Lybrate Logo
Get the App
For Doctors
Login/Sign-up
Last Updated: Feb 08, 2020
BookMark
Report

नींद का महत्व - Importance Of Sleep!

Profile Image
Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 15 Years Exp.BAMS
Topic Image

नींद सभी जीवों के लिए ईश्वर के वरदान की तरह है. क्योंकि यदि हम पर्याप्त नींद लें तो कई अनावश्यक बीमारियों से तो हम यू हीं बच जाते हैं. इसके साथ ही हमारे शरीर को मिलने वाले आराम के कारण इसकी कार्यक्षमता में भी वृद्धि होती है. यदि आप नींद का महत्व नहीं समझते हैं और पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आपको मानसिक अवसाद जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. इसे आप डिप्रेशन, तनावया चिंता में डूबा रहना भी कह सकते हैं. ये तो आपने भी महसूस किया ही होगा कि यदि आप एक दिन न सोएँ तो किस तरह से शरीर लचर होने लगता है. इसलिए नींद के महत्व को समझते हुए हमें इसके विभिन्न पहलुओं को ठीक से जानना चाहिए. आइए इस लेख के माध्यम से हमलोग नींद के महत्व को विस्तारपूर्वक समझें ताकि कई अनावश्यक परेशानियों से बचा जा सके.

1. नींद की कमी बिमारी का घर-
यदि आप सोने में कोताही करते हैं या पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो आप कई बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं. कहते हैं न कि चैन से सोना है तो जाग जाइए. जब आपकी नींद पूरी नहीं होती है तो आपको कई बीमारियाँ जैसे कि याद्दाश्त कमजोर होना, उच्च रक्तचाप, आँखों में सुजन, कमजोरी, थकान, मोटापा, तनाव आदि अपना शिकार बना सकती हैं. बेहतर यही है कि आप भरपूर नींद लेने को गंभीरता से लें और पर्याप्त नींद लें. यदि आप विभिन्न बीमारियों का आसान शिकार नहीं बनना चाहते हैं तो आपको नींद के महत्व को नजरंदाज नहीं करना चाहिए.

2. बच्चों में नींद की कमी का असर और अवसाद-
किशोरों या बच्चों की मानसिकता पर पर्याप्त नींद न लेने का दुष्प्रभाव उनके आत्मविश्वास पर पड़ता है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि आठ घंटे से कम नींद लेने वाले किशोर नशे या स्मोकिंग की चपेट में होते हैं. कई बच्चे इसके दुष्प्रभाव से डिप्रेशन में भी चले जाते हैं. ऐसा होने पर कई बार बच्चे उग्र भी हो जाते हैं. एक शोध में यह पाया गया कि प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद लेने वाले 4.5 घंटे से कम सोने वालों की तुलना में लम्बी उम्र जीते हैं. तो बच्चों को भी पर्याप्त सुलाएं. बच्चों के नींद पर तो और भी ध्यान देना आवश्यक है क्योंकि बच्चे बोल नहीं सकते. कई ऐसी क्रियाएँ हैं जो बच्चों में पर्याप्त नींद के बिना नहीं हो सकती हैं. इसलिए खुद समय पर सोने के साथ ही बच्चों को भी सुलाना आवश्यक है.

3. नींद और वजन का संबंध-
शोधकर्ताओं के अनुसार कम सोने वाले लोगों का वजन पर्याप्त नींद लेने वालों से ज्यादा होता है. ये भी पाया गया है कि पांच घंटे की नींद लेने वाले लोगों में भूख बढ़ाने वाला हार्मोन 15 फीसदी अधिक बनता है. लेकिन आठ घंटे की नींद लेने वाले लोगों में यह हार्मोन जरूरत के अनुसार ही बनता है. जाहिर है इससे आप मोटापे के शिकार होते हैं और अवसाद की तरफ बढ़ चलते हैं. तो यदि आप पतला होना चाहते हैं या मोटापा कम करना चाहते हैं तो आपको भी आज से ही पर्याप्त नींद लेना शुरू कर देना चाहिए.

4. अवसाद, नींद और सेहत-
ये तो आपने भी महसूस किया ही होगा कि जब आप गहरी नींद से सोकर उठते हैं तो आपको एक ताजगी का एहसास होता है. और पर्याप्त नींद न लेने पर दिमाग भन्नाया रहता है. दरअसल पर्याप्त नींद लेने पर हमारे शारीर में रोगों से लड़ने वाली कोशिकाएं भी ठीक तरीके से काम करती हैं. जिससे कि आप कई अनावश्यक बीमारियों से तो बचते ही हैं साथ में आपकी कार्यक्षमता में भी बढ़ोतरी होती है. इसलिए ये बेहद आवश्यक है कि नींद के महत्व को समझें और इसके लिए आवश्यक कदम उठाएँ ताकि आपका सेहत हमेशा ठीक रहे.

chat_icon

Ask a free question

Get FREE multiple opinions from Doctors

posted anonymously
doctor

Book appointment with top doctors for Difficulty Sleeping treatment

View fees, clinc timings and reviews
doctor

Treatment Enquiry

Get treatment cost, find best hospital/clinics and know other details