Manjishtha (Rubia Cordifolia) Benefits And Side Effects in Hindi - मंजिष्ठा के फायदे और नुकसान
मंजिष्ठा का वैज्ञानिक नाम रुबिया कार्डीफोलिया है. मंजिष्ठा के फायदे रक्त शोधक के रूप में ज्यादा देखे जाते हैं. बेल के रूप में उगने वाली मंजिष्ठा भारत के पहाड़ी इलाकों में पाई जाती है. औषधीय इस्तेमाल के लिए इसकी जड़ों का प्रयोग किया जाता है. बेल के रूप में उगने वाली मंजिष्ठा, विभिन्न त्वचा रोगों और जोड़ों के विकारों के लिए जिम्मेदार रक्त में मौजूद विषाक्त पदार्थों को दूर करता है. कसैले, थर्मोजेनिक और कायाकल्प जैसे गुणों वाले मंजिष्ठा में असंतुलित पित्त को संतुलित करने की भी क्षमता होती है. इसके अन्य फायदे भी हैं.
1. त्वचा की देखभाल में
त्वचा की देखभाल करने में भी इसकी स्पष्ट भूमिका है. इसकी इसमें ख़ास बात ये है कि इसके आंतरिक और बाह्य दोनों रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. त्वचा को कई तरह से फायदा पहुंचाता है जैसे कि ये मुंहासे, मलिनिकरण, उज्जवल चमक, झाइयाँ, एक्जीमा, खुजली, त्वचा एलर्जी आदि. इसके लिए मंजिष्ठा पाउडर में थोड़ा शहद मिलाकर चहरे पर लगाएं. इसके आलावा 100 ग्राम संतरे के छिलके का पाउडर और 50 ग्राम चन्दन पाउडर, 50-50 ग्राम हल्दी और मंजिष्ठा के पाउडर को मिलाकर एक अच्छा फेसपैक तैयार किया जा सकता है.
2. गठिया में मंजिष्ठा के लाभ
मंजिष्ठा के फायदे हमें जोड़ों के दर्द में भी पता चल जाते हैं. कभी-कभी गठिया में सुजन भी हो जाता है. इस सूजन को दूर करने में इसकी भूमिका होती है. इसके अलावा यह भूख में सुधार रक्तस्त्राव, अपच, पेचिश, अल्सर, दस्त, परजीवी कीड़े जैसी बिमारियों में भी इसका फायदा नजर आता है.
3. बालों की देखभाल में मंजिष्ठा का उपयोग
बालों के लिए तो मंजिष्ठा एक रामबाण औषधि है. दरअसल ये बालों को प्राकृतिक रंग देने का काम करती है. यही नहीं ये सफ़ेद बालों की समस्या को प्रभावी ढंग से ठीक कर सकती है. ये बालों में गहराई से प्रवेश करके उन्हें पोषण देकर उन्हें टूटने से बचाती है. इससे आपके बाल लम्बे भी होते हैं.
4. प्रतिरोधक क्षमता सुधारने में
मंजिष्ठा के तमाम लाभों और गुणों में एक ये भी है कि इससे आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी ठीक होती है. ये आपके शरीर को प्रभावित करने वाले तमाम संक्रमणों से लड़कर आपको स्वस्थ रखती है. मंजिष्ठा आपको इस तरह से अपने गुणों के कारण तमाम रोगों से बचा सकती है.
5. लसिका तंत्र सिस्टम्स के लिए
लसिका तंत्र को दुरुस्त करने का काम भी मंजिष्ठा बखुब करती है. दरअसल ये कोशिकाओं के पोषण में मदद और शरीर से तमाम अपशिष्टों को बाहर निकालने में मददगार साबित होती है. इसका प्रयोग पुराने घावों को ठीक करने में भी किया जाता है. इसके लिए आपको घावों को काढ़े से धोना चाहिए और इसके बाद इसके अर्क से पट्टी करनी चाहिए. ऐसा करने से आपके पुराने घाव जल्दी ही ठीक होने लगते हैं.
6. पीरियड्स में
इसका काढ़ा महिलाओं के लिए पीरियड्स के दौरान बहुत उपयोगी साबित होता है. दरसल मंजिष्ठा का काढ़ा आपके पीरियड्स मिस होने जैसी समस्याओं से आपको राहत दिलाता है. यही नहीं ये स्तनपान कराने वाली माताओं के स्तन के दूध को भी शुद्ध करता है.
7. बुखार में
बुखार एक आम बीमारी है. ये अक्सर किसी न किसी को होती ही रहती है. इसके होने के अलग-अलग कारण हैं. लेकिन मंजिष्ठा आपको इससे बचाता है. इसके अलावा ये आपको आँतों के अल्सर और पेशाब के रास्ते के संक्रमण से भी बचाता है.
मंजिष्ठा के नुकसान
मंजिष्ठा का कोई ख़ास दुष्प्रभाव तो नहीं देखा गया है लेकिन गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को इसके इस्तेमाल में सावधानी बरतने की जरुरत है. जहाँ तक संभव हो अपने चिकित्सक के निर्देशानुसार ही इसका इस्तेमाल करें. छोटे बच्चों को इसकी कम से कम मात्रा दें वरना नुकसान पहुंचा सकता है.