Fruits That Reduce Water Retention In Body - पानी की कमी को दूर करने के लिए ज़रूर खाएँ ये फल
हमारे शरीर में पानी की कुल मात्रा लगभग 60 प्रतिशत होती है. जीवन के लिए हवा के बाद पानी की सख्त आवश्यकता होती है. पानी, हमारे शरीर के सञ्चालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. पानी हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने से लेकर पोषक तत्वों के अवशोषण तक का काम करता है. पानी एक तो आप सीधे-सीधे पी सकते हैं या फिर आप चाहें तो इसे रसदार फलों के माध्यम से भी ग्रहण कर सकते हैं. इससे पानी का उद्देश्य तो पूरा हो ही जाता है, कई पोषक तत्व भी मिल जाते हैं. इन फलों में कैलोरी कम होने के कारण वजन घटाने में भी मदद करते हैं. इनमें खनिज, विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइबर आदि भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. रस से भरे इन फलों से विषाक्त पदार्थों को भी निकालने में मदद मिलती है. तो आइए पानी की कमी को दूर करने के लिए जरुरी फलों के बारे में जानें.
1. अनानास
अनानास में 87 प्रतिशत पानी की मात्रा होती है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों को देखते हुए इसे पोषक तत्वों का शक्तिघर भी कहा जाता है. इसमें पाए जाने वाले तत्वों में विटामिन ए और सी, थाइमिन, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, फोलेट और फाइबर प्रमुख है. इन सबके अलावा इसमें ब्रोमेलन नाम का एक प्रोटीयोलाइटिक एंजाइम भी होता है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. सोडियम और वसा में कम होने के कारण ये फल आपके शरीर को हाइड्रेट करने में सहायक है. यही नहीं ये प्रतिरक्षा प्रणाली और हड्डियों को मजबूती प्रदान करके पाचन और नेत्र स्वास्थ्य में सुधार भी करता है. इसके अलावा ये शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर भी निकालता है.
2. आड़ू
आड़ू जिसे अंग्रेजी में पीच कहते हैं, में लगभग 88 प्रतिशत पानी की मात्रा पाई जाती है. इसलिए इसके सेवन से आप निर्जलीकरण से आसानी से बच सकते हैं. ताजा आड़ू रसीला और स्वाद में बेहतरीन होता है. इसमें कई विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य लाभदायक रासायनिक पदार्थ पाया जाता है. इसमें विटामिन ए, सी और के मौजूद होता है. इसके साथ ही आड़ू में फाइबर, पोटेशियम, फोलेट, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और मैंगनीज जैस खनिज भी पाए जाते हैं. कैलोरी और संतृप्त वसा कम होने के कारण इसमें मोटापे से मुकाबला करने की क्षमता होती है.
3. तरबूज
पानी की कमी को दूर करने वाले फलों में तरबूज का जवाब नहीं. क्योंकि इसमें 92% जल की मौजूदगी होती है. तरबूज को आप सबसे अधिक पानी-युक्त फल कह सकते हैं. इसमें कई महत्वपूर्ण खनिज जैसे कि कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और सोडियम आवश्यक रीहाइड्रेशन लवण प्रमुखता से पाए जाते हैं. इसके अलावा तरबूज में विटामिन ए और सी, बीटा कैरोटीन और लाइकोपीन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इन सबमें लाइकोपीन एक ऐसा तत्व है जो कि शरीर को पराबैंगनी (यूवी) किरणों से बचाने का काम करता है.
4. स्ट्रॉबेरी
जल धारण क्षमता के मामले में आप इसे तरबूज जैसा ही मान सकते हैं क्योंकि इसमें भी 92 प्रतिशत पानी पाया जाता है जिसके कारण ये भी डिहाइड्रेशन से बचने में हमारी मदद करता है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों में विटामिन सी, पोटेशियम, फाइबर और फोलिक एसिड आदि प्रमुख हैं. इसमें पाए जाने वाले फाइबर के कारण आपका पेट भरा हुआ रहता है इसलिए आप अनावश्यक भोजन करने से बच जाते हैं. स्ट्राबेरी एक सोडियम मुक्त, वसा रहित, कोलेस्ट्रॉल से मुक्त एवं कम कैलोरी वाला भोजन माना जाता है. ये उम्र बढ़ने के प्रभाव से लेकर हृदय स्वास्थ्य तक में सकारात्मक भूमिका निभाता है.
5. खरबूजा
90 प्रतिशत पानी की मौजूदगी खरबूजे को भी इस सूचि में शामिल करती है. खरबूजे में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व विटामिन ए, सी और के, प्रोटीन, फाइबर, फोलेट, कैल्शियम और लोहा आदि पाया जाता है. इसके नियमित सेवन से आप मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग आदि के जोखिम से बच सकते हैं. ये सर्दी से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के अलावा भी कई अन्य रोगों के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान कर सकता है. इसमें पाया जाने वाला पोटेशियम एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट है. ये पसीने के दौरान खो सकता है और निर्जलीकरण का कारण बन सकता है. गर्मियों में इसका ठंडापन, रस और स्वाद के साथ मिलकर इसे एक बेहतर खाद्य पदार्थ बनाता है.
6. आलूबुखारा
पानी की कमी को दूर करने के लिए आलूबुखारा भी एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसमें 85% तक पानी मौजूद होता है. पोटेशियम जैसे खनिज के एक बेहतरीन स्रोत के रूप में इसे जाना जाता है. पोटेशियम एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट है जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है. यदि इसमें मौजूद पोषक तत्वों की बात की जाए तो इसमें विटामिन ए, सी, के और बी के साथ-साथ लोहा, फास्फोरस, मैग्नीशियम, कैल्शियम और आहार फाइबर जैसे खनिज भी पाए जाते हैं. यदि आप नियमित रूप से आलूबुखारा का सेवन करें तो ये आपको उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक का खतरा, कैंसर और अपच, इन्फ्लूएंजा और चिंता विकार से संबंधित समस्याओं से राहत प्रदान कर सकता है.
7. संतरा
संतरा भी पानी से भरा हुआ तत्व है. इसमें लगभग 87 प्रतिशत तक पानी की मौजूदगी होती है. इसका रस कैलोरी में तो कम होता है लेकिन लेकिन पोषक तत्वों से भरा हुआ होता है जैसे कि विटामिन ए, बी, सी और खनिज में कैल्शियम, मैग्नीशियम, नियासिन, पोटेशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, कोलिन, सेलेनियम और तांबा. संतरा में 170 से भी ज्यादा फाइटोकेमिकल्स और 60 से ज्यादा फ्लेवोनोइड मौजूद होते हैं जिनमें सूजन को कम करने वाले और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव भी होते हैं. स्वाद में अच्छा लगने वाला संतरा निर्जलीकरण को रोकने में काफी हद तक सक्षम है. ये समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है. यदि आप इसका नियमित सेवन करें तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली, त्वचा और हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है. कोलेस्ट्राल और कैंसर से लड़ने में भी इसकी भूमिका है.
8. खुबानी
खुबानी में 86 तक पानी की मौजूदगी होती है. पोटेशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स की मौजूदगी इसे शरीर में एक स्थिर द्रव स्तर बनाए रखने में मददगार है. इनसे निर्जलीकरण भी रुकता है. खुबानी कैरोटीनॉड्स नामक विटामिन ए, सी, कॉपर और फाइटोकेमिकल्स का भी एक अच्छा स्रोत है. इस कम कैलोरी वाले फल में अघुलनशील और घुलनशील दोनों ही प्रकार के फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है. खुबानी मांसपेशियों की सहायता, दिल की धड़कन को नियंत्रित करने, हृदय रोग को रोकने, खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और कई प्रकार के कैंसर को कम करने में सहायक साबित हो सकता है. यदि आप खुबानी का आनंद लेना चाहते हैं तो आपको इसका सेवन एक स्वस्थ नाश्ते के रूप में करना चाहिए.
9. सेब
सेब 84 प्रतिशत जल सामग्री से भरपूर होता है. इसके अलावा सेब में महत्वपूर्ण पोषक तत्व शामिल हैं, जैसे कि विटामिन सी और बी-कॉम्प्लेक्स (राइबोफैविविन, थाइमिन और विटामिन बी 6), आहार फाइबर, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस आदि. सेब हमारे शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है, पाचन में सुधार करता है, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, त्वचा को स्वस्थ बनाता है और दृष्टि में सुधार करता है. इसके अलावा ये कैंसर, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय रोग के जोखिम को भी काफी हद तक कम कर सकता है.