लीवर सिरोसिस के लक्षण - Symptoms Of Liver Psoriasis
लीवर सिरोसिस एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसको यकृत कैंसर के बाद सार्वाधिक खतरनाक बीमारियों में से एक है. हालत ये है कि लीवर का प्रत्यारोपण ही इसका एक मात्र उपचार है. आपको बता दें कि इस बीमारी में हमारे यकृत की ज़्यादातर कोशिकाओं का विनाश हो जाता है एवं इनके जगह पर फाइबर तंतु बन जाते हैं. यही नहीं इस बीमारी में यकृत की बनावट भी प्रभावित होती है. यकृत की बनावट प्रभावित होने के कारण पोर्टल हाइपरटैंशन जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है. अतः आवश्यक है कि लोगों को लीवर सिरोसिस से सम्बन्धित जागरूक बनना चाहिए. इस आलेख के माध्यम से लीवर सिरोसिस के लक्षण व इससे बचाव के उपाय बताया गया है.
लीवर सिरोसिस के लक्षण
लीवर सिरोसिस की बीमारी ऐसी है जिसमें आपको शुरूआत में इसका कोई संकेत या लक्षण नजर नहीं आता है. पर बीमारी बढ़ने पर लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं. लीवर सिरोसिस के मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
- इस बीमारी में भूख कम लगने के कारण ऊर्जा में कमी आती है जिससे थकान का अनुभव होता है.
- इसके मरीजों में वजन का तेजी से घटना या बढ़ना भी देखा जा सकता है.
- शरीर के कई हिस्सों में चोट लगने जैसे निशान जैसे कि लाल-लाल चकत्ते दिख सकते हैं.
- शरीर के चमड़े और आंखों का रंग पीला लग सकता है.
- कई बार लीवर सिरोसिस के मरीजों को खुजली की भी समस्या हो सकती है.
- कई लोगों के एड़ी के जोड़ में एडिमा हो सकता है.
- लीवर सिरोसिस के मरीजों के पैर या पेट में सूजन भी दिखाई पड़ सकता है.
- लीवर सिरोसिस के लक्षणों में से एक ये भी है कि इस दौरान मूत्र का रंग भूरा या संतरे जैसा होता है.
- कई लोगों के मल का भी रंग परिवर्तित हो जाता है.
- इसके मरीजों भ्रम का अनुभव होता है.
- इस बीमारी से पीड़ित कई लोग निर्णय लेने के स्थिति में भी असमर्थ हो जाते हैं.
- कई लोगों के तो व्यक्तित्व में भी कई प्रकार के परिवर्तन आ जाते हैं.
- कई लोगों को मल के दौरान उसमें रक्त भी आ सकता है.
- लीवर सिरोसि में कई लोगों को बुखार भी हो जाता है.
जब आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आयें तो आपको तुरंत किसी चिकित्सक से दिखाना चाहिए. आप जैसे ही किसी चिकित्सक से मिलेंगे तो वो इसकी पहचान आसानी से कर लेंगे. कई बार वो कुछ शारीरिक या रक्त की जांच भी करा सकते हैं. ये भी हो सकता है कि किसी को लीवर फंक्शन टेस्ट, कंप्यूटर टोमोग्राफी (सीटी स्कैन), अल्ट्रासाउंड या फिर एक विशेष जांच फाइब्रोस्कैन भी करानी पड़े ताकि इस बीमारी और इसकी गंभीरता का परीक्षण किया जा सके.
लीवर सिरोसिस के बचाव का उपाय
लीवर सिरोसिस जैसे रोगों की गंभीरता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि इसका कारगर उपचार अभी तक उपलब्ध नहीं हो सका है. हालांकि दवाओं के जरिये इसके विकास को धीमा अवश्य किया जा सकता है. आपको बता दें कि दवाओं की सहाता से इस बीमारी के कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाकर इस बीमारी से होने वाली परेशानियों को कम किया जाता है. लीवर सिरोसिस का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि यह बीमारी किस कारण से हुआ है. जैसे कि यदि ये बीमारी शराब पीने की वजह से हुआ है तो आपको सबसे पहले इसे छोड़ना चाहिए. यदि आप ऐसा करते हैं तो आपकी बीमारी के बढ़ने की रफ्तार कम हो जाती है. यदि मरीज हेपेटाइटिस बी या सी से भी ग्रस्त है तो चिकित्सक का पहला काम ये है कि वो आपको एंटीवायरल मेडिसिन दे ताकि आपके लीवर की कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाया जा सके.