आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से बालों का झड़ना कैसे कम करें
काले घने लहराते बाल सभी का सपना होते हैं। विज्ञापनों में चमकदार बाल देखकर हमारा भी मन मचल उठता है वैसे ही सुंदर बाल पाने के लिए। पर सच्चाई ये है कितने भी शैम्पू औऱ कंडीशनर लगा लें पर बालों में वैसी चमक आना नामुमकिन ही लगता है। कई बार तो महंगे से महंगे उत्पाद लगाने के बाद भी बाल ना तो झड़ना बंद होते हैं औऱ ना ही उनमें कोई जान दिखाई देती है।जब जब बालों को ब्रश में देखते हैं तब तब हमारी चिंता और बढ जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बाल झड़ना वास्तव में हमारे लिए बेहद परेशान करने वाला हो सकता है और हमारे समग्र स्वास्थ्य पर गंभीर मनोवैज्ञानिक प्रभाव डाल सकता है। इतना ही नहीं बालों का झड़ना आत्मविश्वास कम होने का एक प्रमुख कारण हो सकता है। हमारी वर्तमान व्यस्त जीवनशैली, प्रदूषण और खानपान बालों की देखभाल बालों के लिए अभिशाप से कम नहीं। ऐसे में दुनिया की सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणाली यानी आयुर्वेद उपचार के ढेर सारे विकल्प और बालों के झड़ने को नियंत्रित करने के लिए एक जीवन शैली और स्वास्थ्य दिनचर्या भी निर्धारित करती है।
आइए जानते हैं कि कैसे इन आयुर्वेदिक तरीकों से हम अपने बालों को नया जीवन दे सकते हैं।पर उपचार की बात करने से पहले हमें मूल आयुर्वेदिक प्रणाली को समझने की जरूरत है। आयुर्वेद के अनुसार शरीर के तीन दोषों, अर्थात् वात, पित्त और कफ से के असंतुलन से सारी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ये दोष स्पष्ट रूप से हमारे स्वास्थ्य़ को नियंत्रित करते हैं, बालों के रंग से लेकर शरीर के प्रकार तक जिस तरह की बीमारियों से हम पीड़ित हो सकते हैं। आम तौर पर हमारे अंदर एक या दो प्रमुख दोष होते हैं।
वात का संबंध वायु से, पित्त का अग्नि से और कफ का जल से है। माना जाता है कि वात की भूमिका हमारे तंत्रिका तंत्र तक ही सीमित है, पित्त पाचन और मेटाबालिज़्म के लिए जिम्मेदार है, जबकि कफ जोड़ों को मजबूत करने और शरीर के ऊतकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। इनमें से किसी भी दोष के बढ़ने से, किसी भी कारण से, विभिन्न प्रकार के रोग हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बालों का झड़ना पित्त दोष के बढ़ने के कारण होता है।
बाल झड़ने के प्रमुख कारण
बाल झड़ने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें वजन कम होना, आयरन की कमी, अनियमित आहार, तनाव और थायरॉइड और हार्मोनल असंतुलन शामिल हैं। बालों के झड़ने को नियंत्रित करने के लिए एक अच्छी तरह से काम करने वाली शरीर प्रणाली की आवश्यकता होती है। दूसरे शब्दों में, बालों के झड़ने के मूल कारण से पहले दोषों को संतुलित करने के लिए हमें अपने सिस्टम को भीतर से साफ करने की जरूरत है।
ऐसे में आयुर्वेदिक अनुष्ठान बहुत मददगार हो सकते हैं। आयुर्वेद में केवल जड़ी बूटियां ही नहीं बल्कि अनुशासित जीवन शैली का पालन करने पर ज़ोर दिया जाता है।आयुर्वेद को जानकार मानते हैं कि जल्दी उठना, स्वच्छता, व्यायाम, भोजन, विश्राम, सोना आदि ठीक समय और से किया जाए तो काफी हद तक बीमारी दूर हो सकती है।साथ ही
योग और प्राणायाम या व्यायाम के अन्य रूप भी जरूरी हैं। यही नहीं भोजन भी ऐसा हो जिसमें बहुत सारी मौसमी सब्जियां और फल शामिल हों। इससे आपके समग्र स्वास्थ्य. के साथ बालों का स्वास्थ्य भी सुधर सकता है।
बालों के स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे
1. आंवला
आंवला एक प्राकृतिक प्रतिरक्षा बूस्टर है और बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सबसे पसंदीदा चीज़ भी है। आंवला में बहुत सारे आवश्यक फैटी एसिड होते हैं, जो बालों के रोम को मजबूत करते हैं, जिससे आपके बालों को मजबूती और चमक मिलती है । इसमें मौजूद विटामिन सी समय से पहले बालों को सफेद होने को रोकने में मदद करता है। इसके उच्च आयरन, शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट, गैलिक एसिड और कैरोटीन जैसे गुण सिर त्वचा में रक्त परिसंचरण में सुधार करती है जो बालों के विकास को बढ़ाता है। आइए जानते इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।
- थोड़ा सा नींबू का रस और बालों की सम्बाई के अनुसार आंवला पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें।
- अब इससे अपने स्कैल्प और बालों में मसाज करें।
- अपने सिर को ढकने के लिए शॉवर कैप का उपयोग करें ताकि पेस्ट सूख न जाए।
- इसे एक घंटे तक लगाकर रखें और फिर सामान्य पानी से धो लें।
2. भृंगराज
भृंगराज के तेल से नियमित रूप से अपने स्कैल्प की मालिश करें क्योंकि इससे बालों का तेजी से विकास हो सकता है। भृंगराज एक ऐसी जड़ी बूटी है जो नम क्षेत्रों में सबसे अधिक प्रभावशाली होती है। आप इस तेल को घर पर स्वयं बना सकते हैं। इसके लिए
- भृंगराज के कुछ पत्ते लें, उन्हें कुछ दिनों के लिए धूप में सुखा लें।
- नारियल के तेल के एक जार में पत्तियों को भिगो दें।
- कंटेनर को सप्ताह भर के धूप में छोड़ दें।
- तेल का रंग हल्का हरा होने तक प्रतीक्षा करें।
- इससे स्कैल्प पर मसाज करें और आदर्श रूप से इसे रात भर के लिए लगा रहने दें।
3. शिकाकाई
शिकाकाई में बालों को साफ करने के गुण होते हैं।विशेषज्ञों का कहना है कि शिकाकाई एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन ए, सी, के और डी से भरपूर होता है, जो बालों को पोषण दे सकता है। बालों के विकास के लिए शिकाकाई का उपयोग किया जाता है।
- शिकाकाई की फली को कुछ दिनों तक धूप में सुखाकर फिर मिक्सर में पीसकर शिकाकाई का चूर्ण घर पर बना लें।
- इस पाउडर के लगभग 2 बड़े चम्मच लें और इसे नारियल के तेल के जार में डालें।
- कंटेनर को लगभग 15 दिनों के लिए ठंडी, अंधेरी जगह पर स्टोर करें।
- उपयोग करने से पहले इसे हिला लें। सप्ताह में कम से कम दो बार इससे अपने सिर की मालिश करें
4. रीठा
रीठा का उपयोग सदियों से बालों की देखभाल के लिए किया जाता रहा है। रीठा में आपके बालों को स्वस्थ रखने के गुण होते हैं। आप घर पर ही रीठा शैम्पू तैयार कर सकते हैं।
- शिकाकाई के कई टुकड़े लें।
- इन्हें 500 लीटर पानी में उबाल लें।
- मिश्रण को रात भर ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
- मिश्रण को छान लें और शैम्पू की तरह इस्तेमाल करें।
5. नारियल
नारियल में लॉरिक और कैप्रिक एसिड होता है जो एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल गुणों से भरा होता है।ये बालों के विकास के खिलाफ बाधा के रूप में कार्य करने वाले मुक्त कणों को रोकने के लिए आवश्यक होते हैं। नारियल के तेल के अलावा नारियल का दूध भी बालों की ग्रोथ के लिए अच्छा होता है।
- नारियल को कद्दूकस कर लें और कद्दूकस किए हुए टुकड़ों को एक पैन में लगभग पांच मिनट तक उबालें।
- इसे छान लें और ठंडा होने दें।
- इसमें एक बड़ा चम्मच पिसी हुई काली मिर्च और मेथी मिलाएं।
- स्कैल्प और बालों पर लगाएं।
- 30 मिनट के बाद शैंपू से धो लें।
6. एलोवेरा
बालों के झड़ने को रोकने के लिए एलोवेरा भी एक शक्तिशाली औषधि है। एलोवेरा स्कैल्प की बहुत सारी समस्याओं को भी ठीक कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एलोवेरा में प्रोटीयोलाइटिक एंजाइम होते हैं जो क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत कर सकते हैं । इसके अलावा, एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो स्कैल्प की जलन को दूर कर सकते हैं। साथ ही इसमें एंटीफंगल गुण होते हैं जो डैंड्रफ के खिलाफ काम कर सकते हैं।
- एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकाल लें।
- इस जेल को अपने बालों और स्कैल्प पर लगाएं और लगभग एक घंटे के लिए छोड़ दें।
- सामान्य पानी से धो लें।
- बालों की बेहतर ग्रोथ के लिए इसे हफ्ते में तीन से चार बार करें।
7. मेथी
मेथी बालों के स्वास्थ्य के लिए बेहद कारगर है। ये बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है।इसके साथ ही मेथी बालों के रोम की मरम्मत करती है और बालों को फिर से उगाने में मदद करती है।
- मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगो दें।
- एक महीन पेस्ट में पीस लें और बालों और स्कैल्प पर लगाएं।
- पेस्ट को अपने सिर पर लगभग आधे घंटे के लिए छोड़ दें।
- इसे सामान्य पानी से धो लें।
- बालों का झड़ना नियंत्रित करने के लिए इसे हफ्ते में तीन बार करें।
8. जोजोबा
जोजोबा आपके बालों के झड़ने से रोक सकता है। यह एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है। जोजोबा विटामिन ई, ओमेगा 6 और फैटी एसिड में समृद्ध होता है जो मुक्त कणों से लड़ता है ।
- बाज़ार में उपलब्ध जोजोबा तेल लें।
- इसे एक साफ बर्तन में गर्म करें।
- इसे बालों पर लगाएं और लगभग 30 मिनट के लिए छोड़ दें,फिर शैम्पू कर लें।
9. दही
दही के गुणों की लिस्ट काफी लम्बी है। यह विटामिन बी 5 और विटामिन डी से भरपूर है जो बालों के रोम के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं।ये आपके बपालों के रूखेपन को दूर करता है औऱ उन्हें झड़ने से रोकता है।
- 2 बड़े चम्मच दही में 1 बड़ा चम्मच शहद और नींबू मिलाएं।
- ब्रश से इसे स्कैल्प और बालों की जड़ों पर लगाएं।
- इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें।
- फिर बालों को सामान्य पानी में धो लें
- सप्ताह में एक बार इसे लगाएं जिससे बालों में जान वापस आ सके।