एचआईवी एड्स के लक्षण - HIV Aids Ke Lakshan!
ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस एक लेंटिवायरस है, जो अक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) का कारण बनता है. एड्स के कारण बॉडी की इम्यून सिस्टम विफल होने लगता है और इसके कारण ऐसे संक्रमण हो जाते हैं, जिनसे मृत्यु का जोखिम होता है. एचआईवी का इन्फेक्शन ब्लड इनफ्युजन, स्पर्म, वेजाइवनल फ्लूइड, डिस्चार्ज से पहलें निकलने वाली द्रव या मां के दूध से होता है. इन शारीरिक द्रवों में, एचआईवी मुक्त जीवाणु कणों और प्रतिरक्षा कोशिकाओं के भीतर उपस्थित जीवाणु, दोनों के रूप में उपस्थित होता है. एड्स के फैलाव के चार प्रमुख मार्ग हैं असुरक्षित यौन-संबंध, संक्रमित सुई, मां का दूध और किसी संक्रमित मां से उसके बच्चे को जन्म के समय होने वाला संचरण. एचआईवी की उपस्थिति का पता लगाने के लिये रक्त-उत्पादों की जांच करने के कारण रक्ताधान अथवा संक्रमित रक्त-उत्पादों के माध्यम से होने वाला संचरण विकसित विश्व में बड़े पैमाने पर कम हो गया है. आइए इस लेख के माध्यम से हम एचआईवी/एड्स होने के विभिन्न लक्षणों पर एक नजर डालें ताकि इस विषय में लोगों को जागरूक करके इस बीमारी के प्रभाव को कम किया जा सके.
एचआईवी/एड्स के लक्षण-
अधिकांश एचआईवी से संक्रमित मरीजों को फ्लू जैसे लक्षणों को बहुत कम समय तक अनुभव करते हैं जो इन्फेक्शन होने के 2-6 सप्ताह बाद होते हैं. इसके बाद हो सकता है एचआईवी के कई सालों तक कोई लक्षण न हों. यह देखा गया है कि एचआईवी से संक्रमित 80 प्रतिशत लोगों को फ्लू जैसे लक्षण होते हैं. इन लक्षणों का होना मतलब यह नहीं है कि आपके शरीर में एचआईवी वायरस है. यह लक्षण किसी और स्थिति के कारण भी हो सकते हैं. इनमे सबसे आम लक्षण हैं:
1. एचआईवी के दौरान अक्सर कई मरीजों को बुखार होना या गले में ख़राश होने की शिकायत होती है.
2. कई बार हमें एचआईवी पीड़ितों के शरीर पर चकत्ते या इसी तरह की अन्य संरचनाएं भी दिख सकती हैं.
3. इस गंभीर बीमारी में आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाने के कारण आपको थकान होगा.
4. इस दौरान कई लोगों के जोड़ों में दर्द का अनुभव भी हो सकता है. ऐसा कमजोरी के कारण हो सकता है.
5. कई एचआईवी पीड़ितों को इस दौरान उनकी मांसपेशियों में दर्द का भी अनुभव हो सकता है.
6. एचआईवी जैसी खतरनाक बीमारी में कई लक्षण नजर आते हैं इनमें से एक ग्रंथियों में सूजन भी है.
7. एचआईवी की बीमारी बहुत खतरनाक होती है. इस दौरान मरीज का वज़न लगातार घटता जाता है.
8. एड्स से पीड़ित व्यक्ति को बहुकालीन दस्त की समस्या भी हो सकती है.
9. रात को पसीना आने की समस्या भी कई एचआईवी पीड़ितों ने बताई है.
10. एड्स के दौरान आपको त्वचा की समस्याएं भी हो सकती हैं.
11. इसके कई लक्षणों में से एक ये भी है कि इसमें मरीज को बार-बार संक्रमण होता रहता है.
12. एचआईवी के दौरान आपको कई तरह की गंभीर जानलेवा बीमारियां भी हो सकती हैं.
कब तक रह सकते हैं एड्स के ये लक्षण?
आमतौर पर एचआईवी के ये लक्षण 1-2 सप्ताह तक रहते हैं लेकिन ज़्यादा समय के लिए भी रह सकते हैं. ये लक्षण सिर्फ इस बात का संकेतक है की आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस के खिलाफ लड़ रही है. एक बार जब प्रतिरक्षा प्रणाली बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाता है तो इसके अतिरिक्त भी कई अन्य बेहद गंभीर लक्षण नजर आ सकते हैं.