Get the App
For Doctors
Login/Sign-up
सच में दांत का कीड़ा वीड़ा कुछ होता नहीं है, यह केवल दांत की सड़न है जिसे पता नहीं कितने समय से लोगों ने कीड़े की संज्ञा दे दी और बस परंपरा के चलते वही नाम चल निकला और इस गलत नाम को और भी पुख्ता किया उन सड़क-छाप दांत का इलाज करने वालों ने जो परेशान मरीज़ को रूमाल में कुछ कीड़ा सा निकाल कर दिखा देते हैं। दरअसल बात यह है कि दांतों में खाना फंसने की वजह से उन पर जब मुंह में मौजूद लाखों-करोड़ों जीवाणु (bacteria) टूट पड़ते हैं तो एसिड (अमल) पैदा होता है जो दांतों को साड़ देता है....एक बार शूरू हो जाने पर यह एक सतत प्रक्रिया है....यह फिर धीरे धीरे दांतों में छेद पैदा कर देती है, सड़न तो होती ही है, जिस से कालापन रहता ही है, इसलिए इसे बुलाया जाने लगा दांत का कीड़ा।