तम्बाकू से होने वाले रोग - Tambaku Se Hone Waale Rog!
तम्बाकू का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है. तम्बाकू उत्पादों में एसीटोन, टार, निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे कई असुरक्षित पदार्थ होते हैं. आप जो भी तम्बाकू पदार्थ उपयोग करते हैं वह फेफड़ों के साथ-साथ आपके पूरे शरीर को प्रभावित करते हैं. धूम्रपान करने से शरीर को निरंतर कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जो आपके शरीर पर बुरा प्रभाव डालते हैं. सिगरेट को सिगार या हुक्के के साथ बदलने से आपको स्वास्थ्य जोखिमों से बचने में मदद नहीं मिलेगी. इसलिए तम्बाकू पर प्रतिबंध जरूर लगाएं. जब सिगरेट जलती है तो वो कई रासायनों को पैदा करती है. उन रसायनों में से कई तो इतने जहरीले होते हैं कि वे कैंसर को जन्म दे सकते हैं. आइये निम्नलिखित लेख के माध्यम से तंबाकू से होने वाले रोगों के बारे में जानें.
तंबाकू के सेवन से तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएं-
तम्बाकू में मौजूद निकोटीन मूड-स्विंग करने वाला तत्व होता है. निकोटीन आपके दिमाग में कुछ सेकंड में प्रवेश कर जाता है, जो आपको कुछ समय के लिए अतिसक्रिय महसूस करवाता है. जैसे ही इसका प्रभाव बंद होता है, तो आपको थकान महसूस होने लगती हैं और आपके अंदर अधिक निकोटीन की तलब शुरू हो जाती हैं. इससे आपको निकोटीन की लत लग जाती है. इसी वजह से लोगों को तम्बाकू छोड़ने के तरीके कठिन लगता है. निकोटीन की आदत आपके संज्ञानात्मक कार्य को ख़राब करती है, जिससे आप चिंतित, उदास, सिरदर्द और नींद कीसमस्याएं महसूस करते हैं.
श्वसन प्रणाली संबंधी समस्याएं-
जब आप धुएं में सांस लेते हैं, तो आप फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों को ग्रहण करते हैं. यह विभिन्न प्रकार की समस्याओं और संक्रमणों जैसे क्रोनिक ब्रॉन्काइटिस, फेफड़ों की सूजन, फेफड़े में क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और फेफड़ों का कैंसर आदि पैदा करते है. तम्बाकू उत्पादों से निकलने वाला धुआं आपके फेफड़ों और वायुमार्ग को नुकसान पंहुचाकर आपकी सांस की परेशानी का कारण बनता है. जिन बच्चों के माता-पिता धूम्रपान करते हैं, उनमें खांसने, घरघराहट, अस्थमा की बीमारी, निमोनिया और ब्रोन्काइटिस की संभावना अधिक होती है.
तम्बाकू लेने से ह्रदय संबंधी समस्याएं-
धूम्रपान आपके पूरे ह्रदय प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है. तम्बाकू रक्त वाहिकाओं को कसने का कारण बनता है, जो रक्त के प्रवाह को बाधित करता है. रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने के साथ, निकोटीन आर्टरी धमनी रोग का कारण बनता है. धूम्रपान से रक्त वाहिका की दीवारें सिकुड़ती है और रक्तचाप और रक्त के थक्कों को भी बढ़ाता है, जिससे आपके स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है. यदि आपके हृदय बाईपास सर्जरी, दिल का दौरा, या रक्त वाहिका में स्टेंट लगे हुए होते हैं, तो हृदय की बिगड़ती हुई बीमारियों का खतरा बढ़ेगा. धूम्रपान का एक्सपोजर भी धूम्रपान करने वाले की तरह जोखिम भरा होता है.
प्रजनन संबंधित समस्याएं-
इसके सेवन से कई अन्य बीमारियों के साथ-साथ प्रजनन से संबन्धित बीमारियाँ भी हो सकती हैं. तम्बाकू पुरुषों और महिलाओं दोनों के जननांग में रक्त के प्रवाह को प्रभावित करता है. पुरुषों में तम्बाकू शारीरिक संबंध बनाने की क्षमता को घटाता है और महिलाओं में यह स्नेहन कम करना, शारीरिक संबंध में सुख की कमी और असंतोष का कारण बनता है. धूम्रपान पुरुषों और महिलाओं दोनों में शारीरिक संबंध बनाने वाले हार्मोन का स्तर भी कम करता है, जिससे संबंध बनाने की इच्छा भी कम होती है.
तम्बाकू से त्वचा, बाल, और नाखून संबंधित समस्याएं-
धूम्रपान के हानिकारक प्रभावों में त्वचा के परिवर्तन शामिल हैं. धूम्रपान में पाए जाने वाले पदार्थ आपकी त्वचा की संरचना बदलते हैं, जो स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (त्वचा कैंसर) का खतरा बढ़ाते है. धूम्रपान से आपके नाखूनों पर भी प्रभाव पड़ता हैं. धूम्रपान करने से नाखून के फंगल संक्रमण की संभावना बढ़ती है. एक अध्ययन में यह पाया गया कि तम्बाकू बालों के झड़ने और गंजेपन के लिए जिम्मेदार है.