घुटने के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज - Ayurvedic Treatment Of Knee Pain!
घुटनों में दर्द होने से अक्सर कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. ये एक बहुत ही आम समस्या है. आमतौर पर यह समस्या ज़्यादातर बुजुर्गों और वयस्कों द्वारा महसूस की जाती है. जबकि महिलाएं, पुरुषों के मुकाबले अधिक घुटनों के दर्द से परेशानी होती है. घुटनों में दर्द, हड्डियों के किसी भी क्षेत्र में हो सकता है. जैसे फीमर, टिबिया और फिबुला, घुटने की ऊपरी हड्डी, पेटेला या फिर लिगामेंट और कार्टिलेज आदि. घुटने में दर्द सामान्य से गंभीर हो सकता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे घुटने के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज, जो इस प्रकार है.
सरसों का तेल
आयुर्वेद के अनुसार सरसों के गर्म तेल से मसाज करने से सूजन दूर होती है. रक्त संचरण में सुधार होता है जिससे दर्द दूर हो जाता है. इसके प्रयोग के लिए आपको सबसे पहले दो चम्मच सरसों का तेल लें और उसे थोड़ा गर्म कर लें. इसके बादज उसमें लहसुन की फांकों को डालें और तब तक गर्म करें, जब तक लहसुन भूरा न हो जाएं. अब तेल को छान लें और ठंडा होने के लिए रख दें. इसके गुनगुने हो जाने पर अपने घुटनों पर मसाज करें.
कोल्ड बैग का इस्तेमाल
घुटने में दर्द होने पर कोल्ड बैग का इस्तेमाल करें. इससे आपकी सूजन और दर्द में आराम होगा. साथ ही इससे रक्त की नसों का संकुचन होगा, जिससे इफेक्टेड जगह पर रक्त का प्रवाह कम होगा और सूजन भी दूर हो जाएगी. इसके बाद मुट्ठीभर बर्फ लें और उसे किसी तौलिये या कपडे में लपेटकर रख दें. इसके बाद 10 से 20 मिनट तक इफेक्टेड क्षेत्रों पर तौलिये या कपडे को लगाएं.
हल्दी का उपयोग
हल्दी में करक्यूमिन मौजूद होता है, जिसमें सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. ये गुण दर्द को कम करने में मदद करते हैं. हल्दी हीउमाटोइड आर्थराइटिस को कम करता है जो कि घुटने के दर्द का मुख्य कारण है. हल्दी का इस्तेमाल करने के लिए एक कप पानी में एक या आधा चम्मच अदरक और हल्दी को मिलाकर इसे दस मिनट के लिए इसे ही उबालें. अब इस मिश्रण को छानकर इसमें हल्दी को मिलाकर इसे पूरे दिन में दो बार ज़रूर पिएं.
नींबू का उपयोग
उम्र दराज़ लोगों में घुटने के दर्द का प्रभावी इलाज नींबू का उपयोग कर किया जा सकता है. इसके लिए सबसे पहले नींबू में सिट्रिक एसिड यूरिक एसिड क्रिस्टल मौजूद होता है. साथ ही यह एक द्रावक की तरह काम करता है, जो कुछ प्रकार के गठिया का कारण होता है. इसका इस्तेमाल करने के लिए एक या दो नींबू को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. जिसके बाद कॉटन के कपडे में इन टुकड़ों को बाँधकर तिल के तेल में डुबाएं और इस कपडे को इफेक्टेड जगह पर दस मिनट तक लगाकर रखें. इससे घुटने के दर्द में काफी आराम मिलता है.
नीलगिरि का तेल
इस तेल का ठंडा एहसास गठिया के दर्द में आराम पहुंचाता है. नीलगिरी के साथ पुदीने और जैटून के तेल की पांच से सात बूंद मिलाकर मिश्रण बनाए. याद रहें कि नीलगिरी के तेल में एनाल्जेसिक या कहे दर्द को दूर करने वाले गुण होते हैं, जो घुटनों के दर्द से निजात दिलाने में मदद करते हैं. इस मिश्रण को सूरज से दूर रखे और किसी डार्क जगह पर ढक कर रख दें.
सेंधा नमक
सेंधा नमक में मैग्नीशियम सल्फेट होता है, मैग्नीशियम प्राकृतिक तरीकों से मांसपेशियों को राहत दोने का काम करता है. इससे ऊतकों से अधिक तरल पदार्थों को निकालने में मदद मिलती है. इससे इलाज के लिए गर्म पानी के टब या बाल्टी में एक या आधा कप सेंधा नमक मिलाएं और 15 मिनट के लिए अपने पैरों को इस पानी में डालें लें. ह्रदय से सम्बंधित समस्या, हाई बीपी और शुगर वाले रोगियों को ऐसा करने से बचना चाहिए.
मेथी का बीज
मेथी के बीज में सूजन को रोकने के अलावा एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. यह घुटनों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं. इसके अलावा मेथी के बीज प्राकृतिक रूप से गर्म होते हैं और उन लोगो के लिए बेहद लाभदायक होते हैं जिन्हे गठिया की वजह से घुटनों में दर्द होता है. इसके लिए रातभर एक चम्मच मेथी के बीज को भिगोकर रख दें. सुबह पानी को निकाल लें और उन बीजों को चबाएं. इस प्रक्रिया को पूरे दिन में एक या दो हफ्ते तक करें.