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Last Updated: Feb 16, 2023
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जानिये निप्पल से जुड़ी कई रोचक बातें

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Dr. Dharmesh Arun BadgujarSexologist • 15 Years Exp.Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery (BAMS)
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वैसे तो मानव शरीर में कई तरह के अंग होते हैं, लेकिन कुछ ऐसे गुप्तांग होते हैं जिनके बारे में हम बात करने से कतराते हैं। इसकी वजह लोकलाज है। ऐसा ही एक अंग है निप्पल जो स्त्री और पुरुष दोनों के शरीर में होता है। वैसे तो मानव शरीर में दो निप्पल होते हैं लेकिन कई शोधो में बताया गया है कि कई लोगों के तीन या उससे भी ज्यादा निप्पल होते हैं। हालांकि तीसरे निप्पल का कोई काम नहीं होता इसलिए वह जन्म के साथ ही ख़त्म हो जाता है।

अपने इस लेख के माध्यम से आज हम आपको निप्पल से जुड़े ऐसे ही कई रोचक जानकारियों के बारे में बताने जा रहे हैं। हालांकि इसके पहले निप्पल और उसकी बनावट के बारे में जान लेते हैं।

क्या होता है निप्पल

निप्पल एक तरह के उभरे हुए बंप्स होते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं की बॉडी में इनका आकार कुछ बड़ा होता है। इनके चारों तरफ सॉफ्ट लेकिन डीप कलर की स्किन का गोल घेरा होता है, जिसे ऐरियोला या अरीअल कहते हैं। निपल हेयर, ऐरियोला साइज, हाइऐस्ट निपल साइज जैसी कई विशेषताएं आप यहां जानेंगे।

निप्पल की बनावट

जन्म के समय लड़कों और लड़कियों के निप्पल और स्तन एक जैसे दिखते हैं। लेकिन युवावस्था में आते-आते हार्मोन के प्रभाव की वजह से इनमें बदलाव दिखना शुरू हो जाता है। दोनों के निप्पल बड़े हो जाते हैं लेकिन महिलाओं के निप्पल ज्यादा बड़े हो जाते हैं। इसी समय, पुरुष के स्तनों की नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं जबकि महिला के स्तन बड़े हो जाते हैं और फिर से तैयार हो जाते हैं। वयस्कता से, पुरुष निपल्स महिलाओं की तुलना में छोटे और कम परिवर्तनशील होते हैं। स्तन और निप्पल के कुछ हिस्सों के बारे में बताते हैं।

ऐरियोला या अरीअल 

निप्पल स्तन एक तरह के उभरे हुए बंप्स होते हैं। पुरुषों की तुलना में, महिलाओं की बॉडी में इनका आकार कुछ बड़ा होता है। इनके चारों तरफ सॉफ्ट लेकिन डीप कलर की स्किन का गोल घेरा होता है, जिसे ऐरियोला या अरीअल कहते हैं।

लेक्टीफेरोस डक्ट

निप्पल के आसपास कई छोटे-छोटे छिद्र होते हैं। इन छिद्रों को लेक्टीफेरोस डक्ट कहते हैं। ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान इन छिद्रों का उपयोग बढ़ जाता है। प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ये छोटे छोटे छिद्र निप्पल को सॉफ्ट बनाये रखने में सहयोग करते है। दरअसल, इनमें से एक किस्म का ऑइल निकलता है जो निप्पल्स को फटने और ड्राई होने से बचाता है। इसके साथ ही इस ऑइल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो निप्पल में इन्फेक्शन को रोकते हैं।

निप्पल हेयर

निप्पल पर या इसके आस-पास के एरिया में कुछ बाल निकलते हैं। इन्ही बालों को निप्पल हेयर के रूप में जाना जाता हैं। हालांकि स्त्रियों की तुलना में पुरुषों में यह बाल अधिक देखने को मिलते है। कई बार मेडिकल कंडीशन या हॉर्मोनल चेंजेज के कारण स्त्रियों में भी यह स्थिति देखने को मिलती है।

सेक्स उत्तेजना पैदा करने में सहायक

वैसे तो निप्पल का उपयोग शिशु को ब्रेस्टफीडिंग कराने के लिए होता है, लेकिन इसके अलावा निप्पल के और भी कई उपयोग हैं। सेक्स के दौरान निप्पल महिलाओं में उत्तेजना पैदा करने में सहायक होती है। इतना ही नहीं, कई महिलाओं को निपल्स के जरिए ही सेक्स संतुष्टि भी मिलती है। कई महिलाओं को तो निप्पल के माध्यम से ही सेक्स संतुष्टि मिलती है। सेक्सोलॉजिस्ट के अनुसार, कई महिलाएं निप्पलों को सहलाने से ओगाज़्म तक पहुंच जाती हैं।

सेक्स के दौरान महिला के निप्पल और स्तन उत्तेजना पहुंचाने में बहुत सहायक होते हैं, क्योंकि निप्पल में कई नर्व एंडिंग होते हैं, जिसके स्टिमुलेशन के परिणामस्वरूप अधिक उत्तेजना होती है। इन यौन अंगों को अक्सर गलत तरीके से पकड़ लिया जाता है, जिसके कारण ब्रेस्ट सेक्स महिला को प्रसन्न नहीं करता है। हालांकि, जब इसे सही तरीके से किया जाता है, तो ब्रैस्ट सेक्स वास्तव में दोनों भागीदारों के लिए बहुत संतोषजनक साबित हो सकता है।

निप्पल और स्तन में बदलाव

कई शोध में कहा गया है कि लड़कियों के पहली बार मासिक धर्म आने के 4 से 5 साल बाद तक उनके स्तन और निप्पल पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं। हर महिला के दोनों स्तनों और निप्पलों के आकार में अंतर होता है। इसके अलावा निप्पलों में रंग में भी अंतर हो सकता है। हालांकि इससे कोई समस्या नहीं होती है। महिला का एक निप्पल अधिक गहरे जबकि एक निप्पल कम गहरे रंग का हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान और सेक्स के दौरान भी महिलाओं के निप्पल के आकार में परिवर्तन होता है और ये पहले से ज्यादा बड़े हो जाते हैं। 

निप्पल के प्रकार

मुख्य रूप से निप्पल को विभिन्न वर्गों में बांटा गया है

प्रोट्रूडिंग: कुछ महिलाओं के निप्पल बाहर की ओर निकले हुए होते हैं और कुछ मिलीमीटर तक ऊपर उठे हुए होते हैं। ज्यादा उत्तेजित और ठन्डे होने परऐसे निप्पल कठोर हो जाते हैं।

सपाट: ऐसे निप्पलों में उभार न के बराबर होती है। यहां तक कि उत्तेजना के समय भी इनमें बिल्कुल भी उभार नहीं आता है। हालांकि ऐसे निप्पल से भी स्तनपान कराने में कोई समस्या नहीं होते हैं। 

इंवर्टेड: कुछ निप्पल बाहर की बजाय अंदर की ओर मुड़े हुए होते हैं। कई बार ऐसे निप्पलों को देखकर महिलाओं को चिंता हो जाती है। हालांकि यह कोई बीमारी नहीं है। लेकिन अगर निप्पल में ज्यादा बदलाव देखने को मिले तो तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए। 

अनक्लासिफाइड: ऐसे निपल्स बीच में से अलग होते हैं या इनके दो मुंह होते हैं।

इनवर्टेड: कुछ महिलाओं के निप्पल उल्टे होते हैं मतलब उनमें उभार तो होता है लेकिन यह उभार अंदर की और होता है। हालांकि इसमें चिंता की कोई बात नहीं होती है। ऐसे निप्पल से भी बच्चों को नार्मल तरीके से ही स्तनपान करा सकती हैं। क्योंकि जब आपका शिशु इसे चूसता है, तो आपका निप्पल अंततः बाहर आ जाएगा।

यूनिलैटरल: कई बार महिला के दोनों निप्पलों का आकार भिन्न भिन्न होता है। ऐसी स्थिति में एक स्तन के निप्पल का आकार सामान्य हो सकता है, तो दूसरे स्तन के निप्पल का आकार उल्टा, सपाट या फ्लैट भी हो सकता है।

निप्पल में दर्द या दरारे आना

निप्पल में दर्द होता या दरार जैसा महसूस होना आम है। कई शोध में पता चला है कि महिलाओं को मासिक धर्म आने से पहले निप्पल में दर्द ,महसूस होता है। हालांकि यह दर्द चिंता का विषय नहीं है। हाँ अगर यह दर्द आपको सहन करने में मुश्किल हो रही है तो डॉक्टर्स से सम्पर्क जरूर करें। निपल्स का फटना भी काफी सामान्य है। तंग कपड़े और इंटेंस वर्कआउट रूटीन ऐसा होने का कारण बन सकते हैं। स्तनपान कराने से निप्पल में दरारें भी आ सकती हैं। चिंता न करें, केवल एक अच्छी मॉइस्चराइजिंग क्रीम का उपयोग करें। निश्चित ही आप ठीक हो जाएंगी।

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