Lybrate Logo
Get the App
For Doctors
Login/Sign-up
Last Updated: Oct 23, 2019
BookMark
Report

Thakaan Ke Karan In Hindi - शारीरिक थकान के कारण

Profile Image
Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 15 Years Exp.BAMS
Topic Image

शारीरिक थकान एक स्वाभाविक लक्षण है शरीर में जो कि आवश्यक है. जब भी आप कोई श्रम या मेहनत वाला काम जैसे कि कसरत या कोई और काम जिसमें आपके शारीर की मांसपेशियों और लेकिन यदि ये बिना किसी उचित कारण के हो रही है तब चिंता का विषय भी है.अक्सर यह देखने में आता है कि साधन संपन्न अमीर व्यक्ति भी बुरी तरह मानसिक और शारीरिक थकान को महसूस करता है. जबकि उसके पास सुख प्राप्त करने के सभी अत्य-आधुनिक साधन उपलब्ध होते हैं. पर थकान के कारण वह अपने अंदर कार्य -शक्ति का अभाव महसूस करते हैं. इसके विपरीत आम आदमी, कठोर काम करके तथा कम पौष्टिक आहार लेकर जीवन यापन करने पर भी अपना जीवन सक्रिय रूप से जीते हैं. इससे स्पष्ट होता है कि काम की अधिकता या पौष्टिक भोजन के स्तर की कमी ही शारीरिक थकान का एकमात्र कारण नहीं है, बल्कि कुछ दूसरी बातें भी हैं, जो थकान उत्पन्न करती हैं और काम न करने की इच्छा पैदा करती हैं. दौड़ती भागती ज़िंदगी में आगे निकलने के रेस में लोग इतना भागते हैं कि वह थक जाते हैं और सुस्त भी हो जाते हैं.
1. मधुमेह के कारण: छ लोगों को जल्दी शारीरिक थकान होने का कारण शरीर में रक्त की मात्रा आवश्यकता से भी कम होना, थाइराइड ग्रंथि का ठीक से काम न करना या फिर मधुमेह आदि रोग से ग्रस्त होना होता है. मधुमेह भी शारीरिक थकान का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है.
2. इच्छानुसार काम न होने की वजह से: मनोवैज्ञानिकों के अनुसार थकान, रुचि और इच्छा कम होने की अवस्था है. शारीरिक थकान का सामान्य अर्थ मन अथवा शरीर की सामर्थ्य के घट जाने से लिया जाता है. ऐसी हालत में आदमी से काम नहीं होता या बहुत कम होता है. थका हुआ व्यक्ति निष्क्रिय पड़ा रहता है.
3. बोर हो जाने के कारण: जब हमें किसी कार्य में आनंद आता है, तो हम लगातार काम करते रहने पर भी मानसिक और शारीरिक थकान महसूस नहीं करते, जबकि एक ही प्रकार के कार्य करते रहने से लंबी अवधि के बाद रुचि कम होकर मन में ऊब पैदा हो जाती है, इसी कारण सुस्ती तथा अरुचि महसूस होती है.
4. मानसिक घुटन का शिकार होना: जो व्यक्ति स्वभाव से संकोची होते हैं ,जीवन साथी या अन्य आसपास के लोग कठोर स्वभाव के और डांट-फटकार करने वाला होते है, उनकी भावनाएं दब जाती हैं क्योंकि वो अपने संकोची स्वभाव के चलते अपनी भडास नहीं निकाल पाते, उन्हें लगातार मानसिक घुटन का सामना करना पड़ता है. ऐसी भावनाएं भी लोगों को निष्क्रिय और थका हुआ बनाती हैं.
5. मानसिक अस्वस्थता: मानसिक और शारीरिक थकान के अन्य कारणों में कार्य में अरुचि, प्रेरणा का अभाव, मनोरंजन न करना, मानसिक अस्वस्थता अथवा शारीरिक रोग आदि हो सकते हैं. इस वजह से भी आप खुद को थका हुआ महसूस कर सकते हैं. कई लोगों में ये समस्या थोड़ी ज्यादा ही होती है.
6. एनीमिया के कारण: एनीमिया (खून की कमी से होने वाला रोग) के रोगी को भी जरा-जरा से काम करने के बाद अधिक शारीरिक थकान का अनुभव होता है. ऐसे लोगो को टमाटर और गाजर का जूस तथा हरी पत्ते दार सब्जियां अधिक मात्रा में खानी चाहिए. यह एक गंभीर बिमारी है यदि समय रहते इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो नतीजे खतरनाक हो सकते हैं.
7. अत्यधिक परिश्रम करने से: सामान्य रूप से जब अधिक परिश्रम किया जाता है, तो हमारी मांसपेशियां, हड्डियाँ आदि शक्तिशाली बनते हैं. शरीर की कार्यक्षमता भी बढ़ जाती है, लेकिन सीमा से अधिक किया गया परिश्रम मानसिक, शारीरिक या स्नायु संबंधी थकावट उत्पन्न करता है. ये सबसे सामयान्य कारण है जिससे लगभग सभी लोग गुजरते हैं. ये जरुरी भी है ताकि हमें अपने शरीर की क्षमता का पता चल सके.

chat_icon

Ask a free question

Get FREE multiple opinions from Doctors

posted anonymously
doctor

Book appointment with top doctors for Body Ache treatment

View fees, clinc timings and reviews
doctor

Treatment Enquiry

Get treatment cost, find best hospital/clinics and know other details