Chronic Pilonidal Sinus
SUCESS STORY OF 8 YRS.CHRONIC PILONIDAL SINUS PATIENT-
एक पुरूष रोगी जिनकी उम्र-32 वर्ष , जो विगत आठ साल से पिलोनिडल साइनस की समस्या से परेशान थे जिनका क्षार सूत्र विधि से ईलाज एल.एन.आयुर्वेद एवं क्षार सूत्र क्लीनिक-जोधपुर में दो महिने तक हुआ आज वो बिल्कुल स्वस्थ हो गये हैं ध्यान रहे उपयुक्त ईलाज सिर्फ क्षारसूत्र विधि से ही किया गया उस दौरान किसी प्रकार की दर्द निवारक या एन्टिबायोटिक का उपयोग नहीं किया गया ... !! विश्वसनीय आयुर्वेद एवं क्षार सूत्र क्लीनिक !! अगर कोई रोगी किसी प्रकार की गुदागत समस्या से परेशान हो और ठीक ना हो रहा हो तो एक बार जरूर सम्पर्क करे .
पिलेनिडल साइनस क्या होता हैं इसते बारे में जानकारी-- PILONIDAL SINUS - ( रीड्ड की हड्डी के पास नासूर)- दोस्तो आज हम रीड्ड की हड्डी के पास होने वाले नासूर के बारे में चर्चा करेंगे .
परिचय(introduction)- pilonidal sinus एक ऐसा रोग हैं जिसमें रोगी के natal clefts के बीच mid sacrococcygeal line में एक या अनेक छिद्र बन जाते हैं जिसमें शुरू में itching होती हैं तथा बाद में वहां सें seropurulent discharge होता रहता हैं तथा रोगी को बैठने पर दर्द होता हैं इसे jeep disease भी कहते हैं
कारण(causes)- pilonidal sinus के बहुत से कारण हो सकते हैं जिनमें से प्रमुख कारण इस प्रकार हैं -
1. अधिक समय पर एक ही जगह पर बैठे रहना
2. साइकिल, मोटर साइकिल,गाडी का अत्यधिक चलाना या बैठना
3. Hairy व Fatty Body होना
लक्षण( symptoms)- 1. रीड्ड की हड्डी के पास एक या अधिक छिद्र बनना तथा उसमें से seropurulent foul discharge होना
2. बैठने पर दर्द होना
3. भारीपन लगना चिकित्सा - आयुर्वेद में इसकी एक मात्र चिकित्सा क्षार सूत्र ही हैं औषधि चिकित्सा से इसको ठीक करना मुश्किल हैं विभिन्न रोगियो में किये गये क्षार सूत्र चिकित्सा प्रयोग से ये सिद्ध हुआ हैं कि क्षार सूत्र चिकित्सा इसके उपचार की एक महत्वपूर्ण चिकित्सा हैं 98.5 % cure rate हैं इस चिकित्सा की