सेंधा नमक के गुण - Sendha Namak Ke Gunn!
जब भी व्रत के दौरान कुछ नमकीन खाना होता है तो हमलोग सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करते हैं. इसका कारण ये है कि सेंधा नमक को सभी प्रकार के नमक में बेहतर माना जाता है. आयुर्वेद में तो इसे दैनिक उपयोग में लेने की सलाह दी जाती है. इसके पीछे का वजह यह है कि यह आम नमक से अपने गुणों, उपयोग और स्वास्थ्य लाभ के कारण काफी अलग है. इसे संस्कृत में सैंधवा, शीतशिवा, सिंधुजा, नादेया भी कहा जाता है. आइए इस लेख के माध्यम से सेंधा नमक के तमाम गुणों को विस्तार से जानते हैं.
1. जोड़ों की कठोरता के उपचार में
जोड़ों में कठोरता से पीड़ित व्यक्ति सेंधा नमक का इस्तेमाल मौखिक सेवन के लिए गोलियों में और बाहरी रूप से लगाने वाले तेल में करें तो ये काफी लाभदायक सिद्ध होता है. इस तरह के विकारों में अपने चिकित्सक द्वारा निर्धारित तेल को लगा लें और 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर, एक कपड़े के अंदर एक कप सेंधा नमक लें. इसे गर्म करें और देखें कि क्या यह गर्माहट आपकी त्वचा के लिए ठीक है. एक बार जब यह संतोषजनक लगे, धीरे से प्रभावित जोड़े पर इस सेंधा नमक के पैक को लगा लें. आप 4-5 मिनट के लिए यह कर सकते हैं.
2. गुण गले के लिए
गले में होने वाली विभिन्न परेशानियों के लिए सेंधा नमक काफी उपयोगी साबित होता है. गुनगुने पानी में सेंधा नमक मिलाकर गरारे करने से गले में दर्द, गले में सूजन, सूखी खाँसी और टॉन्सिल में मदद मिलती है.
3. पाचन समस्याओं के लिए
यह एक रेचक के रूप में पाचन विकार के लिए निर्धारित किया जाता है. यह भूख में सुधार लाता है, आंतों और पेट से गैस निकालता है, ऐंठन को दूर करता है. सेंधा नमक पेट में एसिड के उत्पादन को कम करता है और इस तरह सीने की जलन को रोकता है. आयुर्वेद के अनुसार, सेंधा नमक काली मिर्च, अदरक, लंबी काली मिर्च और दालचीनी के साथ प्रयोग करने से भूख में सुधार आता है.
4. रक्तचाप के लिए
इस बात को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता है कि नमक ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में सहायक होता है. इसलिए, आप भी ब्लड प्रेशर में वृद्धि के लिए सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं. लो ब्लड प्रेशर में, आप एक ग्लास पानी में आधा चम्मच सेंधा नमक का मिश्रण कर सकते हैं और दिन में दो बार पी सकते हैं.
5. गैस्ट्राइटिस के लिए
सेंधा नमक को हिंगवस्तक चूर्ण की तरह पेट की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह पेट में जलन या गैस्ट्राइटिस को बिगाड़े बिना पाचन में सुधार करता है.
6. शरीर और मन को आराम देने के लिए
यह एक तेज़ तंत्रिका उत्तेजक है, शरीर और मन को आराम देता है. एस्पिरिन की तरह काफी हद तक सांस, संचार और तंत्रिका तंत्र को बेहतर बनाता है. यानि शारीरिक और मानसिक शांति के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
7. दाँतों के लिए
दांतों की विभिन्न समस्याओं के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. सेंधा नमक बुरी सांस, एक दाँत व्हाइटनर या मुँह फ्रेशनर के उपाय के रूप में आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे इस्तेमाल करना भी आसान है.
8. मांसपेशियों के ऐंठन में लाभ
सेंधा नमक का सबसे अद्भभुत लाभ यह है कि यह मांसपेशियों में ऐंठन पर काबू पा लेता है. मांसपेशियों में ऐंठन से पीड़ित लोग पानी में एक चम्मच सेंधा नमक मिलाकर उसे पी सकते हैं. इससे कुछ ही मिनटों के भीतर राहत मिलेगी.
9. सांस की बीमारियों के लिए
श्वसन हमारे शरीर को जिंदा रखने के लिए एक आवश्यक प्रक्रिया है. लेकिन कई बार विभिन्न कारणों से श्वसन की प्रक्रिया प्रभावित होंने लगती है. चूंकि सेंधा नमक थूक को निष्कासित करने में मदद करता है, यह सांस की बीमारियों के मामले में उपयोगी है.
10. वज़न घटाने में
आयुर्वेद के अनुसार, सेंधा नमक वसा को जलाता है. यह शरीर में चयापचय को बेहतर बनाता है और खाने की तृष्णा को रोकता है. सेंधा नमक का वसा जलाने का प्रभाव इसमें मौजूद खनिजों के कारण है. हालांकि, वसा को नष्ट करने पर इसका प्रभाव ज़्यादा नहीं है, लेकिन आप वज़न घटाने में सहायक चिकित्सा के रूप में इसका उपयोग कर सकते हैं. यह मृत वसा कोशिकाओं को हटाने में भी मदद करता है.
11. भोजन में
सेंधा नमक मसाला पुरी, पानी पुरी जैसे कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में प्रयोग किया जाता है. कई घरों में सेंधा नमक का उपयोग, आम नमक के स्थान पर, मुख्य नमक के रूप में किया जाता है. भोजन में इसका इस्तेमाल करने से भोजन के स्वाद में भी काफी बेहतरी आती है.
12. कीड़ों को नष्ट करने के लिए
जैसा कि हमने बताया कि सेंधा नमक के कई लाभ हैं. नींबू के रस के साथ सेंधा नमक लेने से पेट के कीड़े नष्ट होते हैं और उल्टी को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. अतः कीड़ों को नष्ट करने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
13. त्वचा के लिए
सेंधा नमक शरीर क़ो साफ़ करने के लिए एक स्क्रब के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. यह मृत त्वचा को हटाता है और त्वचा की चमक को बढ़ाता है. इससे पैर और हाथ रगड़ने से त्वचा साफ होती है.