Impact Of Sleep
ये चीजें उड़ा सकती हैं आपकी नींद
रात में आपकी बार-बार नींद टूटती है? कितनी ही देर बिस्तर पर लेट लें, सपनों की दुनिया में खोने का चांस नहीं मिलता। और अगर नींद आ भी जाए, तो यह गहरी नहीं होती। अगर इन सभी बातों का जवाब"हां" है, तो आपको स्लीप सिंड्रोम की प्रॉब्लम है।
93 फीसदी लोग नींद न आने से परेशान
एक सर्वे के मुताबिक, इंडिया में 93 फीसदी लोग नींद न आने की प्रॉब्लम से परेशान हैं और 58 फीसदी लोगों के रुटीन पर नींद पूरी न होने का इफेक्ट सीधा पड़ता है।'नींद दो तरह की होती है। गहरी नींद यानी नॉन पिड आई मूवमेंट स्लीप और कच्ची नींद, जिसे सपनों वाली नींद भी कहते हैं। अगर नॉन पिड आई मूवमेंट स्लीप 5 घंटे की भी आ जाए, तो बॉडी रिलैक्स हो जाती है, लेकिन कच्ची नींद भले ही 8 घंटे की हो, वह बॉडी को रिलैक्स नहीं करती है। आमतौर पर नींद न आने की वजह होती हैं टेंशन और डिप्रेशन।' इसके अलावा, लाइफस्टाइल और बॉडी पेन भी नींद न आने की वजह बनता है। अवेयरनेस न होने से लोग इसे मामूली चीज समझते हैं और डॉक्टर से कॉन्टैक्ट नहीं करते। दरअसल, सही तरह से नींद न आना कई बीमारियों की वजह बन सकती है।
जब मन किया, तब सो गए
सोने का समय फिक्स नहीं रखते। कभी 10 तो कभी 11, जब मन किया, सो गए। इसके अलावा, रात को प्रॉपर नींद न आने की एक खास वजह दिन में लंबे समय तक सोना भी है। यह तय है कि अगर आप दिन में कई घंटे सो जाएंगे, तो रात को प्रॉपर नींद कतई नहीं आने वाली। अगर दिन में सोना ही है, तो 20 मिनट काफी हैं।
देर रात टीवी देखना
सोते समय टीवी देखना अवॉइड करें, क्योंकि टीवी पर चल रहे प्रोग्राम्स का काफी असर आपकी नींद पर पड़ता है। बजाय इसके अगर आप सोने से पहले 15 से 20 मिनट बुक रीडिंग की आदत डाल लेंगे, तो आपको अच्छी नींद आएगी। सोने जाने से पहले टीवी पर कोई हॉरर प्रोग्राम या सेड सीन देखने से भी नींद उड़ जाती है।
हैवी स्टमक
अगर आप भी सोने से पहले एक कप कॉफी या चाय पीने के शौकीन हैं, तो अब इससे तौबा करें। दरअसल, कैफीन नींद को लाने की जगह भगा देती है। अगर आप रात को हैवी मील लेते हैं और वो भी ठीक सोने से पहले, तो तय है कि आप अपने लिए बिन बुलाई आफत ला रहे हैं। हैवी स्टमक रहने से आप तो रातभर अनईजी रहेंगे ही, साथ ही आपके डाइजेस्ट सिस्टम को भी एक्स्ट्रा काम करना पड़ेगा।
हैवी वर्कआउट
हैवी वर्कआउट भी नींद न आने की वजह बनता है। रोजाना आधा घंटे की एक्सरसाइज ही काफी है। इससे आपके मसल्स व जॉइंट्स का वर्कआउट होगा और आपको अच्छी नींद आएगी। सोने से पहले गर्म पानी से नहाएं। दरअसल, हॉट बॉथ टेंशन देने वाली मसल्स को रिलैक्स करता है।
हेक्टिक शेड्यूल
कई बार अपने हेक्टिक शेड्यूल के चलते भी आपको प्रोपर नींद नहीं आ पाती। बार- बार ध्यान उन चीजों की तरफ जाता है, जो आपकी पेंडिंग होती हैं। सुबह उठकर टीवी और कंप्यूटर में बैठने के बजाय रीडिंग और मेडिटेशन करें। यह आपमें कामों को लेकर एकाग्रता लाएगा। ऐसी सिचुएशन में बेडरूम का टेंपरेचर भी कूल होना जरूरी है।
मैरिड लाइफ की प्रॉब्लम्स
एक खुश मैरिज लाइफ रुटीन में आने वाली कई प्रॉब्लम्स को खत्म कर देती हैं। लेकिन अगर यह उलझनों से भरी है, तो आपको नींद नहीं आएगी। इसके अलावा, अगर बच्चा छोटा है, तो वह रात को कई बार उठता है, जिससे नींद बार- बार खुलती है। धीरे- धीरे यह आदत में आ जाता है, जो नींद पूरी न होने की वजह बनता है।
मेडिकल इश्यू
कई बार हेल्थ प्रॉब्लम्स के चलते भी आप अनिंद्रा के शिकार हो जाते हैं। थ्रोट इन्फेक्शन, हार्ट प्रॉब्लम्स, किसी वजह से दर्द और सर्दी-जुकाम जैसी प्रॉब्लम्स के चलते भी लंग्स में प्रोपर हवा पास नहीं हो पाती, जिससे बार- बार नींद टूटती है।
उम्र की वजह से
अगर आपकी उम्र 50 से 60 साल के बीच है, तो आपकी नींद बच्चे की तरह नहीं हो सकती। इस उम्र में नींद कच्ची होती है और कई बार खुलती है। इसलिए यह सोचकर परेशान न हों कि आपको नींद नहीं आती।
दवा से बचें
नींद के लिए नींद की गोलियाँ लेने से बचें और नेचुरली अच्छी नींद के लिए प्रयास करें.