बड़ी आंत की सूजन - Badi Aant Ki Sujan!
बड़ी आंत हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंग में से एक है. शरीर में होने वाली कई समस्याओं में कई बार बड़ी आंत भी शामिल होती है. बड़ी आंत की श्लैष्मिक झिल्ली की जलन और घाव को ही बड़ी आंत की सूजन, प्रदाह या कोलाइटिस कहा जाता है. जब भी इस तरह की समस्या होती है तो यह काफी परेशान करने वाली होती है. जिन लोगों को बड़ी आंत में सूजन की समस्या है उन्हें शुरुआती दिनों में उपवास रख लेना चाहिए. फिर धीरे-धीरे हल्का भोजन लेना चाहिए. इसमें आप शरीफा, चीकू, केला, पपीता, उबली हुई सब्जियां, कच्चे नारियल का पानी, सेब, चावल-दाल आदि खाने की शुरुआत कर सकते हैं. लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि इस दौरान आप कच्चा सलाद और पत्तेदार सब्जियों को न खाएं. क्योंकि इनमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. बड़ी आंत की सूजन के दौरान मसाले, चाय, कॉफी, अचार, अल्कोहल आदि का सेवन करने से बचना चाहिए. इस दौरान आप धूम्रपान ना करें और ना ही किसी धूम्रपान करने वाले किसी व्यक्ति के पास जाएं. मैदा इत्यादि से बनी चीजें तली हुई चीजें केक पेस्ट्री वगैरह खाने से बचना ही ठीक रहेगा. आइए इस लेख के माध्यम से बड़ी आंत के सूजन को दूर करने के कुछ घरेलू उपायों को जानें.
1. साग खाकर दुर करें बड़ी आंत का सूजन-
आंतों के विभिन्न समस्याओं को दूर करने में पालक के साग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. चौलाई और चंगोरी के साग को अच्छे से पीसकर यदि आप उसका लेप लगाएँ तो तो इससे आपको शांति तो मिलेगी ही साथ में सूजन में भी काफी कमी आएगी. सूजन वाले स्थान पर बड़ी लोणा के साग को पीसकर लगाने से भी काफी लाभ होता है. आप चाहें तो इस पिसे हुए साग को सूजन के स्थान पर बांध भी सकते हैं. चुका के साग से भी इस दौरान काफी मदद मिलती है. चुका के साग को आप खा भी सकते हैं और इसे पीसकर इसका लेप भी लगा सकते हैं.
2. पानी और छाछ-
जब भी आपको बड़ी आंत के सूजन की परेशानी हो तो शुरुवात में आपको कुछ दिन तक उपवास करना चाहिए. इसके बाद आपको कुछ हल्का और सुपाच्य भोजन या हो सके तो तरल पदार्थ लेना चाहिए. तरल पदार्थ के रूप में आप छाछ का सेवन कर सकते हैं. इसके बाद जब आप कुछ भोजन करना शुरू करें तो भोजन के पश्चात पानी को गुनगुना करके पियें. इसे लगातार पीते रहने से कोलायाटिस की आपकी परेशानी काफी हद तक दूर हो जाएगी.
3. सिनुआर की सहायता से दूर होगी कोलायाटिस-
सिनुआर के पत्ते भी बड़ी आंत के सूजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसके लिए आपको सिनुआर के पत्तों का 10 से 20 मिलीलिटर रस का सेवन करना होगा. इसके अलावा आप चाहें तो सिनुआर, धतूरे, करंज और नीम के पत्तों को पीसकर हल्का गरम करके पेट के ऊपर बाँधें तो भी इसका परिणाम काफी अच्छा मिलता है.
4. पत्ता गोभी-
पत्तागोभी की सहायता से कोलायाटिस को दुरा करने के लिए आपको एक गिलास छाछ में एक चौथाई कप पालक का रस और एक कप पत्तागोभी का रस मिलकर रोजाना दिन में दो बार पिलाने से आपके बड़ी आंत का सूजन दूर हो जाता है.
5. नागदंती, राई और हूरहूर-
बड़ी आंत के सूजन को दूर करने के लिए नागदंती की 3 से 6 ग्राम जड़ की छाल को दिन में दो बार दालचीनी के साथ लेने से जलन और दर्द में काफी राहता मिलती है. इसके अलावा राई को पीसकर इसका लेप एक घंटा तक करने से भी काफी राहता मिलती है. लेकिन ध्यान रहे एक घंटा से ज्यादा लेप लगाने से छाले भी पड़ सकते हैं. यदि इस दौरान हूरहूर के पत्तों को पीसकर इसका लेप लगाएँ तो ये भी राहता दे सकता है.
6. बरगद की जटाएँ-
कोलायटिस की बीमारी में आपको बरगद की जटाओं से भी काफी राहत मिल सकती है. इसके लिए आप बरगद के पेड़ के नीचे जाएं और इसकी लंबी-लंबी लटकती जटाओं को लगभग एक किलो वजान के जितना काटें. फिर इसे घर लाकर इसे एक-एक इंच के छोटे-छोटे टुकड़े में काट लें. अब इसे लगभग 5 लीटर पानी में डालकर उबालें. जब ये पानी लगभग एक लीटर रह जाए तो इसे ठंडा करके छान लें और इसे काँच के एक बोतल में रख लें. फिर इसे दो-दो चम्मच सुबह शाम पियें तो इससे भी राहत मिलेगी.