Nariyal Ke Doodh Ke Phayade Aur Nukasan - नारियल के दूध के फायदे और नुकसान
नारियल के दूध के फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. दरअसल कोककोन्ट मिल्क को ही नारियल का दूध कहा जाता है. कई लोग गलत फहमी से नारियल के पानी को ही उसका दूध समझ लेते हैं. जबकि ऐसा नहीं है. कई बार इसे दूध के विकल्प के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसमें अधिकतम 20 से 22 प्रतिशत वसा पाई जाती है. इसमें विटामिन बी-1, बी-3, बी-6, विटामिन सी और ई के साथ ही कई खनिज कैल्शियम, लोहा, फास्फोरस, सेलेनियम और मैग्नीशियम आदि पाया जाता है. दक्षिण एशिया में ये खाया जाता है. आइए इसके फायदे और नुकसान को जानते हैं.
1. त्वचा के लिए
नारियल के दूध में मौजूद नमी के गुण के कारण ये डर्मेटाइटिस, छाल रोग और एक्जीमा के प्रभाव को काफी हद तक कम करता है. इसके अलावा इसमें पाया जाने वाला फैटी एसिड शुष्क और खुरदुरी त्वचा को बेहतर बनाकर त्वचा से जीवाणुओं को दूर करता है.
2. वजन कम करने में
नारियल के दूध में पाया जाने वाला असंतृप्त वसा फैटी एजेंट के रूप में काम करता है. फाइबर से भरपूर होने के कारण ये पेट भरे रहने के एहसास को लंबे समय तक बनाए रखता है. इससे आप कम भोजन करते हैं और वजन नियंत्रित होता है.
3. बालों के लिए
बालों के वृद्धि और विकास में भी नारियल के दूध की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. इसके लिए नारियल के दूध को 20 मिनट तक बालों में लगाकर छोड़ दें. इसके बाद बाल धो लें. इससे ये कमजोर और दोमुंहे बालों के लिए फायदेमंद साबित होगा.
4. हड्डियों के लिए
हड्डियों के लिए इसमें पाया जाने वाला कैल्शियम और फास्फोरस काफी उपयोगी होता है. ये हड्डियों को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभाते हैं. हलांकि इसमें कैल्शियम की मात्रा सामान्य दूध से कम ही होता है.
5. एंटी एजिंग के रूप में
इसमें मौजूद विटामिन सी और तांबा के कारण ये रक्त वाहिकाओं के लचीलेपन को बरक़रार रखता है. ये अपने पोषक तत्वों के द्वारा त्वचा और रक्त वाहिकाओं के लचीलापन को बनाए रखता है. जिससे कि त्वचा में आने वाले धब्बे और झुर्रियां ख़त्म होते हैं.
6. गठिया के उपचार में
नारियल के दूध में पाया जाने वाला सेलेनियम एक एंटीऑक्सिडेंट है जो कि जोड़ों के सूजन को दूर करने का काम करता है. एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों को नष्ट करके कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में मदद करते हैं.
7. सनबर्न से बचाने में
सन बर्न से प्रभावित क्षेत्रों में नारियल का दूध लगाने से इसमें मौजूद वसा और तेल की वजह से लालिमा कम होती है. इससे नमी भी वापस आती है. इसके लिए दूध को रात भर के लिए लगाकर छोड़ दें. जब सुबह उठें तो स्नान कर लें.
8. कोलेस्ट्राल के नियंत्रण में
कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करने वाले तत्व भी इसमें पाए जाते हैं. इसमें संतृप्त वसा पाए जाने के बावजूद ये कोलेस्ट्राल का स्तर कम करने में सहायक है. नारियल के दूध में मौजूद लिरिक एसिड अच्छे कोलेस्ट्राल को बढ़ाता है.
9 .मैग्नीशियम के स्त्रोत के रूप में
नारियल के एक कप दूध में लगभग 89 मिलीग्राम मैग्नीशियम पाया जाता है. अपने इस प्रचुर मैग्निशियम के दम पर ये खनिज तंत्रिकाओं को शांत करके रक्तचाप को नियंत्रित करता है. इस वजह से मांसपेशियों में संकुचन आती है और आप आराम महसूस करते हैं.
10. प्रतिरक्षा तंत्र की मजबूती में
किसी भी रोग से बचने के लिए हमारे शरीर के प्रतिरक्षातंत्र का मजबूत होना आवश्यक है. नारियल के दूध में कैपिक एसिड, लोरिक एसिड और रोगाणुरोधी क्षमता मौजूद होने के कारण ये कई रोगों से लड़ने में सक्षम होता है. इसके अलावा इसमें मोनोलॉरेन नामक जीवाणुरोधी यौगिक भी पाया जाता है.
नारियल के दूध के नुकसान
- इसके अधिक सेवन से आपका वजन बढ़ सकता है.
- कई बार इसके सेवन से आपको दस्त या गैस की भी समस्या हो सकती है.
- कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी हो सकती है.
- उच्च कोलेस्ट्राल और ह्रदय रोगी इसके सेवन से बचें.