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Last Updated: Aug 12, 2020
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Dast Rokne Ke Upay - दस्त रोकने के उपाय

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Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 15 Years Exp.BAMS
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दस्त एक आम समस्या है जिससे सभी परेशान रहते हैं. ये समस्या आम तौर पर खाने में अनियमितता या अन्य किसी वजह से कई लोगों को परेशान करती है. इस बीमारी में शौच एकदम पतला होने लगता है. इसमें आपको  बार-बार शौच जाना पड़ सकता है. इसके साथ ही आपको पेट में मारोड़, दर्द या ऐंठन जैसा भी महसूस हो सकता है. दस्त से डिहाईड्रेशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है. क्योंकि बार-बार शौच जाने से शरीर के लिए आवश्यक पानी, खनिज तथा लवण आदि तेजी से बाहर निकल जाता है. सामान्य सी लगने वाली इस बीमारी में यदि आप लगातार पानी नहीं पी रहे हैं तो डिहाईड्रेशन के कारण मौत तक हो सकती है. क्योंकि डिहाईड्रेशन की वजह से शरीर में पानी और लवण की कमी हो जाती है. इस लिए दस्त के निम्नलिखित लक्षणों के आधार पर यदि ये दो दिन में ठीक न हो तो चिकित्सक से अवश्य परामर्श लें.
क्या हो सकते हैं दस्त के कारण?
1. दस्त की समस्या उत्पन्न होने का मुख्य कारण है आँतों में जरुरत से ज्यादा द्रव का जमा होना. हलांकि कई बार आंतों द्वारा तरल पदार्थ को ठीक तरह से अवशोषित न कर पाने से या फिर आँतों से मल के तेजी से निकलने के कारण भी ऐसा होता है.
2. कई बार दस्त की समस्या जीवाणुओं द्वारा संक्रमण या टॉक्सिन आदि भी हो सकता है. कभी-कभी किसी प्रकार का तनाव या किसी प्रकार के डर के कारण भी दस्त शुरू हो सकते हैं. ऐसे दस्त को क्रोनिक या जीर्ण दस्त कहते हैं.
3. दस्त या दस्त होने के अन्य कारणों में कुछ एंटीबायोटिक दवाएं, किसी तरह के पेट के रोग, फ़ूड इन्फेक्शन, एलर्जी, शराब पिना, ज्यादा मिठाई खाना आदि है.
क्या है इसका उपचार?
नींबू पानी

ओआरएस का घोल आप घर पर नींबू की सहायता से बना सकते हैं. आपको एक ग्लास पानी में नींबू निचोड़कर उसमें थोड़ा नामक और चीनी मिलाकर पिने से आपका पेट साफ़ होगा. और दस्त से राहत मिलेगी.
कच्चा पपीता
कच्चे पपीते को अच्छे से कद्दूकस करके तीन से चार कप पानी में डालें. लगभग दस मिनट तक इस पानी को उबालने के बाद इस पानी को दिन में तीन से चार बार पिएं. इससे आपको दस्त से तो राहत मिलेगी ही, पेट मरोड़ से भी निजात मिलेगी.
साबुनदाना
साबुनदाना पेट की पाचन शक्ति को मजबूती प्रदान करता है. साबुनदाना को तीन-चार घंटे तक पानी में भिगोकर इस पानी को दिन में पांच बार पिने से दस्त में राहत मिलती है.
सरसों के बीज
सरसों के बीज को पानी में कुछ घंटे के लिए रखें और इस पानी को पिएं. ये दस्त को बंद करने का कारगर तरीका है.
दूध को कहें ना
दूध भले ही एक सम्पूर्ण पौष्टिक आहार माना जाता है. लेकिन इसे पचाना अपेक्षाकृत मुश्किल है. इसलिए दस्त के समय दूध के सेवन से बचें.
अनार
अनार को चबाकर खाने से भी दस्त रुकता है. यदि आपको बीज पसंद नहीं है तो आप अनार का जूस भी पी सकते हैं.
लौकी का रस
दस्त में सबसे बड़ा डर शरीर में पानी की कमी होने को लेकर होता है. यदि आप चाहते हैं कि आप पानी की कमी से बचें तो आपको लौकी का जूस पीना चाहिए. इसे काली मिर्च और नमक डालकर थोड़ा स्वादिष्ट बना सकते हैं.
मेथी
चूँकि दस्त का एक कारण जीवाणु भी होते हैं. मेथी स्वभाव से जीवाणुरोधी होता है इसलिए इसके एक या दो चम्मच का पाउडर बनाकर एक ग्लास पानी में डालकर पिने से दस्त रुकता है.
स्टार्च से भरपूर भोजन
स्टार्च खाना पचाने में मदद करता है. इसलिए दस्त के समय स्टार्चयुक्त भोजन करने की सलाह दी जाती है. इसके लिए आप चावल, उबला हुआ आलू या गाजर खा सकते हैं.
सौंठ
सौंठ और अदरक का पाउडर हमारे पाचन शक्ति को मजबूती देता है. एक कप छाछ में आधा चम्मच सौंठ मिलाकर पिने से पेट दर्द और दस्त दोनों ही रुकता है.
चाय पत्ती
आपको शायद यकीन न हो लेकिन ये सच है कि दस्त में एक चम्मच चाय पत्ती को पीसकर पीने से तुरंत राहत मिलती है. यदि छोटे बच्चे को देना हो तो एक चम्मच चाय पत्ती को पानी में घोलकर उस पानी को पिलाएं.

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