Lal Mirch ke Fayde aur Nuksan - लाल मिर्च के फायदे और नुकसान
कैप्सिकम परिवार का सदस्य लाल मिर्ची का उपयोग थोड़ी गर्म होने के कारण खाने में तीखापन लाने के लिए किया जाता है. यह हरे रंग में उगने और बढ़ने के बाद लाल रंग में परिवर्तित हो जाता है. लाल मिर्च हम कई तरीकों से अपने व्यंजन में उपयोग करते हैं. हम इसका सूखे और पाउडर के रूप में, सीधा पौधों से तोड़ कर, पेस्ट के रूप में, इसे बीच से तोड़ कर, सूखे हलके कुटे हुए रूप में और इसको सूखे फल के रूप में उपयोग करते हैं. कभी-कभी इसका उपयोग एनर्जी ड्रिंक्स और कुछ विशेष कॉकटेल में किया जाता है. लाल मिर्च में कैप्साइसिन नामक घटक होता है जो इस तरह के पेय के लिए प्रयोग किया जाता है. इस प्रकार लाल मिर्च कई तरह से उपयोगी है. लाल मिर्च में कई प्रकार के पोषण गुण जैसे विटामिन ई, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और कैरोटीनॉयड के साथ साथ प्रमुख रूप से फाइबर भी पाया जाता है.
1. गठिया के उपचार में
हड्डियों में सूजन और दर्द से संबंधित बिमारी गठिया के उपचार में लाल मिर्च का पेस्ट लगाने या कैप्सूल का सेवन काफी राहत पहुंचाता है. इसकी सहायता से आप जोड़ों के दर्द और सूजन के साथ ही नसों के दर्द में भी राहत महसूस कर सकते हैं.
2. कैंसर में
कई शोधों में ऐसा पाया गया है कि लाल मिर्च में पाए जाने वाला कैप्सासिन स्तन कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोककर स्तन कैंसर जैसी समस्याओं के उत्पन्न होने से बचाता है. इसलिए इसके जोखिम को कम करने के लिए आप लाल मिर्च का सेवन कर सकते हैं.
3. रक्त प्रवाह बढ़ाने में
लाल मिर्च प्रभावित रक्त के प्रवाह या रक्त के जमने के मामले में भी अत्यंत लाभकारी साबित होता है. लाल मिर्च के सेवन से जमा हुआ रक्त पिघल जाता है जिससे रक्त का प्रवाह बेहतर हो जाता है. यह रक्त के माध्यम से पोषक तत्वों के प्रवाह को भी अच्छा करके ख़राब रक्त को प्रभावी ढंग से हटाती है.
4. वजन घटाने में
लाल मिर्च पाचन प्रक्रिया को बढ़ाकर और भूख लगने की प्रक्रिया को कम करके शरीर को अक्सर साफ करने में मदद करती है. इसके साथ ही इसके सेवन के बाद हम अधिक पानी पीते हैं, जिसके कारण हमारे मूत्र विसर्जन की प्रक्रिया बढ़ जाती है. यही कारण है कि यह वजन काम करने में भी मदद करती है.
5. साइनस के उपचार में
लाल मिर्च का उपयोग सर्दी या साइनस के कारण कफ जमने के उपचार में भी यह उपयोगी है. इसका सेवन सर्दी या साइनस के कारण जमे हुए कफ को साफ करने में मदद करता है. साइनस में राहत के लिए इसका इस्तेमाल करें.
6. दिल के लिए
हृदय रोगियों को लाल मिर्च के अर्क का सेवन करने की सलाह दी जाती है. इसके मसालेदार अर्क के सेवन से कोलेस्ट्रॉल का निर्माण कम हो जाता है और फाइब्रिन घुल जाते हैं जो रक्त के जमने का कारण होते हैं. लाल मिर्च हृदय की गति को बढ़ाती है इसलिए यह हृदय के कार्य को अच्छा करती है.
7. प्रतिरक्षा तंत्र की मजबूती में
लाल मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो संक्रमण और रोगाणुओं से लड़ने में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारने में मदद करते हैँ. प्रतिरक्षातंत्र की मजबूती में भी लालमिर्च का इस्तेमाल किया जाता है.
लाल मिर्च के नुकसान:
* लाल मिर्च के अधिक सेवन से जठरांत्र और गले में जलन और छाले की समस्या हो सकती है.
* इससे पसीना, नाक बहना, पेट में परेशानी और पेट में जलन जैसी अन्य समस्याएं हो भी सकती हैं.
* लाल मिर्च का सेवन कुछ दवाओं जैसे थियोफाइलिइन, एंजियोटेंसिन-कनवर्टिंग एंजाइम इन्हिबिटर्स, शांति देनेवाली दवा, अवसादरोधी आदि के साथ सेवन नहीं करना चाहिए.