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Last Updated: Dec 08, 2023
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Majufal Ke Fayde in Hindi - माजूफल के फायदे और नुकसान

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Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 15 Years Exp.BAMS
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माजूफल का वैज्ञानिक नाम क्वेरकस इंफेक्टोरिया है. इसे हिंदी में माजूफल, तमिल में मस्काई और मलेशिया में मंजाकनी के नाम से जाना जाता है. यह लोकप्रिय जड़ी-बूटियों में से एक है. इसका नाम माजूफल इसपर हमला करने वाले कीटों के हमला करने पर बनने वाले माजूफल के आधार पर कहा गया. माजूफल के पत्तियों पर ततैया नामक कीट अपना घर बनाता है. यह किट पत्तियों पर अपना लार्वा जमा करते हैं, जो बाद में एक सख्त और गोल आकर के गेंद का रूप लेते है. आइए इसके फायदे और नुकसान को समझते हैं.

1. मधुमेह के उपचार में
माजूफल में गैलिक एसिड पाया जाता है. जो अस्थमा और शुगर को रोकने में मदद करता है. आप मंजाकनी चाय बना कर भी पी सकते हैं. शुगर के मरीज इसके सेवन से अपनी परेशानी कम कर सकते हैं.
2. योनि की कसावट में
प्रसव के पश्चात चाहें तो महिलाएं योनी तो टाईट करने के लिए माजूफल का सहारा ले सकती हैं. इसके लिए एक पैन में एक लीटर पानी को उबालकर उसमें दो किलो माजूफल को पीस कर डालें. रंग न बदलने तक इसे उबालें. इसके बाद इसको ठंडा होने पर छान कर इससे योनि को धोएं.इससे लाभ मिलेगा.
3. घावों के उपचार में
इसका इस्तेमाल घावों के उपचार में भी किया जाता है. इसके लिए इसे पानी में उबालकर, घावों और खरोंच को धोने के लिए इस्तेमालकरें. इससे घाव जल्दी भरते हैं. इसके लिए ये साबुन से अच्छा विकल्प है. बेहतर परिणाम के लिए सुबह शाम धोएं.
4. आँखों के लिए
माजूफल में मौजूद एस्ट्रिंजेंट आँखों की रौशनी बढ़ाने में मददगार होता है. आँखों में ऊतकों को सिकुड़ने वाले गुणों होने के कारण इससे दृष्टि में सुधार होता है.
5. माउथ अल्सर के लिए
अपने कैसैलेपन के कारण, मुंह के अल्सर को बहुत जल्दी से ठीक करता है. जिन लोगों को छोटे अल्सर होते हैं वो उनके मुंह के दोनों ओर होते हैं. इसका पेस्ट बनाकर मुँह के प्रभावित क्षेत्रों में लगाएं. राहत पाने के लिए लगातार कुछ दिनों तक इस पेस्ट को लगाने का प्रयास करें.
6. बच्चों के लिए
माजूफल का उपयोग बच्चों के इलाज के लिए भी किया जाता है. आप सप्ताह में एक बार, हरीतकी और जायफल के साथ चंदन के पत्थर पर ओक को रगड़ते हैं. इससे प्राप्त पेस्ट को बच्चों को खिलाने के लिए जलाया जाता है. यह उन्हें बीमार पड़ने से बचाता है और बच्चों को स्वस्थ रखता है.
7. माउथ वाश के लिए
माउथ वाश, मुंह में अल्सर का प्रभावी ढंग से इलाज करने में मदद करता है. माउथ वाश बनाने के लिए, एक चम्मच के आसपास माजूफल पाउडर लें और थोड़े पानी के साथ उबाल लें. पानी को गुनगुने तापमान पर आने के बाद इसे माउथ वाश के के रूप में इस्तेमाल करें. यह माउथ वाश मुंह की गंध, मुंह के अल्सर का बहुत अच्छे ढंग से इलाज करता है.
8. कैंसर से बचाव में
माजूफल में पाए जाने वाले समृद्ध एंटीऑक्सीडेंट, सर्वाइकल कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) को रोक सकते हैं. कैंसर पीड़ित नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करें तो कैंसर से बच सकते हैं.
9. मंजाकनी का उपयोग रखें त्वचा को बेहतर
इसमें मौजूद एस्ट्रिंजेंट त्वचा को चिकना और मुँहासे से बचाने में मदद करता है. एस्ट्रिंजेंट में समृद्ध होने के कारण ये त्वचा से अतिरिक्त तेल को निकालता है. यह चेहरे के बड़े रोम छिद्र को कम कर सकता है. इसके लिए त्वचा पर 5 मिनट के लिए मंजाकनी पेस्ट लगाएं और उसके बाद धो लें. यह त्वचा की कसावट के लिए एक बहुत ही अच्छी जड़ी बूटी है.
माजूफल के नुकसान
अगर कोई साइड इफेक्ट है तो इसका इस्तेमाल करना बंद कर दें.
आपको इसे छोटे खुराक पर लेना शुरू करना चाहिए, उसके बाद आप इसकी खुराक को बढ़ा सकते हैं.
गर्भावस्था के दौरान इसका उपयोग न करें क्योंकि इससे गर्भपात हो सकता है.

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