खुद को आराम दें।
8: अपने स्क्रीन टाइम की स्क्रीनिंग करें
अपनी आंखों और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए अपना मॉनिटर समय कम करें। यदि आपका काम मॉनिटर के उपयोग पर निर्भर करता है तो आंखों की सुरक्षा वाले चश्मे की अच्छी जोड़ी का उपयोग करके अपनी सुरक्षा करें और अपने बैठने के तरीके को सही कर लें। इसके अलावा,सुनिश्चित करें कि आप रात को अच्छी नींद लेने के लिए सोने से पहले किसी भी तरह के मॉनिटर, मोबाइल स्क्रीन को देखने से बचें।
9: जल ही जीवन है
अपनी शारीरिक गतिविधि के आधार पर हर दिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और आपकी कोशिकाओं को फिर से तरोताजा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन बहुत आवश्यक है। यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो आप खुद को डीहाइड्रेट कर लेंगे। डीहाइड्रेशन कई तरह के शारीरिक और मानसिक समस्याओं की जड़ है।
10: जंक फूड को कहें ना
फास्ट फूड ट्रांस फैट, चीनी, मसालों और कृत्रिम प्रजर्वेटिव्स से भरा होता है। लगातार जंक फूड खाने से आपकी एकमर चौड़ी हो जाएगी, लंबे समय में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जैसे उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और हृदय की समस्याएं हो सकती हैं। चूंकि फास्ट फूड खराब वसा से भरपूर होता है, यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और धमनियों को सख्त बनाता है, जिससे आगे चलकर प्लाक जमा हो सकता है। इसलिए, जंक फूड को कहें ना।
11: सेक्स करते समय सुरक्षित रहें
सेक्स जीवन का अहम हिस्सा है। लेकिन उससे भी अहम बात ये है कि आपको सेक्स करते समय पूरी सावधानी बरतनी है। अगर आप असावधानी बरतते हैं तो तो आप गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में पड़ जाएंगे। एसटीडी यानी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज से बचने और अनचाहे गर्भ से बचने के लिए हमेशा सेक्स करते समय कंडोम का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, एक साथी के साथ रहना ही आपको सुरक्षित बनाता है। कैसानोवा बनने की कोशिश बिलकुल ना करें।
12. आखों के सेहत पर कड़ी नज़र बनाएं
देश में 200 मिलयिन लोग दृष्टि संबंधि विकारों से पीड़ित हैं। अगर इन पर ध्यान ना दिया जाय तो यही दृष्टि अपंगता का कारण बन सकती है। इसलिए अपनी आखों का पूरा ध्यान रखें। नियमित समय पर उन्हें पानी से धोएं। स्क्रीन टाइम को कम करें। मोबाइल देखने को लत ना बनाएं। किसी वजह से स्क्रीन पर लंबे समय तक रहना पड़ता है तो आखों का व्यायाम करें। छोटे-छोटे ब्रेक आंखों को दें। सबसे जरुरी कि आपको अगर आंख या दृष्टि से जड़ी छोटी सी समस्या आए तो आप ड़ाक्टर से मिलें।
13. कान का रखे ध्यान
भारत में करीब 15 मिलयन लोगों को सुनने में दिक्कत है या फिर उन्हें बिलकुल नहीं सुनाई देता है। ऐसे में कान का ध्यान रखना जरुरी है वरना यही आगे चलकर श्रवण अपंगता बन जाती है। टीवी, या म्यूजिक सिस्टम को बहुत ज्यादा वाल्यूम में ना सुनें। कान की सफाई करने के लिए किसी भी चीज जैसे चाभी, हेयरक्लिव, पेन आदि का इस्तेमाल ना करें, सिर्फ ईयर बड्स का प्रयोग करें। कान की सेहत के लिए सिर्फ स्पेशलिस्ट पर ही भरोसा करें। अगर सुनने में छोटी सी दिक्कत भी है तो आप कान के डाक्टर के पास जाएं और हियरिंग एड लेने मे देर ना करें।
14. मानसिक विकार को ना बनने दें अपंगता
मानसिक रोग को लेकर सतर्क रहें। खुद और अपने बच्चे के व्यवहार पर लगातार नज़र बनाए रखें। उसे समझें। उसकी पढाई, खेल गतिविधियों पर नज़र रखें। मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रहने के लिए योग का सहारा लें। कई बार छोटा सा तनाव, भागदौड़ भरी जिंदगी ये सब मिलकर अपंगता का बड़ा रूप ले लते हैं।
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