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Last Updated: Aug 29, 2019
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ताजा धनिया पत्ती से होने वाले स्वास्थ्य लाभ
अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाने में धनिया पत्ता का खूब इस्तेमाल होता है। दरअसल धनिया एक शक्तिशाली औषधि है, जिससे शरीर को काफी फायदा पहुंचता है। धनिया पत्ता में थाइमाइन, विटामिन सी, राइबोफ्लाविन, फास्फोरस, कैल्सियम, आइरन, नाइसिन, सोडियम, कैरोटीन, ऑक्सलिक एसिड और पोटैशियम प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही इसमें कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, फैट, फाइबर और पानी भी बड़ी मात्रा में पाया जाता है। इसका स्वाद हल्का तीखा होता है, जिससे यह भोजन में एक खास किस्म का फ्लेवर पैदा करता है।
धनिया पत्ती भले ही ज्यादा महंगा न हो, पर स्वास्थ्य के लिए यह काफी फायदेमंद है। व्यंजनों को और भी लजीज बनाने के साथ-साथ यह कई बीमारियों को भी दूर करता है। आइए हम आपको बताते हैं धनिया पत्ता से होने वाले फायदों के बारे में।
आंखों की समस्या
ताजा धनिया पत्ता में विटामिन सी, विटामिन ए, एंटी ऑक्सीडेंट और फॉस्फोरस जैसे मिनरल पाए जाते हैं, जो मस्कुलर डिजेनरेशन, नेत्र शोथ और आंख की उम्रवृद्धि को कम करता है। साथ ही इससे आंखों को आराम भी पहुंचता है। धनिए के कुछ पत्तों को पीस कर इसे पानी में उबाल लें। इसके बाद किसी साफ कपड़े से इसे छान लें। इसके कुछ बूंद को आंखों में डालने से आंखों के दर्द और पानी निकलने की समस्या से निजात मिलता है।
नाक से खून आना
20 ग्राम धनिए के ताजे पत्ते लें और उसे थोड़े से कपूर के साथ पीस लें। अब इसके रस को अच्छी तरह से निचोड़ लें। जब आप इसे नाक में डालेंगे तो खून का आना तुरंत बंद हो जाएगा। साथ ही आप इसके पेस्ट को अपने ललाट पर भी लगा सकते हैं। इससे भी नाक से खून का आना बंद हो जाएगा। इसके लिए ताजे धनिया पत्ते की सुगंध भी फायदेमंद होती है।
त्वचा की समस्या
अपने एंटी-फंगल, एंटी-सेप्टिक, डिटॉक्सीफाइंग और डिसइंफेकटेंट गुणों के कारण ताजा धनिया पत्ता त्वाचा से संबंधित कुछ समस्याओं से भी निजात दिलाता है। खुजली से राहत पाने के लिए आप इसके रस को पीएं या फिर इसका पेस्ट त्वचा पर लगाएं। इसके अलावा शरीर में होने वाली फुंसी से निजात पाने के लिए ताजा धनिया पत्ते के रस को शहद के साथ मिला लें और इस पेस्ट को त्वाचा के प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। करीब 15 मिनट तक इस पेस्ट को लगे रहने दें और फिर ठंडे पानी से इसे धो लें।
प्रीगनेंसी के दौरान मतली या उल्टी
प्रीगनेंसी के शुरुआती दौर में कई महिलाएं मतली या उल्टी का अनुभव करती है। ऐसी स्थिति में एक कप धनिया पत्ता को एक कप शकर और पानी के साथ खौलाएं और ठंडा हो जाने के बाद इसका सेवन करें।
चेचक
धनिया पत्ता एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी माइक्रोबायल और एंटी इंफेक्शस का बेहतरीन स्नेत है। साथ ही इसमें पाए जाने वाला आइरन और विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। चेचक के दौरान इससे आराम पहुंचता है। साथ ही यह चेचक के दर्द को भी कम कर देता है।
मुंह के छाले से छुटकारा
धनिया के सुगंधित तेल में सिटरोनेलोल पाया जाता है, जो कि एक बेहतरीन एंटी सेप्टिक है। इसके अलावा दूसरे तत्वों की बात करें तो इसमें एंटी माइक्रोबायल और उपचारात्मक गुण भी पाया जाता है, जो जख्म और मुंह के छाले के लिए फायदेमंद होता है। धनिया से सांसों में ताजगी आती है और मुंह के छाले भी ठीक होते हैं।
कोलेस्टेरोल लेवल को प्रभावित करता है
ताजा धनिया का पत्ता ओलक्ष्क एसिड, निलओलक्ष्क एसिड, स्टेरिक एसिड, पलमिटिक एसिड और एस्कॉर्बिक एसिड का बेहतरीन स्नेत है। यह सारे तत्व रक्त के कोलेस्टेरोल स्तर को घटाने में बेहद प्रभावी होते हैं। साथ ही यह शिरा और धमनी की अंदरूनी परत पर कोलेस्टेरोल को जमा होने से रोकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा काफी कम हो जाता है।
पाचन तंत्र में सुधार
ताजा धनिया पत्ता ऐपटाइजर के रूप में भी काम करता है। यह एंजाइम और पाचन के लिए जरूरी रस के स्नव में मददगार होता है। यानी धनिया पत्ता भोजन को पचाने में भी मदद करता है। धनिया पत्ता ऐनरेक्सीया से निजात पाने में भी सहायक होता है।
अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाने में धनिया पत्ता का खूब इस्तेमाल होता है। दरअसल धनिया एक शक्तिशाली औषधि है, जिससे शरीर को काफी फायदा पहुंचता है। धनिया पत्ता में थाइमाइन, विटामिन सी, राइबोफ्लाविन, फास्फोरस, कैल्सियम, आइरन, नाइसिन, सोडियम, कैरोटीन, ऑक्सलिक एसिड और पोटैशियम प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही इसमें कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, फैट, फाइबर और पानी भी बड़ी मात्रा में पाया जाता है। इसका स्वाद हल्का तीखा होता है, जिससे यह भोजन में एक खास किस्म का फ्लेवर पैदा करता है।
धनिया पत्ती भले ही ज्यादा महंगा न हो, पर स्वास्थ्य के लिए यह काफी फायदेमंद है। व्यंजनों को और भी लजीज बनाने के साथ-साथ यह कई बीमारियों को भी दूर करता है। आइए हम आपको बताते हैं धनिया पत्ता से होने वाले फायदों के बारे में।
आंखों की समस्या
ताजा धनिया पत्ता में विटामिन सी, विटामिन ए, एंटी ऑक्सीडेंट और फॉस्फोरस जैसे मिनरल पाए जाते हैं, जो मस्कुलर डिजेनरेशन, नेत्र शोथ और आंख की उम्रवृद्धि को कम करता है। साथ ही इससे आंखों को आराम भी पहुंचता है। धनिए के कुछ पत्तों को पीस कर इसे पानी में उबाल लें। इसके बाद किसी साफ कपड़े से इसे छान लें। इसके कुछ बूंद को आंखों में डालने से आंखों के दर्द और पानी निकलने की समस्या से निजात मिलता है।
नाक से खून आना
20 ग्राम धनिए के ताजे पत्ते लें और उसे थोड़े से कपूर के साथ पीस लें। अब इसके रस को अच्छी तरह से निचोड़ लें। जब आप इसे नाक में डालेंगे तो खून का आना तुरंत बंद हो जाएगा। साथ ही आप इसके पेस्ट को अपने ललाट पर भी लगा सकते हैं। इससे भी नाक से खून का आना बंद हो जाएगा। इसके लिए ताजे धनिया पत्ते की सुगंध भी फायदेमंद होती है।
त्वचा की समस्या
अपने एंटी-फंगल, एंटी-सेप्टिक, डिटॉक्सीफाइंग और डिसइंफेकटेंट गुणों के कारण ताजा धनिया पत्ता त्वाचा से संबंधित कुछ समस्याओं से भी निजात दिलाता है। खुजली से राहत पाने के लिए आप इसके रस को पीएं या फिर इसका पेस्ट त्वचा पर लगाएं। इसके अलावा शरीर में होने वाली फुंसी से निजात पाने के लिए ताजा धनिया पत्ते के रस को शहद के साथ मिला लें और इस पेस्ट को त्वाचा के प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। करीब 15 मिनट तक इस पेस्ट को लगे रहने दें और फिर ठंडे पानी से इसे धो लें।
प्रीगनेंसी के दौरान मतली या उल्टी
प्रीगनेंसी के शुरुआती दौर में कई महिलाएं मतली या उल्टी का अनुभव करती है। ऐसी स्थिति में एक कप धनिया पत्ता को एक कप शकर और पानी के साथ खौलाएं और ठंडा हो जाने के बाद इसका सेवन करें।
चेचक
धनिया पत्ता एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी माइक्रोबायल और एंटी इंफेक्शस का बेहतरीन स्नेत है। साथ ही इसमें पाए जाने वाला आइरन और विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। चेचक के दौरान इससे आराम पहुंचता है। साथ ही यह चेचक के दर्द को भी कम कर देता है।
मुंह के छाले से छुटकारा
धनिया के सुगंधित तेल में सिटरोनेलोल पाया जाता है, जो कि एक बेहतरीन एंटी सेप्टिक है। इसके अलावा दूसरे तत्वों की बात करें तो इसमें एंटी माइक्रोबायल और उपचारात्मक गुण भी पाया जाता है, जो जख्म और मुंह के छाले के लिए फायदेमंद होता है। धनिया से सांसों में ताजगी आती है और मुंह के छाले भी ठीक होते हैं।
कोलेस्टेरोल लेवल को प्रभावित करता है
ताजा धनिया का पत्ता ओलक्ष्क एसिड, निलओलक्ष्क एसिड, स्टेरिक एसिड, पलमिटिक एसिड और एस्कॉर्बिक एसिड का बेहतरीन स्नेत है। यह सारे तत्व रक्त के कोलेस्टेरोल स्तर को घटाने में बेहद प्रभावी होते हैं। साथ ही यह शिरा और धमनी की अंदरूनी परत पर कोलेस्टेरोल को जमा होने से रोकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा काफी कम हो जाता है।
पाचन तंत्र में सुधार
ताजा धनिया पत्ता ऐपटाइजर के रूप में भी काम करता है। यह एंजाइम और पाचन के लिए जरूरी रस के स्नव में मददगार होता है। यानी धनिया पत्ता भोजन को पचाने में भी मदद करता है। धनिया पत्ता ऐनरेक्सीया से निजात पाने में भी सहायक होता है।